जनसंघ से लेकर भाजपा तक डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय के साहस, संघर्ष और समर्पण पर आधारित पुस्तक ‘युग पुरुष बाबूजी’ का विमोचन 30 सितंबर को CM शिवराज सिंह करेंगे , शुजापुर और मेडिकल कॉलेज में स्थापित प्रतिमाओं का अनावरण भी होगा
मप्र के मुख्यमंत्री रतलाम जिले के जावरा में डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय के जीवन पर आधारित पुस्तक 'युग पुरुष बाबूजी' का विमोचन करेंगे। शुजापुर गांव और रतलाम के मेडिकल कॉलेज में स्थापित डॉ. पाण्डेय की प्रतिमाओं का अनावरण भी होगा।

- 8 बार के सांसद, सीएम को हरा विधायक और मालवा में जनसंघ का पहला विजयी हस्ताक्षर बनने वाले डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय की है जीवनी
- रोचक जानकारियों, ठोस संदर्भ, तथ्यों और समय सामयिक घटनाओं से परिपूर्ण है किताब
- जयपुर के कारीगरों ने बनाई हैं डॉ. पांण्डेय की दोनों प्रतिमाएं
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय जनसंघ की स्थापना के दौरान मालवा भूमि और मध्य भारत में कार्यकर्ताओं के संघर्षों से लेकर 2000 के दशक में सशक्त मोदी सरकार तक की यात्रा को समेटने वाली रोचक पुस्तक ‘युग पुरुष बाबूजी’ का विमोचन समारोह पूर्वक प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा उनके पैतृक गांव शुजापुर एवं शासकीय डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय मेडिकल कॉलेज में स्थापित की गई डॉ. पाण्डेय की प्रतिमाओं का अनावरण भी किया जाएगा।
रतलाम के वरिष्ठ पत्रकार नीरज कुमार शुक्ला, रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी और युवा पत्रकार अदिति मिश्रा ने मिलकर यह जीवनी लिखी है। पुस्तक में मुख्य रूप से मालवा-निमाड़ क्षेत्र और समीपवर्ती राजस्थान में जनसंघ से लेकर भाजपा तक किए गए संघर्ष, साहस और समर्पण की कई रोचक और तथ्यात्मक घटनाओं का समावेश है। इसका विमोचन भव्य समारोह में सीएम शिवराज सिंह चौहान के हाथों से रतलाम जिले के जावरा के अरनियापीथा में 30 सितंबर को होगा। इसमें स्व. डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय के सुपुत्र और जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पाण्डेय के साथ ही आसपास के पांच जिलों के सांसद, विधायक, अधिकारी, कार्यकर्ता, किसान और आजमन शामिल होंगे।
यात्रा ही नहीं, रोचक घटनाओं का समावेश
पुस्तक मंदसौर संसदीय क्षेत्र से 8 बार सांसद रहकर इतिहास रचने वाले ‘डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय बाबूजी’ की जीवन यात्रा पर आधारित है। डॉ. पाण्डेय उन चुनिंदा विरले नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने मध्यप्रदेश के गठन के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. कैलाशनाथ काटजू को हराकर भी इतिहास रचा था। वे रतलाम जिले ही नहीं बल्कि संपूर्ण मालवा में जनसंघ का पहला विजयी हस्ताक्षर भी रहे। उनकी संपूर्ण जीवन यात्रा को समाहित करने के साथ पुस्तक में सन् 1950, 60, 70 के दशक की परिस्थितियों में जनसंघ की मुश्किलों का तथ्यात्मक अध्य्यन है। इमरजेंसी के हालात और इसके बाद 80 और 90 के दशकों में संसद से सड़क तक आए बदलावों के विश्लेषण और सन् 2000 के बाद बदली परिस्थितियों पर व्यापक चिंतन है।
पीएम, गृहमंत्री, सीएम से लेकर अनेक नेताओं के अनुभव भी
पुस्तक की खास बात यह है कि आसमान से ऊंचे और सागर से गहरे व्यक्तित्व की जीवन यात्रा लिखने के साथ ही पत्रकारों ने देशभर के भाजपा, कांग्रेस, समाजवादी, मार्क्सवादी नेताओं के साक्षात्कार और घटनाक्रम भी समावेशित किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद शाहनवाज हुसैन, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय समेत कई वरिष्ठ नेताओं के संस्मरण एवं संदेश भी पुस्तक में हैं। इनके साथ ही छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, समाजवादी नेता रघु ठाकुर, सेवानिवृत आईएएस व आईपीएस आदि के विचार भी संकलित किए गए हैं। इससे पुस्तक में दिए गए तथ्य की प्रमाणिकता के साथ स्थिति का संपूर्ण प्रस्तुतिकरण है।
स्थानीय लेखकों और साहित्य को मिला मंच
पुस्तक का लेखन रतलाम के तीन पत्रकारों ने किया है और इसका प्रकाशन ‘पगडंडी मीडिया एंड पब्लिकेशन’ द्वारा किया गया है। लेखक मंडली में शामिल पत्रकारों ने बताया कि- यह प्रयास न केवल ‘मालवा के गांधी’ और महा मानव माने जाने वाले डॉ. पाण्डेय की जीवनयात्रा को लिखना था, बल्कि इसके माध्यम से युवा पीढ़ी को उनकी नींव की जानकारी देना भी है। सड़क, वाहन और प्रचार तंत्र के अभाव में भी बनने वाले आभामंडल से लेकर संसद की भूमिका और राजनीति का विभिन्न प्रकार का नफे-नुकसान को भी पुस्तक में संकलित करने का प्रयास किया गया है। लेखक शुक्ला, गोस्वामी और सुश्री मिश्रा ने बताया कि यह पुस्तक ऑनलाइन साइट्स से भी ली जा सकेगी।
डॉ. पाण्डेय की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी होगा
पुस्तक विमोचन के साथ ही डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय के पुत्र विधायक जावरा डॉ. राजेंद्र पाण्डेय के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुजापुर भी जाएंगे। यहां पहाड़ियों पर छत्री बनाकर डॉ. पाण्डेय की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई है जिसे जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। भविष्य में यहां सुंदर नवग्रह उद्यान भी विकसित होगा। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा इसका अनावरण भी किया जाएगा।