MP के कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप एक बार फिर चर्चा में, इस बार यह है चर्चा में आने की असली वजह...
मप्र के कैबिनेट मंत्री व रतलाम से भाजपा विधायक चेतन्य काश्यप एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उनकी चर्चा की वजह क्या है, यह जानने के लिए यह खबर पढ़ लें।
 
                                    एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप (Chetanya Kasyap) एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं और वजह उनकी संपत्ति है। भाजपा (BJP) से तीन बार के विधायक और मंत्री काश्यप द्वारा प्रदेश सरकार से कोई भी वेतन-भत्ता नहीं लेने के बाद भी उनकी आमदनी लगातार बढ़ रही है। वे 296 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। इस लिहाज से वे प्रदेश के सबसे अमीर विधायकों में शुमार हैं। दान के मामले में भी उनकी उदारता की चर्चा हमेशा ही होती है।
कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत करने वाले संजय पाठक (MLA Sanjay Pathak) अब भाजपा सरकार में मध्य प्रदेश के कटनी जिले की विजयराघवगढ़ सीट से विधायक हैं। खनन व्यवसाय से जुड़े पाठक विधानसभा चुनाव के वक्त काफी चर्चा में आए थे तब इसकी वजह उनकी संपत्ति थी। दरअसल, वे प्रदेश के सबसे अमीर विधायकों में शुमार हैं। संजय पाठक एक बार फिर चर्चा में और इस बार चर्चा की वजह हाईकोर्ट के जज विशाल मिश्रा द्वारा किया गया गंभीर खुलासा है। उन्होंने खनन माफिया से जुड़े एक मामले की सुनवाई करने से इनकार कर दिया। उन्होंने अपने आदेश में लिखा है कि उन्हें सत्तापक्ष के विधायक संजय पाठक ने संपर्क करने का प्रयास किया। यह मामला सामने आते ही राजनीतिक गलियारों और प्रदेश में एक और नाम फिर से चर्चा में आ गया। यह नाम है रतलाम विधानसभा सीट से भाजपा से तीसरी बार विधायक और डॉ. मोहन यादव सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप का।
काश्यप क्यों चर्चा में ?
मंत्री चेतन्य काश्यप की चर्चा सिर्फ इसलिए हो रही है कि अमीर विधायकों की सूची में उनका नाम शीर्ष पर है। चुनाव के वक्त भी उम्मीदवारों में पाठक और काश्यप की अमीरी की ही चर्चा थी लेकिन हाईकोर्ट जज की टिप्पणी के बाद पाठक की अमीरी के साथ विवाद भी जुड़ गया है जबकि काश्यप इन सबसे दूर हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग के समक्ष प्रस्तुत उनके हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 296 करोड़ रुपए से ज्यादा (2,96,08,31,000) है वह भी उनके द्वारा सरकार से निर्धारित वेतन-भत्ते या अन्य सुविधाएं नहीं लेने के बाद भी। उनके विरुद्ध कोई आपराधिक प्रकरण भी नहीं है जो एक बड़ी बात है।
20.17 करोड़ रुपए का कर्ज है मंत्री काश्यप पर !
साल 2023 में काश्यप द्वारा प्रस्तुत हलफनामे में उन पर 20 करोड़ 17 लाख रुपए का कर्ज भी बताया गया था। गौर करने वाली बात यह है कि वे भाजपा ने उन्हें 2013 में पहली बार रतलाम से टिकट दिया था और वे भारी मतों से विजयी हुए थे। इसके बाद के चुनावों में भी उन्हें मिले वोटों की संख्या लगातार बढ़ी ही है। उनका विधायक के रूप में यह तीसरा कार्यकाल है जिसमें वे कैबिनेट मंत्री भी हैं लेकिन वे सरकार से वेतन-भत्ते या कोई भी अन्य सुविधा नहीं लेते। इसके अलावा वे भाजपा, सामाजिक, धार्मिक और गैर राजनीतिक संगठनों सहित कई जगह बड़े पदों पर रह चुके हैं और अभी भी क्रीड़ा भारती जैसी संस्था में पदाधिकारी हैं जहां वे दिल खोल कर खर्चा करते हैं।
यह है कमाई का मुख्य स्रोत
मंत्री चेतन्य कश्यप की कमाई का मुख्य स्रोत धार जिले के बदनावर में स्थित उनका निजी उपक्रम काश्यप स्वीटनर्स प्राइवेट लिमिटेड (Kasyap Sweeteners Pvt. Ltd.) है। महाराष्ट्र में इस उपक्रम की दो और इकाइयां भी हैं। पूरा कारोबार बेटे संभालते हैं इसलिए चेतन्य काश्यप ने यहां अपनी भूमिका सिर्फ एडवाइजर के रूप में ही सीमित कर रखी है और पूरा ध्यान राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में लगाते हैं। 2023 के हलफनामे के अनुसार उन्हें इस व्यवसाय से 2022-23 में कुल 37 लाख 51 हजार रुपए की आमदनी हुई थी। वहीं पत्नी नीता काश्यप को 68 लाख 71 हजार रुपए और परिवार की अन्य कमाई 19 लाख 96 हजार रुपए हुई थी। काश्यप परिवार द्वारा ढाई दशक से ज्यादा समय से बदनावर में काश्यप विद्यापीठ का संचालन भी किया जा रहा है।
ये प्रकल्प हमेशा रखते हैं चर्चा में
राजनीति में आने से पहले काश्यप पूर्ण रूप से उद्योगपति ही रहे। उन्होंने हिंदी दैनिक चेतना और अर्थ चेतना जैसे समाचारों का प्रकाशन भी किया जिनका प्रदेश की पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान रहा। इसके अलावा उनके प्रकल्पों की चर्चा हमेशा ही होती रहती है फिर चाहे उनके द्वारा स्थापित अहिंसा ग्राम हो, खेल चेतना मेला हो या फिर अन्य।
 
        
    
    
    
    
        
 
                         Niraj Kumar Shukla
                                    Niraj Kumar Shukla                                 📌 हमें गूगल न्यूज़ पर भी फॉलो करें |
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