Cyber ​​attack alert ! भारत-पाक संगर्ष के बीच सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जानिए- कैसे कर सकते हैं इससे अपना बचाव

सरकार की तरफ से साइबर फ्रॉड और साइबर अटैक को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है। आप भी इसे पूरा पढ़ लें ताकि आप के साथ कोई घटना न हो।

Cyber ​​attack alert ! भारत-पाक संगर्ष के बीच सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जानिए- कैसे कर सकते हैं इससे अपना बचाव
साइबर अटैक अलर्ट !

एसीएन टाइम्स @ डेस्क । भारत-पाक संघर्ष के चलते साइबर हमले (Cyber ​​attack) का जोखिम बढ़ गया है। भारतीय शासकीय एजेंसिया, सैन्यकर्मी, संस्थान और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा सकता है। व्हाट्सएप, ईमेल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से तेजी से फैल रही दुष्प्रचार सामग्री के बारे में सतर्क रहना आवश्यक है। इस सामग्री में भ्रामक वीडियो, इमेज तथा अन्य के माध्यम से भारत-पाक संघर्ष से संबंधित समाचार या अपडेड के रुप में फिशिंग ईमेल, फोटो, लॉगिन पेजेस और दुर्भावनापूर्ण अनुलग्न जैसी परिष्कृत रणनीति का उपयोग शामिल है। अतः पूरी तरह अहतियात बरतने की आवश्यकता है।

इस आशय की एडवाइजरी शासन और प्रशासन की ओर से आजमन के लिए जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि साइबर अपराधी समाचार अथवा सूचनाओं से संबंधित विशेष अपडेट, संघर्ष से संबंधित कथन या लीक हुए फुटेज के बहाने दुष्प्रचार सामग्री प्रसारित की जा रही है, जिनमें मेलवेयर, स्पाइवेयर या फिशिंग वेबसाइट के लिंक होती हैं। यह सामग्री विभिन्न यूआरएल लिंक अथवा अज्ञात नम्बरों से भेजी नई तस्वीरों के रूप में भी हो सकती है जो कि व्हाट्सएप, टेलीग्राम तथा अन्य सोश्यल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से बड़ी सरलता से प्रेषित की जा सकती है।

ऐसे हो सकती है आपके डेटा की चोरी, हैक हो सकता है सोशल मीडिया एकाउंट

एडवाइजरी में कहा गया है कि दुष्प्रचार के रूप से तैयार की गई apk फाइल, exe फाइल और वीडियो फाइल/लिंक को व्हाट्सएप, ईमेल और अन्य सोश्यल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत संदेशों में फिशिंग लिंक एम्बेड किए जा रहे हैं। ये विश्वसनीय स्त्रोतों या समूहों के समान ही प्रतीत होते हैं। वैध समाचार या सरकारी स्त्रोतों की तरह दिखने के लिए डिजाइन की गई इन फिशिंग वेबसाइट्स के माध्यम से व्यक्तिगत डेटा भी चुराया जा सकता है। एप या टूल (जैसे लाइव वार अपडेट एप) के रूप में लेबल की गई apk फाइल का प्रसार किया जा रहा है जिसके माध्यम से डेटा चुराना या डिवाइस को लाक करके फिरौती की मांग की जा सकती है। इसके अतिरिक्त टूल्स के माध्यम से बैंक खाते या सोशल मीडिया खाते आदि को भी हैक किया जा सकता है।

अनजान नंबरों से भेजे वीडियो और ईमेल फाइल नहीं खोलें

इस तरह की दुष्प्रचार सामग्री से बचने के लिए नागरिक कभी भी अनजान फोन नम्बर से भेजे गए वीडियो या ईमेज फाइल को ओपन न करें, भले ही ऐसी फाइल किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा फारवर्ड की गई हो, जिस पर आप भरोसा करते हैं। स्वयं भी ऐसे मैसेज को कभी किसी को या किसी समूह को फॉरवर्ड न करें। विवादित अपडेट या संवेदनशील फुटेज दिखाने का दावा करने वाले फारवर्ड किए गए लिंक को ओपन करने का प्रयास न करें।

ऐसे बचें ठगी और धोखाधड़ी से

व्हाट्सएप में बेहतर सुरक्षा के लिए ऑटो डाउनलोड को डिसेबल करें। अकाउंट हैक होने से बचने के लिए व्हाट्सएप एकाउंट सेटिंग में 2 स्टेप वेरिफिकेशन इनेबल करें। ओटीपी किसी के साथ साझा न करें। अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए ईमेल न खोलें, खासकर वे जो भारत-पाक संघर्ष से संबंधित विषय वाले हों। अनचाहे ईमेल से आए अटैचमेंट को डाउनलोड करने या लिंक पर क्लिक कर ओपन करने से बचें। ईमेल एड्रेस की सावधानीपूर्वक जांच करें क्योंकि फिशिंग ईमेल भेजने के लिए साइबर अपराधी अक्सर असली जैसे दिखने वाले एड्रेस की नकल करते हैं।

केवल सत्यापित समाचार चैनल या सोशल मीडिया हैंडल ही उपयोग करें

भारत-पाक संघर्ष पर अपडेट या सूचनाएं जानने के लिए केवल सत्यापित समाचार चैनल और सोशल मीडिया हैंडल का ही उपयोग करें। संवेदनशील फर्जी समाचारों को फारवर्ड या डाउनलोड करने से बचने के लिए फैक्ट चैकर्स का उपयोग करें। विशेष रुप से संवेदनशील घटनाओं या सूचनाओं की असत्यापित सामग्री को शेयर करने से बचें। अधिकृत सरकारी वेबसाइटों और हैंडल के माध्यम से किसी भी ग्राफिक जानकारी को सत्यापित करें।