ऐसा कैसा आई IAS ! जातिगत घृणा और वैमनष्यता फैलाने वाले IAS संतोष वर्मा को बर्खास्त करने की उठी मांग, ब्राह्मण बोले- सरकार ने नहीं हटाया तो आंदोलन करेंगे
एमपी के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज को लेकर की गई विवादित टिप्पणी समाज में रोष है। ब्राह्मण समाज ने ऐसे अफसर को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भोपाल में पिछले दिनों आयोजित कर्मचारी सम्मेलन में कर्मचारी संगठन में कर्मचारी हितों की बात करने के बजाय आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने जातिगत घृणा और वैमनष्यता फैलाने वाली बात कही। यह घोर निंदनी है। ऐसे आईएएस अधिकारी को सरकार तुरंत बर्खास्त करे और उसके विरुद्ध कदाचरण का केस भी दर्ज किया जाए।
यह मांग अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी एवं महामंत्री पं. तरुण उपाध्याय ने की है। पदाधिकारीद्वय ने कहा कि ऐसे अधिकारी समाज में घृणा पैदा कर जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। वे जो सवर्ण और अनुसूचित जाति-जनजाति के भाइयों के बीच में घृणा, भेदभाव व वैमनष्यता पैदा कर आपस में लड़ाना चाहते हैं। यदि ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो ब्राह्मण समाज आंदोलन करेगा।
सीएम से की कार्रवाई की मांग
घृणित मानसिकता एवं ओछी विचारधारा वाले आईएएस अधिकारी वर्मा के सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाले उक्त बयान की मोड़ चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज युवा समिति के अध्यक्ष पं. डॉ. रवीन्द्र उपाध्याय, सचिव पं. तरुण मोड़, कोषाध्यक्ष अशीष दवे, महामंत्री डॉ. ऋषि भट्ट, जयेश शर्मा, केतन जोशी, औदिच्य ब्राह्मण महासभा के पं. डॉ. राकेश राज शर्मा, राजेश अवस्थी, प्रवीण रावल, ओ. पी. पुरोहित, शिवेंद्र दुबे, धर्मेंद्र शर्मा, यतींद्र जोशी, चौबीसा ब्राह्मण समाज के संजय पुरोहित, श्रीमाली ब्राह्मण समाज के रविंद्र त्रिवेदी, देवेंद्र शर्मा आदि ने भी घोर निंदा की है। सभी ने तुच्छ मानसिकता वाले इस अधिकारी पर तत्काल कार्यवाही की मांग मुख्यमंत्री मोहन यादव से की है।
ब्राह्मण बेटियों का अपमान
आईएएस अधिकारी और अजाक्स के प्रांतीय नेता संतोष वर्मा के विवादास्पद बयान पर श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज की रतलाम इकाई ने भी नाराजी जताई है। अध्यक्ष सुरेश जोशी ने बताया कि आईएएस वर्मा जो कि अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष हैं, ने आरक्षण की अवधि पर टिप्पणी करते हुए विवादित बयान दिया है। उनके भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि "आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान में नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता।" यह अशोभनीय, जातिवादी सोच का परिचायक और ब्राह्मण बेटियों का अपमान है।
चरणबद्ध आंदोलन होगा
समाज के अध्यक्ष सुरेश जोशी, पूर्व अध्यक्ष शकुंतला त्रिवेदी, जितेंद्र भट्ट, हरिओम जोशी, मनकामनेश्वर जोशी, डॉ. ओमप्रकाश जोशी, रतलाम इकाई के सचिव बृजेंद्र नंदन मेहता, कोषाध्यक्ष प्रकाश उपाध्याय, अनिल भट्ट, भरत किशोर भट्ट, अक्षयप्रसाद मेहता, नर्मदाशंकर भट्ट, पुष्पेंद्र जोशी, जसवंत जोशी, महेश जोशी एवं समाजजन ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की है कि ऐसी वैमनस्यता फैलाने वाले अधिकारी को तुरंत बर्खास्त करें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो समाज द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
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