कला और साहित्य : साहित्यकार प्रो. अज़हर हाशमी के रूहानियत भरे गीतों और कविताओं की संगीतमय प्रस्तुति आज, 'बलिहारी गुरु आपकी' पुस्तक का विमोचन भी होगा
विद्यार्थी परिवार द्वारा साहित्यकार, कवि एवं सौहार्द के संदेशवाहक प्रो. अज़ह हाशमी को 12 जुलाई को स्वरांजलि दी जाएगी। इस मौके पर ‘बलिहारी गुरु आपकी’ पुस्तक का विमोचन भी होगा।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । गीता मनीषी, वेदों के ज्ञाता, सर्वधर्म समभाव के प्रवक्ता, सौहार्द के संदेश वाहक और साहित्यकार स्व. अज़हर हाशमी के व्यक्तित्व और कृतित्व को अनूठे ढंग से प्रस्तुत करने के लिए 12 जुलाई को एक समारोह आयोजित किया जा रहा है। इसमें सूफी संत और साहित्यकार, कवि और गीतकार प्रो. हाशमी के रूहानियत भरे गीतों और कविताओं की संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी। इस मौके पर ‘बलिहारी गुरु आपकी’ पुस्तक का विमोचन भी होगा।
समारोह का आयोजन विद्यार्थी परिवार द्वारा 12 जुलाई को शाम 5.00 बजे होटल अजंता पैलेस के कॉन्फ्रेंस हाल में होगा। मुख्य अतिथि युवा संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप होंगे। संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप ने ही प्रो. हाशमी द्वारा आधी सदी पूर्व लिखी गई प्रसिद्ध रचना ‘राम वाला हिंदुस्तान चाहिए...’ को संगीतबद्ध करते हुए एल्बम जारी किया था। इस रचना को पार्श्व गायक रूपकुमार राठौड़ ने स्वरबद्ध किया था। यह रचना और एलबम आज भी काफी लोकप्रिय है। समारोह की अध्यक्षता रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक अश्विनी कुमार करेंगे। वे साहित्य मनीषी होने के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में भी खासा दखल रखते हैं।
ये देंगे संगीतमय प्रस्तुति
आयोजन के दौरान प्रो. हाशमी के गीतों और कविताओं की संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी। प्रस्तुति जाने-माने गायक और फनकार सहित अन्य देंगे। इनमें शासकीय कन्या महाविद्यालय की संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष और प्रशिक्षक डॉ. स्नेहा पंडित, गायिका किरण छाबड़ा, संगीता जैन, जितेंद्र चौहान, अक्षद और पीयूष सहित अन्य शामिल हैं। इन कविताओं और गीतों के माध्यम से प्रो. हाशमी की आध्यात्मक यात्रा प्रदर्शित की जाएगी जिसे ‘रूहानियत’ नाम दिया गया है। इसका विमोचन 9 जून को स्वयं अज़हर हाशमी ने किया था।
शिष्य ‘बलिहारी गुरु आपकी’ द्वारा प्रस्तुत करेंगे कृतज्ञता भाव
किसी भी व्यक्ति के जीवन को संवारने का काम गुरु करता है। प्रो. हाशमी ऐसे ही गुरुओं में शुमार हैं जिनकी सीख ने उनके शिष्यों को विभिन्न क्षेत्रों में पहचान दी है। इन शिष्यों ने अपने गुरु के प्रति अपने विचारों और संस्मरणों के माध्यम से कृतज्ञता ज्ञापित की है जिसे पुस्तक ‘बलिहारी गुरु आपकी’ का रूप दिया गया है। इस पुस्तक का विमोचन भी इस समारोह में अतिथियों द्वारा किया जाएगा।
इन्होंने की आयोजन को सफल बनाने की अपील
गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में विद्यार्थी परिवार द्वारा आयोजित इस अनूठे आयोजन में ज्यादा से ज्यादा की संख्या में उपस्थित होने का अनुरोध प्रो. हाशमी के शिष्यों ने किया है। इनमें विद्यार्थी परिवार की डॉ. अनिला कंवर, डॉ. प्रवीणा दवेसर, श्वेता नागर, सतीश त्रिपाठी, हेमंत भट्ट, तुषार कोठारी, नीरज कुमार शुक्ला सहित अन्य शामिल हैं।
संस्कृति विभाग ने दिया विशेष स्थान
प्रो. अज़हर हाशमी की साहित्य सेवा और तपस्या को मप्र शासन के संस्कृति विभाग ने अपने विशेष कार्यक्रम ‘मध्य प्रदेश के गौरव’ में स्थान दिया है। संस्कृति विभाग ने अपनी इस शृंखला को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी साझा किया है। इसमें विभाग द्वारा बताया गया है कि ‘मध्यप्रदेश के गौरव’ प्रसिद्ध लेखक और चिंतक प्रो. अज़हर हाशमी प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर के अनेक सम्मानों से सम्मानित हो चुके हैं। इस प्रतिभाशाली व्यक्तित्व की लेखनी मानवीय मूल्यों के मंडप तले भारतीय संस्कृति का अनुष्ठान करती है। संस्कृति विभाग के अनुसार प्रो. हाशमी के शब्दों की सकारात्मक ऊर्जा युवाओं में आत्मविश्वास, आशा और अनवरत कर्म करने का संचार करती है।
संस्कृति विभाग की प्रस्तुति
View this post on Instagram