श्रावणी उपाकर्म ! जनेऊ सिर्फ साधारण धागा नहीं, मनुष्य के मर्यादित होने का प्रमाण है, इसे धारण करने वाले का नैतिक पतन संभव नहीं- पुष्पेंद्र जोशी
सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा रतलाम के गंगा आश्रम में सामूहिक श्रावणी उपाकर्म का आयोजन किया गया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जनेऊ मात्र एक साधारण धागा नहीं, बल्कि एक बहुत मजबूत रस्सी है। जो मनुष्य इसे धारण करता है यह जनेऊ उसे कभी नीचे गिरने नहीं देती। यह मनुष्य के मर्यादित होने का प्रमाण है। जो ब्राह्मण इसे धारण नहीं करते उनके नैतिक पतन की संभावना अधिक है। इसलिए सभी ब्राह्मणों को जनेऊ अवश्य धारण करना चाहिए।
यह बात सर्व ब्राह्मण समाज के संयोजक पुष्पेन्द्र जोशी ने गंगा आश्रम पर आयोजित श्रावणी उपाकर्म कार्यक्रम में कही। जोशी ने कहा कि देश और दुनिया की वर्तमान परिस्थिति में जनेऊ की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। मनुष्य, परिवार, समाज, देश और दुनिया को बचाने की क्षमता केवल जनेऊ में ही है और यी विश्व में शान्ति स्थापित कर सकता है।
15 वर्ष से कर रहे आयोजन, हुआ सम्मान
सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा विप्र समाज श्रावणी महोत्सव का आयोजन 15 वर्षों से किया जा रहा है। इसमें हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रावणी उपाकर्म की क्रिया करते हैं। इस अनूठे आयोजन के लिए समाज की ओर से संयोजक पुष्पेंद्र जोशी का शाल-श्रीफल, दुपट्टे एवं परशुराम जी का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया। उन्हें सफल आयोजन के लिए बधाई भी दी। समाजजन ने अगले वर्ष आयोजन में शामिल होने वालों की संख्या दो गुनी करने का संकल्प भी लिया।
इनका भी हुआ सम्मान
सामूहिक श्रावणी उपाकर्म कार्यक्रम में सर्व ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष नरेंद्र जोशी, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र तिवारी, सचिव नरेंद्र त्रिवेदी, उपाध्यक्ष डॉ. आई. पी. त्रिवेदी, उपाध्यक्ष राजेश तिवारी, शरद शुक्ला सहित अन्य का सम्मान भी किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या विप्रजन मौजूद रहे।