अच्छी खबर : रतलाम को जल्द मिलेगी पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट, नवजात शिशुओं की जन्मजात बीमारियों के बड़े ऑपरेशन हो सकेंगे

रतलाम के डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय (GMC) में पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट (PSICU) की स्थापना के प्रयास तेज हो गए हैं। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के क्षेत्र संचालक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय दल ने निरीक्षण किया।

अच्छी खबर : रतलाम को जल्द मिलेगी पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट, नवजात शिशुओं की जन्मजात बीमारियों के बड़े ऑपरेशन हो सकेंगे
रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज में जल्द शुरू होगी पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट (PSICU)।

उज्जैन संभाग के क्षेत्रीय संचालक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय दल ने शासकीय मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । नवजात शिशुओं की जन्मजात बीमारियों के बड़े ऑपरेशन भी बहुत जल्द रतलाम में ही हो सकेंगे। ऐसा डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय (GMC) में पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट (PSICU) शुरू होने से संभव हो सकेगा। इसके लिए गठित चार सदस्यीय दल ने चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण कर जरूरी संसाधनों और सुविधाओं का जायजा लिया।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र भोपाल के मिशन संचालक के निर्देशानुसार रतलाम के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट की स्थापना को लेकर प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाएं विभाग उज्जैन के क्षेत्रीय सांचलक द्वारा चार सदस्यीय दल का गठन किया गया है। इसमें उज्जैन जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. यूपीएस मालवीय, शल्य क्रिया विशेषज्ञ डॉ. अजय दिवाकर, आरएमएनसीएचए समन्वयक डॉ. माहेनूर खान तथा सीएमएचओ कार्यालय में उपदस्थ उपयंत्री कामिनी मालवीय को शामिल किया गया है।

डेढ़ से दो माह का लग सकता है वक्त

क्षेत्रीय संचालक की अध्यक्षता वाले इस दल ने सोमवार को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट की स्थापना और उपयोगिता के संबंध में भौतिक परीक्षण किया। दल के हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. प्रदीप मिश्रा, सर्ज़री विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम चॉर्ल्स, डॉ. प्रवीण बघेल, डॉ. एम. एल. बर्मन, डॉ. शैलेंद्र डॉवर एवं स्थानीय समन्वयक पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. विक्रम सिंह मुजाल्दे रहे मौजूद रहे। निरीक्षण दल द्वारा अपनी रिपोर्ट भोपाल मुख्यालय प्रस्तुत की जाएगी। माना जा रहा है कि यूनिट शुरू होने में डेढ़ से दो माह का वक्त लग सकता है।

2018 से पदस्थ हैं पीडियाट्रिक सर्जन

बता दें कि, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में पीडियाट्रिक सर्जन के रूप में डॉ. विक्रम सिंह मुजाल्दे वर्ष 2018 से पदस्थ हैं। पीडियाट्रिक सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट नहीं होने से यहां बड़े ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। इनमें ख़ासकर लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, नवजात शिशुओं की सर्जरी, कैंसर सर्जरी एवम् पीडियाट्रिक यूरोलॉजिकल सर्जरी शामिल हैं। पीडियाट्रिक सर्जिकल इण्टेंसिव केयर यूनिट की स्थापना के बाद बच्चों के बड़े ऑपरेशन यहीं हो सकेंगे ख़ासकर नवजात शिशुओं की जन्मजात गंभीर बीमारियों से जुड़े ऑपरेशन।