पुरानी पेंशन सहित विभिन्न मांगों को लेकर अध्यापकों का मूसलधार बारिश में प्रदर्शन, पुलिस ने भोपाल के रास्ते में रोका, देखें वीडियो... 

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश द्वारा प्रदेशव्यापी हड़ताल की जा रही है। अध्यापक मंगलवार को भोपाल में जंगी प्रदर्शन करने वाले थे लेकिन उन्हें पुलिस ने भोपाल से पहले हाईवे पर रोक दिया। नतीजतन अध्यापक सड़क पर ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

पुरानी पेंशन सहित विभिन्न मांगों को लेकर अध्यापकों का मूसलधार बारिश में प्रदर्शन, पुलिस ने भोपाल के रास्ते में रोका, देखें वीडियो... 
पुलिस ने भोपाल जाने से रोका तो आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के बैनर तले अध्यापकों ने हाईवे पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मध्य प्रदेश के हजारों अध्यापक 4 साल से विभिन्न मांगों को लेकर प्रयासरत हैं। बावजूद प्रदेश सरकार के जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। उपेक्षा से नाराज अध्यापकों ने आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के बैनर तले आंदोलन का बिगुल फूंक दिया। प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व में अध्यापकों ने भोपाल जिले की सीमा में प्रवेश करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। नतीजतन अध्यापक रास्ते में ही धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र मंगलवार को शुरू हो गया। विधानसभा सत्र के पहले ही दिन सरकार को घेरने के उद्देश्य से आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल ने प्रदेश व्यापी हड़ताल का ऐलान कर दिया। संघ द्वारा मंगलवार को भोपाल में जंगी प्रदर्शन प्रस्तावित किया गया। जैसे ही सरकार को इसकी जानकारी मिली वह हरकत में आ गई और ताबड़तोड़ में भोपाल मैं धारा 144 लागू कर दी गई। अध्यापक भोपाल ना पहुंच सके और हड़ताल में शामिल ना हो सके इसके लिए संभागीय स्तर पर सभी संभागों में अधिकारियों की तैनाती कर दी गई। हड़ताली अध्यापकों की मॉनिटरिंग करने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके साथ ही संघ के पदाधिकारियों की घेराबंदी भी सरकार द्वारा शुरू कर दी गई थी।

...तो संघ ने बनाई ऐसी रणनीति 

संघ को सरकार के रवैए का अंदेशा पहले से ही था इसलिए अधिकांश पदाधिकारी भूमिगत हो गए और मंगलवार को अचानक भोपाल मैं प्रकट होने रणनीति बना ली थी। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल सहित हजारों अध्यापक मंगलवार को अलग-अलग स्थानों से भोपाल की ओर चल दिए। जिले की सीमाओं पर पहले से ही तैनात पुलिस ने अध्यापकों को भोपाल की तरफ नहीं बढ़ने दिया। इस बीच भारी बारिश भी शुरू हो गई लेकिन अपने हक के लिए लड़ रहे अध्यापकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। भास्कर सीहोर और विदिशा के रास्तों पर महिला और पुरुष अध्यापक आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे और पुलिस उन्हें बलपूर्वक पीछे धकेलती रही। ऐसे में आंदोलनरत अध्यापकों ने वहीं सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई। समाचार लिखे जाने तक हाईवे जाम था

प्रमुख मांगें

  • नियमित कर्मचारियों की भांति 'नवीन पेंशन योजना' के स्थान पर 'पुरानी पेंशन योजना' लागू की जाए।
  • 1 जुलाई 2018 के पश्चात 12 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके नवीन शिक्षक संवर्ग (अध्यापक संवर्ग) को क्रमोन्नत / समयमान वेतनमान का लाभ तत्काल प्रदाय किया जाए।
  • लम्बे समय से बंद पदोन्नति की कार्यवाही अतिशीघ्र की जाए।