विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बाँधा समां, अतिथि बोले- वार्षिकोत्सव व्यक्तित्व को नई पहचान देने का माध्यम

रतलाम के उत्कृष्ट विद्यालय में खेल गतिविधि एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी।

विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बाँधा समां, अतिथि बोले- वार्षिकोत्सव व्यक्तित्व को नई पहचान देने का माध्यम
उत्कृष्ट विद्यालय रतलाम में सांस्कृति प्रस्तुति देती छात्राएं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में सोमवार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गरिमामय आयोजन हुआ। संस्था के विद्यार्थियों ने सहभागिता कर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर खूब तालियां बटोरीं। इस मौके पर अतिथियों ने विद्यार्थियों को लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने वार्षिकोत्सव को व्यक्तित्व निखारने का माध्यम बताया।

उत्कृष्ट विद्यालय में खेल गतिविधियों का समापन पिछले दिनों हुआ। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. लीला जोशी थीं। अध्यक्षता पर्यावरणविद डॉ. खुशालसिंह पुरोहित ने कही। विशिष्ट अतिथि पार्षद अनीता कटारा एवं समाजसेवी चिन्मय नगावत रहे। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती पूजन कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ किया।

अतिथियों का स्वागत संस्था प्राचार्य सुभाष कुमावत, डॉ. पूर्णिमा शर्मा,  सुनील कुमार कदम,  हरीश रत्नावत, डॉ. ललित मेहता सहित विद्यालय के स्टाफ ने किया। इस अवसर पर पी.टी.ए. अध्यक्ष हेमा कटारिया विशेष रूप से उपस्थित रहीं। विद्यार्थियों ने एकल नृत्य, समूह नृत्य, नाट्य प्रस्तुति एवं कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत कर अपनी जीवंत प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।

राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका पर डाला प्रकाश

डॉ. लीला जोशी ने संस्था के नए स्वरूप व विद्यार्थियों की प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए आशीर्वाद दिया। डॉ. खुशाल सिंह पुरोहित ने विद्यार्थियों को राष्ट्र का निर्माता बताया व वास्तविक राष्ट्र निर्माण शालाओं, महाविद्यालयों में किए जाने पर शिक्षकों की भूमिका को अति महत्वपूर्ण बताया।

संस्था को सहयोग देने का दिया वचन

पार्षद अनीता कटारा ने संस्था को हर मुमकिन सहयोग प्रदान करने का आश्वासन प्रदान किया। समाजसेवी चिन्मय नगावत ने भी सतत सहयोग करने का वचन दिया। ज्ञातत्व है कि नगावत ने विद्यालय को माँ सरस्वती की प्रतिमा भी भेंट की। इसकी प्राण प्रतिष्ठा व स्थापना शीघ्र की जाएगी।

संस्था की विकास यात्रा व उपलब्धियां बताई

प्राचार्य कुमावत ने कार्य प्रतिवेदन के माध्यम से संस्था की विकास यात्रा व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां एस. एल. भदौरिया की टीम के मार्गदर्शन में दी गईं। तकनीकि सहयोग सुरेश राठौर ने प्रदान किया। संचालन डॉ. पूर्णिमा शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन प्राचार्य कुमावत ने किया।