मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों से बोले कलेक्टर- कॉलेज संचालन में ना हो कोई समस्या

रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए बैठकों का सिलसिला शुरू किया है। पहली बैठक में उन्होंने अधिकारियों को किसी तरह की समस्या नहीं आने देने की ताकीद की।

मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों से बोले कलेक्टर- कॉलेज संचालन में ना हो कोई समस्या
शासकीय मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए कवायद शुरू।

मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाने के लिए कलेक्टर ने शुरू की बैठकों की शृंखला

 एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने शासकीय मेडिकल कॉलेज के सुचारू संचालन तथा व्यवस्थाओं के लिए बैठकों की शृंखला प्रारंभ की है। पहली बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं से जुड़े सभी अधिकारियों को से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि कॉलेज के सुचारू संचालन में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

पहली बैठक में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, निगमायुक्त हिमांशु भट्ट, एसडीएम संजीव केशव पांडेय, अधीक्षण यंत्री विद्युत सुरेश वर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील, जनजाति कार्य विभाग की अधिकारी प्रीति जैन, तहसीलदार अनीता चोकोटिया, एमपीआरडीसी के संजीव मूले तथा मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं से जुड़े प्रोफ़ेसर और नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर सूर्यवंशी ने मेडिकल कॉलेज में विद्युत व्यवस्था, मरम्मत, कचरे के उचित निष्पादन, वार्ड स्थापना आदि की जानकारी प्राप्त की। कॉलेज में नशा मुक्ति केंद्र, टीबी वार्ड, मनोचिकित्सा वार्ड की स्थापना पर चर्चा की। कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति केंद्र के लिए भूमि चिन्हित कर कॉलेज को दी जाए। टीबी वार्ड अस्थायी रूप से कॉलेज में शिफ्ट करने के लिए भी कहा। उन्होंने बताया जिला चिकित्सालय परिसर में निर्माण के बाद दोबारा से वहां टीबी वार्ड शिफ्ट कर दिया जाएगा।

बिजली व निर्माण वालों को उपलब्ध कराएं सेफ्टी उपकरण

कॉलेज के डीन डॉ. गुप्ता ने बताया कि कॉलेज परिसर में विभिन्न स्थानों पर सिविल वर्क किए जाने की आवश्यकता है। इस पर कलेक्टर द्वारा एमपीआरडीसी के अधिकारी मूले को निर्देशित किया गया कि वे कॉलेज जाकर सिविल वर्क के लिए स्पॉट देखें और कार्ययोजना बनाकर काम करें। उन्होंने निर्देशित यह भी कहा कि निर्माण ठेकेदार को बुलाकर सिविल वर्क करवाए जाएं। बिजली संबंधी कार्यों के लिए भी वितरण कंपनी, नगर निगम तथा ईएंडएम के अधिकारियों को निर्देश दिए। कॉलेज के नोडल अधिकारी को बिजली संबंधी कार्य संधारण में तैनात कर्मियों को सेफ्टी उपकरण अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।

टेंडर के कार्य विभाग सहयोगात्मक रूप से करें

बैठक में बताया गया कि कॉलेज के कई कार्यों में टेंडर आमंत्रित करने की आवश्यकता होती है जिसके लिए कॉलेज में उपयुक्त स्टाफ नहीं है। कलेक्टर सूर्यवंशी ने लोक निर्माण विभाग, बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे  कॉलेज के टेंडर संबंधी कार्य को सहयोगात्मक रूप से करवाएं।

1 टन कचरा निकलता है मेडिकल कॉलेज से 

कॉलेज परिसर में कचरा निपटान चर्चा की गई बताया गया कि लगभग 1 टन कचरा प्रतिदिन निकलता है। कलेक्टर द्वारा निगमायुक्त को नियमित रूप से कचरा संग्रहण वाहन भिजवाने के निर्देश दिए गए। कालेज के लिए मास्क उपलब्धता हेतु कलेक्टर द्वारा मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया। इसके अलावा कोविड टेस्टिंग के लिए मैनपावर की आवश्यकता बताई गई। इस संबंध में कॉलेज के डीन द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा, जिनके द्वारा स्टाफ उपलब्ध करवाया जाएगा। कलेक्टर ने कॉलेज के अजा-जजा के विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप के संबंध में भी जनजाति कार्य विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया।