MP के सभी मेडिकल कॉलेज के शिक्षक-कर्मचारी आज से काली पट्टी बांधकर सरकार के इस कदम का विरोध करेंगे, कल काला दिवस मनाएंगे

मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षक और कर्मचारी मेडिकल कॉलेज में प्रशासकीय अधिकारियों की नियुक्ति के सरकार के कदम से नाराज हैं। उन्होंने 21 नवंबर से काली पट्टी बांध कर विरोध जताने का ऐलान किया है।

MP के सभी मेडिकल कॉलेज के शिक्षक-कर्मचारी आज से काली पट्टी बांधकर सरकार के इस कदम का विरोध करेंगे, कल काला दिवस मनाएंगे
डॉक्टरों ने किया सरकार के कदम के विरोध का ऐलान।

कैबिनेट में चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रशासकीय अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव से हैं नाराज

एसीएन टाइम्स @ भोपाल / रतलाम । मध्य प्रदेश के सभी 13 चिकित्सा महाविद्यालय में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों और कर्मचारियों ने सरकार के एक कदम पर नाराजगी जताई है। चिकित्सा महाविद्यालयों में डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम की नियुक्ति के कैबिनेट में आने वाले प्रस्ताव के विरोध में सभी चिकित्सा शिक्षक और कर्मचारी 21 नवंबर (सोमवार) को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। यही नहीं वे 22 तारीख को काला दिवस मनाते हुए काम भी नहीं करेंगे। इसका समर्थन आईएमए की रतलाम शाखा ने भी किया है।

आईएमए की रतलाम शाखा के समर्थन का वीडियो देखने के लिए यहां  क्लिक करें

प्रोग्रेसिव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्य प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल और सचिव डॉ. राकेश मालवीय ने बताया शासन द्वारा 22 नवंबर को कैबिनेट में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रशासकीय अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर बिल लाया जा रहा है। इसे लेकर लेकर प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सा शिक्षक एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन मीटिंग की गई गई। इसमें सभी पदाधिकारियों ने सरकार के उक्त कदम को अनुचित बताते हुए इसका मजबूती से विरोध करने का निर्णय लिया। बता दें कि इसी साल जनवरी में भी ऐसा ही प्रस्ताव लाने का प्रयास हुआ था। तब भी इसका समस्त मेडिकल कॉलेज में विरोध हुआ था। तत्पश्चात इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।

मुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री से मांगा समय लेकिन नहीं मिला

रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि प्रोग्रेसिव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश ने मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस गंभीर विषय पर एसोसिएशन को समय देने की मांग की है ताकि मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत समस्त चिकित्सा शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मचारियों की आवाज को सुना जाए। एसोसिएशन का मानना है कि यदि उसे बात रखने का समय मिलता है तो उन्हें आंदोलन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ऐसा इसलिए कि चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ मरीजों के हितों के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे नहीं चाहते कि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी उठाना पड़े। हालांकि अभी शासन के किसी भी प्रतिनिधि ने एसोसिएशन के चिकित्सकों से बात नहीं की है। इसके चलते ही उक्त कदम उठाना पड़ रहा है।

ऐसे विरोध दर्ज कराएंगे चिकित्सा शिक्षक और कर्मचारी

  • चिकित्सा शिक्षक एवं मेडिकल कॉलेज में कार्यरत समस्त स्वास्थ्यकर्मी 21 नवम्बर से काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
  • सभी 13 मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक असपताल के बाहर अपनी सामान्य सभा कर विरोध जताएंगे।
  • सभी मेडिकल कॉलेज में एक साथ दोपहर 1:30 बजे सभी चिकित्सक अस्पताल के बाहर या मेडिकल कॉलेज के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे।
  • सभी 13 मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक दोपहर 1:30 से 2:00 के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना पक्ष रखेंगे।
  • 22 नवंबर को काला दिवस मनाएंगे और काम नहीं करेंगे।