मप्र साहित्य अकादमी देगी 124 सम्मान, 88.72 लाख के पुरस्कार भी बांटेगी, प्रथम पांडुलिप के लिए अनुदान भी मिलेगा, आप भी हो सकते हैं इसके हकदार

मप्र साहित्य अकादमी द्वारा लेखकों की विभिन्न कृतियों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जाएगा। अकादमी कुल 124 सम्मान देगी। इसमें 12 विभिन्न बोलियों के पुरस्कार और सम्मान भी शामिल हैं।

मप्र साहित्य अकादमी देगी 124 सम्मान, 88.72 लाख के पुरस्कार भी बांटेगी, प्रथम पांडुलिप के लिए अनुदान भी मिलेगा, आप भी हो सकते हैं इसके हकदार

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । मप्र शासन द्वारा संचालित साहित्य अकादमी द्वारा प्रदेश के लेखकों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। अकादमी 124 सम्मान और 88 लाख 72 रुपए के पुरस्कार प्रदान करेगी। ये पुरस्कार बीते चार साल के लिए प्रदान किए जाएंगे। अकादमी द्वारा मप्र के लेखकों की प्रथम पांडुलिपि के प्रशासन के लिए अनुदान भी प्रदान किया जाएगा

अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष लेखकों की कृतियों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जाता है। चार वर्षों (2018 से 2021 तक) से यह पुरस्कार और सम्मान लंबित है। अकादमी ने इन सभी वर्षों के लिए अखिल भारतीय और प्रादेशिक पुरस्कार प्रदान करने के लिए लेखकों से उनकी कृतियां आमंत्रित की गई हैं।

साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे के अनुसार चार वर्ष के लिए कुल 124 सम्मान प्रदान किए जाएंगे। 52 पुरस्कार 1-1 लाख रुपए व 60 पुरस्कार 51-51 हजार रुपए के विभिन् कृतियों को दिए जाएंगे। इसके अलावा 5-51 हजार रुपए के 12 पुरस्कार विभिन्न बोलियों में प्रकाशित पुस्तकों को प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार सभी कृतियों को सम्मान स्वरूप कुल 88 लाख 72 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे।

निदेशक डॉ. दवे ने बताया पुरस्कार के लिए लेखक चार वर्षों में किसी भी विधा में प्रकाशित अपनी पुत्कर की तीन-तीन प्रतियां प्रविष्टि के साथ प्रस्तुत करना होगी। डॉ. दवे ने बताया कि मालवी, निमाड़ी, बुंदेली, बघेली, भीली और गोंडी बोलियों के लिए भी सम्मान दिया जाना है। इसके लिए वर्ष 2020 और 2021 में प्रकाशित कृतियों की भी प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं।

प्रथम पांडुलिपि के लिए अनुदान भी मिलेगा

साहित्य अकादमी द्वारा मप्र के लेखकों की प्रथम कृति के प्रकाशन के लिए अनुदान भी प्रदान किया जाता है। इस वर्ष भी यह अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए भी समिति द्वारा प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। प्रविष्टि के लिए अपनी प्रथम पांडुलिपि अकादमी को भेजना होगी। श्रेष्ठ पांडुलिपि का चयन होने पर अकादमी द्वारा अऩुदान के रूप में प्रत्येक पांडुलिपि के लिए 20 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे।

इस पते पर भेजें प्रविष्टि

सभी प्रकार के सम्मान व पुरस्कार के लिए लेखक अपनी प्रविष्टि साहित्य अकादमी, संस्कृति भवन, बाणगंगा चौराहा भोपाल-462003 (मध्यप्रदेश) के पते पर भेज सकते हैं। प्रविष्ट भेजने के लिए पुस्तक की तीन-तीन प्रतियों के साथ पृथक से एक पत्र भी भेजना होगा। इसमें सम्मान का नाम और वर्ष (जिस वर्ष के सम्मान के लिए आवेदन कर रहे हैं) भी लिखना होगा।

अखिल भारतीय सम्मान के लिए पूरे देशभर से और प्रादेशिक सम्मान के लिए सर्फ मध्यप्रदेश से प्रविष्टियां स्वीकार की जाएंगी। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए विज्ञप्ति में दिए गए फोन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। पुस्तकें व प्रविष्टि डाक अथवा कोरियर किसी भी माध्यम से भेज सकते हैं। प्रविष्टि भेजने की आखिरी तारीख 25 मार्च है।