रतलाम रेल मंडल की बड़ी उपलब्धि ! TTE लॉबी को बायोमेट्रिक प्रणाली से जोड़ने वाला भारतीय रेलवे का पहला मंडल बना
डिजिटलीकरण के मामले में भारतीय रेलवे में रतलाम मंडल को बड़ी उपलब्धि मिली है। मंडल की सभी टीटीई लॉबी अब बयोमैट्रिक प्रणाली युक्त हो गई हैं।

>> रतलाम रेल मंडल का डिजिटलीकरण व संसाधन दक्षता की दिशा में बड़ा कदम
>> रतलाम रेल मंडल की सभी TTE लॉबियों में लागू हुई बायोमैट्रिक्स प्रणाली
>> बायोमैट्रिक लागू करने वाला भारतीय रेलवे का पहला रेल मंडल बना रतलाम
>> ऑन ड्यूटी और ऑफ ड्यूटी की सटीक पुष्टि से विवादों पर लगेगा विराम
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने रतलाम को टीटीई लॉबी में बायोमेट्रिक प्रणाली लागू करने में सफलता हासिल हुई है। यह उपलब्धि सिर्फ रतलाम मंडल की की ही नहीं बल्कि पूरे भारतीय रेलवे के लिए एक प्रेरक कदम और बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही रतलाम मंडल भारतीय रेलवे का पहला ऐसा मंडल बन गया है जिसने मंडल के सभी 9 टीटीई लॉबी को एक साथ बायोमेट्रिक प्रणाली से युक्त किया है।
रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि मंडल पर टीटीई लॉबी रतलाम के अतिरिक्त उज्जैन, इंदौर, डॉ. अम्बेडकर नगर, चित्तौड़गढ़, देवास, नीमच, नागदा एवं दाहोद की टीटीई लॉबियों को भी इस प्रणाली से युक्त किया गया है। इस पहल से ऑन ड्यूटी / ऑफ-ड्यूटी की सुनिश्चितता, कार्य में पारदर्शिता, और मैन्युअल प्रक्रियाओं से जुड़ी विवाद की संभावनाओं का पूर्ण निवारण संभव होगा।
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अपेक्षा से कम समय में कर दिया काम
इस क्रांतिकारी बदलाव मंडल रेल प्रबंधक अश्विनी कुमार की दूरदर्शिता, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक हिना वी. केवलरामानी का कुशल मार्गदर्शन तथा मंडल वाणिज्य प्रबंधक एवं सहायक वाणिज्य प्रबंधक का निर्देशन में संभव हो सका है। इसमें मुख्य वाणिज्य निरीक्षक-टिकट चैकिंग की कार्यकुशलता का विशेष योगदान रहा। इसके चलते ही यह कार्य अपेक्षा से भी कम समय में सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा सका है।
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ये फायदे होंगे इस प्रणाली के लागू होने से
- चैकिंग स्टाफ के कार्य में मुक्त-प्रवाह लाएगी।
- अनियमितताओं को समाप्त कर कर्यस्थल पर व्यवस्थित अनुशासन और विश्वास की पृष्ठभूमि तैयार करेगी।
- टिकट चैकिंग से जुड़ी प्रक्रियाओं में यह पहल गुणवत्ता, दक्षता और जवाबदेही का नया मानदंड स्थापित करेगी।
- ऑन ड्यूटी / ऑफ ड्यूटी की सटीक पुष्टि हो सकेगी।
- मैन्युअल हस्तक्षेप से उत्पन्न विवादों पर पूर्ण विराम लगेगा।
- कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही का उन्नय होगा।
- अनियमितताओं के उन्मूलन से यात्री और कर्मचारी दोनों को सुरक्षित और विश्वसनीय परिवेश मिलेगा।
अन्य मंडलों में बढ़ी त्वरित स्थापना की संभावना
रतलाम मंडल की इस भूमिका को देखते हुए अन्य मंडलों में भी बायोमेट्रिक लॉबी प्रणाली की त्वरित स्थापना की संभावना दिखाई देती है। यह राष्ट्रीय रेल नेटवर्क में विश्वसनीयता और कुशलता की नई दृष्टि प्रस्तुत करता है। यह तकनीकी सुधार भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण और संसाधन दक्षता की दिशा में एक बड़ा कदम है।