मौसम विज्ञान केंद्र का अलर्ट : चक्रवाती तूफान जवाद शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश व ओडिशा तटों से टकराने की संभावना, पीएम मोदी ने ली बैठक, 95 ट्रेनें निरस्त, NDRF की 65 टीमें तैनात

मौसन विज्ञान केंद्र ने चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर नया बुलेटिन जारी किया है। इसके अनुसार जवाद के शनिवार सुबह आंध्रप्रदेश व ओडिशा के तटों से टकराने का पूर्वानुमान है। तूफान को लेकर पीएम ने अफसरों की मीटिंग ली।

मौसम विज्ञान केंद्र का अलर्ट : चक्रवाती तूफान जवाद शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश व ओडिशा तटों से टकराने की संभावना,  पीएम मोदी ने ली बैठक, 95 ट्रेनें निरस्त, NDRF की 65 टीमें तैनात

चक्रवात जवाद को लेकर आंध्रप्रदेश व ओडिशा अलर्ट पर, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 95 ट्रेनें रद्द की हैं

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा ने ताजा बुलेटिन जारी किया है। इसके अनुसार चक्रवाती तूफान जवाद शनिवार की सुबह आंध्र प्रदेश-ओडिशा तड़ों से टकराने का पूर्वानुमान है। तूफान को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री ने आला अधिकारियों की बैठक लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 95 ट्रेनें भी निरस्त कर दी गई हैं। एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ ने 29 टीमें भी तैनात की हैं। 

बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। इस चक्रवाती तूफान के लगातार तेज होने और शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों तक पहुंचने का पूर्वानुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया है। केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने आला अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने राज्य सरकारों को इससे निपटने के प्रबंध करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ ने आंध्रप्रदेश और ओडिशा में 29 टीमें तैनात कर दी हैं।  

95 ट्रेनें रद्द, 13 जिलों के कलेक्टरों को किया अलर्ट

ईस्ट कोस्ट रेलवे ने गुरुवार से तीन दिन के लिए 95 ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया। यात्रियों की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय के रूप में विभिन्न स्थानों से चलने वाली और क्षेत्र से गुजरने वाली 95 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को 2-4 दिसंबर से रद्द किया गया है। ऊधर, ओडिशा सरकार ने 13 जिलों के कलेक्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैयार करने के लिए कहा था। बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और अग्निशमन विभाग के कर्मियों को बुलाकर आपदा प्रबंधन को लेकर रणनीति तैयार की। 

3 से 6 दिसंबर तक रहेगा तूफान का असर

बंगाल की खाड़ी से उठ रहे चक्रवाती तूफान जवाद के शुक्रवार से एक्शन में आने के कारण केंद्र और राज्य सरकार एक्शन मोड में हैं। इस तूफान का असर 3 से 6 दिसंबर तक रहने का पूर्वानुमान है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक और चक्रवातीय तूफान ने देश की चिंता बढ़ा दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक ने बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की आशंका जताई थी। इसके 3 दिसंबर तक चक्रवाती तूफान जवाद में तब्दील होने की आशंका है। IMD के अनुसार यह 4 दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने का अनुमान है।

90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा, भारी बारिश के भी आसार 

इस दौरान हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ होगी, साथ ही भारी वर्षा होने की भी आशंका है। इसकी गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चक्रवाती तूफान को लेकर बनी स्थिति को लेकर एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। पीएम ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को ‘किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान से बचने और संपत्ति, बुनियादी ढांचे और फसलों को कम से कम नुकसान पहुंचने देने’’ का निर्देश दिया।

तीन राज्यों में ज्यादा असर के आसार

चक्रवाती तूफान के आगामी तीन दिन में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को बुरी तरह प्रभावित करने की आशंका है। आईएमडी ने ओडिशा के 3 दिसंबर को गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में रेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी वर्षा का संकेत) जारी किया है। वहीं केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगडा और कोरापुट जिलों में 4 दिसंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम जिलों को भी प्रभावित करने की आशंका है। इसके साथ ही ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल के कुछ भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है।

30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा

चक्रवात जवाद का पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर व्यापक असर का अंदेशा है। मौसम विभाग ने शनिवार से बंगाल के तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की आशंका जाहिर की है। पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा व झाड़ग्राम जिलों में भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। कई जिलों में चेतावनी जारी की है।

एनडीआरएफ के ट्विटर एकाउंट पर जारी तस्वीर।