चुनाव बहिष्कार की चेतवानी : पानी नहीं तो वोट भी नहीं, जानिए- किस शहर और क्षेत्र के नागरिकों कर दिया इतना बड़ा ऐलान

मप्र के रतलाम शहर के लोग जलसंकट, गंदगी और आवारा कुत्तों जैसी समस्याओं से त्रस्त हैं। सब्र का बांधन टूटने से लोगों ने समस्याएं हल नहीं होने पर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है।

चुनाव बहिष्कार की चेतवानी : पानी नहीं तो वोट भी नहीं, जानिए- किस शहर और क्षेत्र के नागरिकों कर दिया इतना बड़ा ऐलान
पानी नहीं तो वोट नहीं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । एक तरफ शहर को महानगर बनाने के वादे हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ यहां के आमजन को पीने के लिए पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। 6 दिन से जलसंकट झेल टीआईटी रोड क्षेत्र लोगों ने पानी नहीं मिलने पर चुनाव का बहिष्कार करने की ही चेतावनी दे डाली है। उनका कहना है कि हमें पानी नहीं मिलेगा तो राजनीतिक दलों के प्रत्यासियों को वोट भी नहीं मिलेगा।

शहर के किसी क्षेत्र में यदि छ: दिन तक नल में पानी नहीं आए और पीने के पानी तक का संकट निर्मित हो जाए तो लोगों की परेशानी का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। ऐसे में ‘बिन पानी सब सून’ वाली कहावत प्रासंगिक हो जाती है जिससे शहर के टीआईटी रोड क्षेत्र के सैकड़ों रहवासी पीड़ित हैं। एचडीएफसी बैंक के पीछे वाली रोड क्षेत्र में 15 मार्च की सुबह थोड़ी देर के लिए नलों में पानी आया था। इसके बाद से नलों से एक बूंद पानी भी नहीं टपका जिससे लोगों के कंठ सूख रहे हैं।

इसलिए बनी यह स्थिति

क्षेत्रवासियो का कहना है कि क्षेत्र में नए नल कनेक्शन के लिए नगर निगम के अकुशल मजदूरों ने गड्ढा खोदे थे। नल कनेक्शन करने के बाद 17 मार्च को जलप्रदाय किया गया तो पता चला कि गड्ढा खोदते समय मुख्य पाइप लाइन में गेती लगने से वह फूट गई है। इससे सारा पानी बह गया और घरों तक नहीं पहुंचा। विश्व जल दिवस पर लोगों के सब्र का बांध टूट गया।

दूसरी पाइप लाइन से जोड़ दिया कनेक्शन

19 मार्च को भी जब जलप्रदाय हुआ तो निगम द्वारा खोदे गए दूसरे गड्ढे में मौजूद पाइप लाइन फट गई। इससे पानी नलों में पहुंचने के बजाय सड़क और नाली में बह गया। 21 मार्च को भी ऐसा ही हुआ। जलप्रदाय शुरू लेकिन नलों में नहीं आया। जब इसकी शिकायत की गई तो पता चला कि  सबसे पहले जो गड्ढा किया गया था उससे जो पाइप फूटा था उसे  पाइप ठीक करने के दौरान क्षेत्र की पाइप लाइन के बजाय कहीं और जोड़ दिया गया।

हस्ताक्षरित शिकायत पत्र में दी चेतावनी

क्षेत्रवासी जल प्रदाय विभाग के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही एवं निकम्मेपन से परेशानी बनी है। छ: दिन से पेयजल संकट भुगत रहे लोगों ने कलेक्टर, नगर निगम निगम के अलावा मंत्री से भी शिकायत की है। उन्होंने क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया है कि मलबा सड़कों पर फैला देने से गंदगी व्याप्त है। सफाई भी नहीं होती। आवारा कुत्तों का आतंक भी है। क्षेत्रवासियों ने एक हस्ताक्षरित शिकायत पत्र में चेतावनी दी है कि यदि समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो उन्हें आंदोलनात्मक कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने पानी नहीं मिलने पर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार जैसा कदम उठाने की चेतावनी भी दी है।