भैयाजी हैं तो भरोसा है ! चेतन्य काश्यप सिर्फ जनप्रतिनिधि नहीं, प्रयासों की सफलता की गारंटी हैं, इसकी एक बानगी यहां देखिए
रतलाम विधायक और मप्र के कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप के लिए लोग क्यों कहते हैं- ‘भैयाजी हैं तो भरोसा है’? यह जानने के लिए देखें ये बानगी।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस (कला एवं विज्ञान महाविद्यालय) की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विनोद करमचंदानी ने साझा की प्रयासों के सफल होने की कहानी
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सही समय, सही दिशा में सही प्रयास किए जाएं तो वे सफल होते ही हैं। रतलाम विधायक और मप्र के कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने यह बात आज से कई माह पूर्व आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही थी। काश्यप यह बात सिर्फ कहते ही नहीं हैं, बल्कि ऐसा करने में यकीन भी रहते हैं। यही वजह है कि लोग उनके लिए कह देते हैं कि ‘भैयाजी हैं तो भरोसा है!’
विजन को मिशन बना कर उसे सफल बनाने की हर संभव कोशिश करने वाले मंत्री काश्यप के ऐसे ही कुछ प्रयास प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस (शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय) रतलाम की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विनोद करमचंदानी ने साझा किए। करमचंदानी के अनुसार विगत तीन वर्षों में महाविद्यालय में हुए विकास कार्यों में मंत्री काश्यप की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। कॉलेज के वाग्देवी भवन में जिन 20 कक्षाओं का लोकार्पण उन्होंने किया है, उसके निर्माण कार्य का श्रीगणेश भी उनके ही करकमलों से हुआ था।
रतलाम सहित 10 कॉलेज की राशि जारी करवाई
जनभागीदारी समिति अध्यक्ष करमचंदानी ने बताया कि कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के पीएम एक्सीलेंस कॉलेज बनने के बाद शासन से 4 करोड़ 56 लाख रुपए की स्वीकृति मिली थी। यह राशि आवंटित होने में विलंब हो रहा था। जब यह बात काश्यप के संज्ञान में लाई गई तो उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों से बात की। इसका असर यह हुआ कि न सिर्फ रतलाम के कॉलेज की राशि जारी हुई अपितु प्रदेश के 10 अन्य कॉलेज को भी स्वीकृत राशि प्राप्त हो गई। इस राशि से होने वाले कार्यों के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। इससे विज्ञान भवन के ऊपर दूसरे तल का निर्माण होने के साथ ही सौंदर्यीकरण, सड़क और मैदान का निर्माण होगा।
14 करोड़ रुपए से बनेगा तीन मंजिला भवन
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस की कायापलट कर देने के लिए वचनबद्ध मंत्री काश्यप के समक्ष वाग्देवी भवन के पास ही एक तीन मंजिले भवन का प्रस्ताव रखा गया है। यही विज्ञान भवन होगा जिसके निर्माण में लगभग 14 करोड़ रुपए लागत आएगी। मंत्री काश्यप द्वारा उक्त प्रस्ताव को उच्च शिक्षा विभाग को भेज भी दिया गया है जो यथाशीघ्र स्वीकृत होकर निर्माण कार्य शुरू होगा। इसके लिए जनभागीदारी समिति अध्यक्ष करमचंदानी के साथ ही प्राचार्य डॉ. वाय. के. मिश्रा ने ने काश्यप के प्रति आभार व्यक्त किया है।
फर्नीचर मिला, अब इसकी रख दी मांग
कॉलेज के नवीन भवन के लिए 86 लाख रुपए का फर्नीचर मिलने की राह भी मंत्री काश्यप के प्रयासों से आसान हुई। फर्नीचर मिल भी चुका है। कॉलेज के खेल मैदान पर हाईमास्ट लाइट भी लगी है। सफलता की गारंटी की उम्मीद होने से ही कॉलेज प्रबंधन ने अब मंत्री काश्यप से दो और हाईमास्ट लाइट और लॉन टेनिस ग्राउंड भी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

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