रतलाम में ज्यादती ! रेलवे के ट्रैकमैन पर नर्स के साथ ज्यादती करने के आरोप में केस दर्ज, पीड़िता को, उसके पति और बेटियों को मारने की धमकी भी दी
रतलाम की स्टेशन रोड पुलिस द्वारा मंडल रेल प्रबंधन कार्यालय में काम करने वाले एक ट्रैकमैन के विरुद्ध एक नर्स का रेप करने के मामले में केस दर्ज किया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम रेल मंडल में ट्रैकमैन के पद पर कार्यरत एक युवक द्वारा एक नर्स के साथ ज्यादती करने और उसे धमकाने का मामला सामने आया है। शहर की स्टेशन रोड पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध ज्यादती सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी रेलवे से पहले स्वास्थ्य विभाग में संविदा आधार पर काम करता था लेकिन उसके संदिग्ध आचरण को देखते हुए उसे वहां से हटा दिया गया था।
जानकारी के अनुसार आरोपी अज़हर पिता अफ़जल खान नाहरपुरा रतलाम का रहने वाला है। उसके विरुद्ध दीनदयालनगर थाना क्षेत्र निवासी एक 36 वर्षीय महिला द्वारा ज्यादती का आरोप लगाया गया है। पीड़िता पेशे से नर्स है और एक क्लीनिक में आउट सोर्स कर्मचारी के रूप में कार्यरत है। वहीं आरोपी अज़हर रेलवे में पाथ-वे विभाग में ट्रैकमैन होकर स्थानीय डीआरएम कार्यालय के सीनियर सेक्शन इंजीनियर के ड्राइंग सेक्शन में पदस्थ है।
क्लीनिक में किया था रेप
आरोप है कि पीड़िता 29 जून, 2025 को वह क्लीनिक से घर जा रही थी तभी वहां आरोपी अज़हर पहुंचा। वह कुछ बात करने का कहकर महिला को क्लानिक के अंदर ले गया और उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। उसने महिला को धमकाया कि यदि उसने कुछ भी किया तो वह उसके पति और बच्चों को मार देगा। इससे महिला डर गई जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने उसके साथ ज्यादती की। बाद में पीड़िता अपने घर पहुंची और पति को घटना की जानकारी दो जिसके बाद वह पति के साथ स्टेशन रोड थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अज़हर के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 और 351(3) में प्रकरण दर्ज किया है।
पहले स्वास्थ्य विभाग में काम कर चुका है आरोपी
जानकारी के अनुसार आरोपी अज़हर ने नर्सिंग का कोर्स कर रखा है जिसके आधार पर वह पूर्व में स्वास्थ्य विभाग में संविदा आधार पर मेल नर्स के रूप में काम कर चुका है। उसने कोविड के दौरान भी विभाग में काम किया था और इसी सिलसिले में वह पीड़िता नर्से के क्लीनिक भी आता-जाता रहता था जिससे वह उसे पहले से जानती थी। यही कारण है कि 29 जून को जब आरोपी क्लीनिक पहुंचा और कुछ बात करने के लिए अंदर चलने का कहा तो वह चली गई। अंदर जाते ही आरोपी अज़हर ने अपना असली रंग दिखा दिया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि अज़हर को उसके संदिग्ध आचरण के चलते ही स्वास्थ्य विभाग से हटा दिया गया था। बाद में अज़हर की रेलवे में नौकरी लग गई। पहले वह वडोदरा में पदस्थ रहा लेकिन कुछ समय पूर्व स्थानांतरण होने से रतलाम आ गया था।