हंगामा है क्यों बरपा... ! जिला पंचायत अध्यक्ष और सीईओ पर कमीशनखोरी का आरोप, अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत
जिला पंचातयत रतलाम के सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है। सदस्यों ने अध्यक्ष और सीईओ पर लापरवाही और कमीशनखोरी के आरोप भी लगाए हैं।

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रतलाम जिला पंचायत की सामान्य सभा में सदस्यों ने किया हंगामा
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राशि का समान आवंटन नहीं होने से भड़के सदस्य
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16 में से 15 सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ हुए लामबंद
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अध्यक्ष से वित्तीय अधिकार वापस लेने का प्रस्ताव भी पारित
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एडीएम को सौंपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम की जिला पंचायत की व्यवस्थाएं मजाक बनकर रह गई हैं। नतीजतन सदस्यों ने बुधवार को हुई सामान्य सभा की बैठक में जमकर हंगामा किया। उन्होंने भाजपा समर्थित अध्यक्ष लालाबाई चंद्रवंशी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) शृंगार श्रीवास्तव पर लापरवाही और कमीशनखोरी जैसे गंभीर आरोप लगाए। सदस्यों ने तो यहां तक कह दिया कि दोनों में से किसी एक को तो जाना ही पड़ेगा। इतना ही नहीं सभी सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को सौंप दिया।
जिला पंचायत के अफसर बैठकों को लेकर गंभीर नहीं होने से सदस्यों रोष है। समय पर बैठकें नहीं हो पाने से सामूहिक निर्णय से होने वाले कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। काफी समय बाद बुधवार को सामान्य सभा हुई। रतलाम ग्रामीण विधायक की उपस्थिति और अध्यक्ष लालाबाई की अध्यक्षता में सामान्य सभा दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई। एजेंडे पर चर्चा शुरू होते ही भाजपा समर्थित सदस्य सत्यनारायण पाटीदार ने पिछली बैठक का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा।
राशि आवंटन में अध्यक्ष व सीईओ कर रहे मनमानी
बैठक के दौरान अध्यक्ष और सीईओ के खिलाफ सभी सदस्य लामबंद हो गए। इनमें भाजपा, कांग्रेस और जयस समर्थित सदस्यों के साथ ही निर्दलीय सदस्य भी शामिल हैं। सदस्यों का आरोप है कि अध्यक्ष लालाबाई और सीईओ शृंगार श्रीवास्तव राशि आवंटन के मामले में मनमानी कर रहे हैं। इसके चलते कांग्रेस के एक सदस्य की तो सीईओ श्रीवास्तव से नोंक-झोंक भी हो गई। कांग्रेस नेता ने यहां तक कह दिया कि अब अध्यक्ष और सीईओ में से किसी को तो यहां से जाना ही होगा। इस पर सीईओ का कहना था कि वे खुद ही ट्रांसफर करवा लेंगे।
लापरवाही के कारण लेप्स हो गई राशि
सभी सदस्यों में सरकार की सुदूर सड़क योजना में कोताही बरतने को लेकर नाराजगी है। सदस्यों के अनुसार समय पर बैठकें नहीं होती और सभी सदस्यों के वार्डों वाले गांवों में विभिन्न योजनाओं की राशि का आवंटन भी समान रूप से नहीं होता। राशि आवंटन के मामले में अध्यक्ष और सीईओ दोनों ही मनमानी करते हैं। यहां तक कि सुदूर सड़क योजना मद में आवंटित हुए 12 करोड़ रुपए भी दोनों की लापरवाही और मनमानी के चलते लेप्स हो गए।
16 में से 15 सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ
जिला पंचायत के 16 में से 15 सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ हैं। उन्होंने अध्यक्ष से वित्तीय अधिकार वापस लेने को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया। उन्होंने यह भी निर्णय लिया कि अब विकास कार्यों की राशि सभी सदस्यों के वार्डों के लिए समान रूप से आवंटित की जाएगी। कुछ आक्रोशित सदस्यों ने तो अध्यक्ष को हटाने के लिए संभागायुक्त के नाम हस्ताक्षरित अविश्वास प्रस्ताव एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को सौंपा है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष अपना बहुमत खो चुकी हैं, इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाना मजबूरी हो गया है। सदस्यों ने सुदूर सड़क योजना सड़क की राशि लेप्स होने के लिए अध्यक्ष लालाबाई को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
कमीशनखोरी के आरोप पर सीईओ का ऐसा जवाब !
जब बैठक में हंगामे को लेकर सीईओ शृंगार श्रीवास्तव से एसीएन टाइम्स ने चर्चा की तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ, बैठक में सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुए। वैसे भी बैठक के अंदर हुई बातों को लेकर मैं कैसे बयान दे सकता हूं। जब उनसे सदस्यों द्वारा लगाए गए कमीशनखोरी के आरोप के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि ऐसा तो कुछ नहीं हुआ। हालांकि, जब सदस्यों के आरोप का वीडियो होने की बात बताई गई तो सीईओ बोले कि- यदि ऐसा है तो वरिष्ठ अधिकारी जांच करवा लेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव में फर्जी हस्ताक्षर होने का अंदेशा !
बैठक में सिर्फ रुकी हुई राशि को लेकर चर्चा हुई। हमारा कोई भी सदस्य नाराज नहीं है और सभी हमारे साथ हैं। अविश्वास प्रस्ताव में जिन 15 लोगों के हस्ताक्षर की बात कही जा रही है उनमें से कई तो आज थे ही नहीं। इससे कई हस्ताक्षर फर्जी होने का अंदेशा है।
लालाबाई चंद्रवंशी, अध्यक्ष- जिला पंचायत
भाजपा के सभी सदस्य अध्यक्ष के साथ
जिला पंचायत अध्यक्ष मजबूती से विकास कार्यों में लगी हुई हैं। यह बात विपक्षी कांग्रेस और जयस के सदस्यों को रास नहीं आ रही। इसलिए उनके खिलाफ अल्पमत का झूठा प्रचार कर अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की जा रही है। इसमें भाजपा के एक भी सदस्य के हस्ताक्षर नहीं हैं। अध्यक्ष 9 सदस्यों के समर्थन के साथ पूर्ण बहुमत में हैं। कांग्रेस और जयस के सदस्यों का झूठा एजेंडा कभी कामयाब नहीं हो पाएगा।
प्रदीप उपाध्याय, जिला अध्यक्ष- भाजपा