शिक्षा दान की रजत यात्रा ! शिक्षा, संस्कृति और संस्कार की पर्याय श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी, अभिभावकों के भरोसे की कसौटी पर खरी उतरी संस्था
रतलाम की श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी ने शिक्षा दान की रजत यात्रा पूरी कर ली है। यह यात्रा आगे भी सतत् जारी रहेगी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति साढ़े चार दशक से अभिभावकों के भरोसे का पर्याय बनी हुई है। 6 हजार विद्यार्थियों के साथ इस संस्था द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाएं शिक्षा, संस्कृति, संस्कार, सृजन और सहयोग की मिसाल हैं। इन्हीं में से एक संस्था है श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी जो शिक्षा दान की रजत यात्रा पूरी कर चुकी है। इस महत्वपूर्ण मुकाम पर संस्था के संचालकों ने अपना संकल्प दोहराते हुए कहा, कि- ‘शिक्षा के दान से बड़ा कोई दान नहीं और हमारे द्वारा शिक्षा दान का यह कार्य रतलाम शहर में नि:स्वार्थ भाव से किया जाता रहेगा।’
श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी के रजत जयंती वर्ष पर बरबड़ क्षेत्र में स्थित संस्था के खालसा सभागृह में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इसमें श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति के अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग ने संबोधित किया। अध्यक्ष डंग ने सिलसिलेवार जानकारी देते हुए बताया कि सन् 1981 में न्यू रोड स्थित भवन में सरदार राजेंद्र सिंह डंग की अध्यक्षता में श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति का गठन हुआ था। जिसमें रेवेल सिंह, महेन्द्रपाल सिंह अजीमल, हरदयाल सिंह वाधवा, गुरुचरण सिंह, महेन्द्र सिंह चावला, दर्शन सिंह, चेत सिंह, अवतार सिंह, सरदार सिंह, हवैला सिंह सहित अन्य सदस्य शामिल किए गए। इनके दृढ निश्चय और श्री गुरु तेग बहादुर के जीवन आदर्शों का पालन करते हुए समिति के मार्गदर्शन में 30 बच्चों के साथ श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल (अंग्रेजी माध्यम) की नींव रखी गई।
संस्था लगातार बढ़ती रही प्रगति के पथ पर
डंग के अनुसार 1991 में तत्कालीन संस्था अध्यक्ष हरदयाल सिंह वाधवा, सचिव महेन्द्रपाल सिंह अजीमल एवं समिति के नेतृत्व में शास्त्री नगर में श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक हायर सेकण्डरी स्कूल में पहली बार बोर्ड परीक्षा (10वीं) का संचालन हुआ। लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए कुछ ही वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम रचते हुए 2001 में श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी की स्थापना की गई। खेल के क्षेत्र में 2008 CBSE क्लस्टर में पहली बार में ही इस संस्था के विद्यार्थियों ने 3000 मीटर रेस में पदक हासिल कर राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा के लिए क्वालीफाई किया।
बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम आ रहा शत-प्रतिशत
2010 में गुरनाम सिंह समिति के अध्यक्ष बने। उनके मार्गदर्शन में समिति द्वारा संचालित संस्थाएं उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी के विद्यार्थियों का सत्र 2010-2011 से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दिल्ली (CBSE) की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम निरंतर शत-प्रतिशत रहता है।
इन गतिविधियों में भी लोहा मनवा रहे विद्यार्थी
संस्था द्वारा शिक्षा के साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक व विभिन्न खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ग्रीष्मकालीन कैम्प का संचालन समिति द्वारा किया जा रहा है। इसमें घुड़सवारी, तैराकी, रायफल शूटिंग, मलखम्भ, एडवांस योग, जूडो-कराते, स्केटिंग, शतरंज जैसे खेलों के माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो रहा है। CBSE क्लस्टर व नेशनल खेल प्रतियोगिताओं में एकेडमी के विद्यार्थियों ने लगातार पदक हासिल कर स्कूल व शहर का नाम गौरवान्वित किया है। खेल चेतना मेला में भी एकेडमी को 7 वर्षों तक सर्वश्रेष्ठ विद्यालय व चैम्पियनशिप से सम्मानित किया जा चुका है।
सामाजिक सरोकार की सीख भी, NCC भी शुरू
संस्था में सामाजिक सरोकारों के तहत विद्यालय प्रतिवर्ष दिव्यांग बच्चों के साथ रक्षाबंधन पर्व मानता है। इसमें बच्चों को उपहार देने के साथ ही गुरु नानक जयंती की खुशियां समाज के सर्वहारा वर्ग के साथ बांटी जाती हैं। दिव्यांग बच्चों को संस्था के बच्चों और संस्था की ओर से जरूर की चीजें और मिठाई भी वितरित की जाती है। वर्तमान सत्र 2025-26 में एकेडमी में NCC की ब्रांच का संचालन भी प्रारंभ हो गया है। विद्यालय में अब तक लगभग 25 हजार विद्यार्थियों ने अक्षर ज्ञान व शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न सामाजिक, प्रशासकीय क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल कर विद्यालय व शहर का नाम गौरवान्वित किया है।
6 हजार परिवारों का अटूट भरोसा
श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा संचालित तीनों विधालयों में वर्तमान में लगभग 6000 विद्यार्थी हैं। समिति विगत 45 वर्ष से विद्यार्थियों के परिवारों के अटूट विश्वास के साथ शिक्षा दान के क्षेत्र में कार्यरत है। इस भरोसे को कायम रखने में मौजूदा समिति अध्यक्ष गुरनाम सिंह डंग, उपाध्यक्ष हरजीत सिंह चावला, सचिव अजीत सिंह छाबड़ा, कोषाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह वाधवा, सहसचिव हरजीत सिंह सलूजा व सतपाल सिंह डंग, खेल प्रभारी सुरेन्द्र सिंह भामरा, धर्मेन्द्र सिंह गुरुदत्ता, गगनदीप सिंह डंग, गुरविन्दरजीत सिंह खालसा एवं अन्य युवा सदस्य सफल रहे हैं।
वार्षिक खेल महोत्सव 16 अक्तूबर से
अध्यक्ष गुरनाम सिंह डंग ने बताया कि 16 अक्टूबर से खेल महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें आयोजित होने वाले खेल गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा। डंग ने बताया संस्था द्वारा जल्द ही स्पोर्ट्स एकेडमी भी स्थापित करेगा। इसके लिए जगह खरीदी जा चुकी है। एकेडमी स्थापित करने के लिए इंजीनियर को प्रोजेक्ट बनाने का काम भी सौंपा जा चुका है। एकेडमी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच उपलब्ध होंगे।