धरती आबा बिरसा मुंडा की शान में इस विभाग ने की कर दी गुस्ताखी, अब अफसरों को मांगनी पड़ रही माफी
भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को लेकर जारी आदेश में आपत्तिजनक शब्द लिखे जाने पर जनयातीय समाज ने नाराजी दर्ज कराई है। इस त्रुटि के लिए जनजातीय कार्य विभाग ने माफीनामा जारी किया है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले का जनजातीय कार्य विभाग इन दिनों जनजातीय समाज के निशाने पर है। इस विभाग के जिम्मेदारों ने जारी एक आदेश में धरती आबा के रूप में विख्यात भगवान बिरसा मुंडा को लेकर आपत्तिजनक शब्द लिख दिया। इससे जनजातीय समाज में रोष है। विभाग के जिम्मेदार अपनी इस गलती के लिए न सिर्फ शर्मिंदा हैं बल्कि उन्हें पूरे समाज से लिखित में माफी भी मांगनी पड़ रही है।
भगवान बिरसा मुंडा की 150 जन्म जयंती के अवसर पर रथ यात्रा निकाली जानी है। आयोजन को सफल बनाने के लिए कलेक्टर मिशा सिंह के निर्देश पर जनजातीय कार्य विभाग द्वारा विभागीय अधिकारी और छात्रावास अधीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके लिए विभाग से 9 नवंबर 2025 को एक आदेश जारी किया गया था लेकिन उसमें भगवान बिरसा मुंडा का नाम गलत प्रिंट हो गया। यह आदेश विभाग के वाट्सएप ग्रुप में शाम 7.08 बजे पोस्ट किया गया था। कुछ ही मिनट बाद उक्त आदेश ग्रुप से डिलीट भी कर दिया गया था और उसके कुछ ही मिनट बाद संशोधित आदेश भी जारी हो गया था।
आदेश पोस्ट होते ही मच गया हड़कंप
बताया जा रहा है कि उक्त आदेश वाट्सएप ग्रुप में पोस्ट होते ही किसी ने उसे जनजातीय समाज से जुड़े संगठनों तथा बाप विधायक कमलेश्वर डोडियार तक भी पहुंच गया। इस पर संगठन प्रमुखों और विधायक डोडियार ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए विरोध दर्ज करवाया। विधायक ने तो मामले में भगवान बिरसा मुंडा को लेकर लिखे आपत्तिजनक शब्द वाला आदेश जारी करने वाले अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी ही जारी कर दी थी। विधायक ने मामले में संबंधित के विरुद्ध एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराने की बात भी कही थी।
विभाग की सहायक आयुक्त ने मांगी माफी
जनजातीय कार्य विभाग से जारी पत्र में हुई गड़बड़ी के लिए सहायक आयुक्त द्वारा 14 नवंबर 2025 को एक पत्र जारी कर जनजातीय समाज और उससे जुड़े संगठनों से माफी मांगी है। सहायक आयुक्त द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि उक्त त्रुटि वाला पत्र उनके अवकाश पर रहने के दौरान प्रभारी अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी हुआ था। इसमें लिपिकीय टंकण त्रुटि से भगवान बिरसा मुंडा का नाम गलत टाइप हो गया था। यह संज्ञान में आते ही त्रुटियुक्त पत्र वाट्सएप ग्रुप से डिलीट कर दिया गया था। सहायक आयुक्त ने उक्त मानवीय त्रुटि के लिए विभाग की ओर से स्वयं सहित अन्य ने सभी से क्षमा याचना की है। उन्होंने समाजजन से उक्त आयोजन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने का आग्रह भी किया है।
जानजातीय कार्य विभाग का माफीनामा

अब एफआईआर नहीं दर्ज कराएंगे विधायक
इस मामले में सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने एसीएन टाइम्स को बताया कि भगवान बिरसा मुंडा को लेकर आपत्तिजनक आदेश जारी होने पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। डोडियार के अनुसार उन्होंने जिम्मेदारों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी भी कर ली गई थी। चूंकि जिम्मेदारों द्वारा मामले में लिखित में खेद जताते हुए माफी मांग ली गई है, इसलिए एफआईआर दर्ज नहीं करवाई जा रही है।
15 को बाजना में निकलेगी रथयात्रा
बता दें कि, 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जिले में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जा रही है। इसके तहत जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 11 से 15 नवंबर तक ‘रथ यात्रा’ का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 14 नवंबर को ग्राम सैलाना से अडवानिया, सकारवदा, शिवगढ़, बासिन्द्रा, रावटी तक रथ यात्रा आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य समाज में जागरूकता, विभाग की योजनाओं का प्रचार-प्रसार एवं जनजागरण का संदेश पहुँचाना है। इसके लिए रथ पर झाँकियाँ, संदेशात्मक पोस्टर एवं प्रचार सामग्री प्रदर्शित की जा रही है। 15 नवंबर को रावटी से बाजना तक रथ यात्रा निकलेगी।
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