रतलाम का वनवास खत्म : मप्र सरकार में शहर विधायक चेतन्य काश्यप को मिला प्रतिनिधित्व, सीएम डॉ. मोहन यादव के कैबिनेट मंत्री के रूप में ली शपथ
रतलाम शहर से तीसरी बार के विधायक चेतन्य काश्यप ने मप्र के सीएम मोहन यादव के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने शपथ ग्रहण कराई।

राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राजभवन में दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ
एसीएन टाइम्स @ भोपाल / रतलाम । मप्र के मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व के मामले में करीब डेढ़ दशक से चला आ रहा रतलाम का वनवास सोमवार को खत्म हो गया। रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप के डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल होने के साथ ही सरकार में रतलाम को प्रतिनिधित्व मिल गया। काश्यप को राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राजभवन में आयोजित समारोह में मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मंत्री काश्यप ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री के प्रति आभार ज्ञापित किया।
रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप ने मोहन राज के अन्य मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर राजभवन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री द्वय जगदीश देवड़ा एवं राजेन्द्र शुक्ल सहित अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं। शपथ ग्रहण के पश्चात काश्यप ने राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन कर आभार व्यक्त किया।
कैबिनेट मंत्री काश्यप ने प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया
शपथ लेने के बाद रतलाम विधायक काश्यप प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां कर संगठन के प्रति आभार जताया। काश्यप प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से मिले और उन्हें नया दायित्व प्रदान करने पर धन्यवाद दिया। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने मुँह मीठा करा कर काश्यप को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
बाद में काश्यप भाजपा जिला पदाधिकारियों के साथ प्रदेश संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा से भी मिले और धन्यवाद दिया। इस दौरान रतलाम के भाजपा जिलाध्यक्ष, जिला चुनाव संयोजक बजरंग पुरोहित, विधानसभा संयोजक मनोहर पोरवाल, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विनोद करमचंदानी, प्रवीण सोनी आदि उपस्थित रहे।
रतलाम में मना जश्न, आतिशबाजी कर दी एक-दूसरे को बधाई
मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल में काश्यप के शपथ लेते ही रतलाम शहर में उत्साह एवं उल्लास छा गया। काश्यप के जनसंपर्क कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने पहले शपथ विधि समारोह का सीधा प्रसारण देखा। शपथ लेते ही जश्न शुरू हो गया। कार्यालय के बाहर जोरदार आतिशबाजी की गई। पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाइयां दी। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में पार्टी का झंडा थाम कर जोरदार नारेबाजी भी की। कुछ कार्यकर्ताओं ने ढोल की थाप पर नृत्य करके भी अपनी खुशियां जाहिर की।
जश्न के दौरान वरिष्ठ नेता गोविंद काकानी, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी अरुण त्रिपाठी, सह प्रभारी नीलेश बाफना, मंडल महामंत्री हेमंत राहोरी, राकेश परमार, पार्षद प्रीति संजय कसेरा, गोपाल काकानी, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष इब्राहिम शैरानी, जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार, प्रो. इमरान, भाजयुमो प्रदेश सदस्य राकेश पाटीदार, विधानसभा विस्तारक प्रमोद कोठारी, सलीम आरिफ, राजेश रांका, एडवोकेट सुभाष जैन, सिद्धार्थ जैन, गोपाल शर्मा, हार्दिक मेहता, गोपाल कसेरा, प्रद्युम्न मजावदिया, विपिन पोरवाल, रमेश पांचाल, असीम व्यास, संजीव कोठारी, तन्मय त्रिवेदी, नित्येन्द्र आचार्य, संतोष बैरागी, अजय शर्मा, संजय शर्मा आदि उपस्थित रहे।
जानिए, मोहन कैबिनेट में शामिल हुए काश्यप में
राजनीति में आने से पहले चेतन्य काश्यप सामाजिक सरोकार, उद्योग, विकास की सोच वाले एक उद्योगपति के रूप में जाने जाते रहे हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में उनकी सक्रियता पहले भी रही लेकिन उसे व्यापक बनाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। यहां भी उन्होंने सफलता के परचम लहराए। भाजपा की परंपरागत सीट मानी जाने वाले रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीत कर साबित कर दिया कि रतलाम की जनता को ‘भैयाजी’ पर पूरा भरोसा है। भैया जी के नाम से पहचाने जाने वाले विधायक काश्यप भरोसे का पर्याय बन चुके हैं।
उन्होंने वर्ष 2004 रतलाम विधानसभा से अपना पहला चुनाव 40 हजार वोटों से जीता। इसके बाद दूसरे चुनाव में 43 हजार और कुछ समय पूर्व हुए तीसरे चुनाव (विधानसभा चुनाव-2023) में 60 हजार से अधिक मतों से प्रचंड जीत दर्ज की। त्याग और समर्पण के मामले में भी काश्यप मिसाल बन चुके हैं। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में ही विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन, भत्ते एवं पेंशन का त्याग कर राशि शासनहित में समर्पित कर दी थी। उन्होंने दूसरे विधायकी कार्यकाल में भी ऐसा ही किया और इस कार्यकाल में भी वेतन, भत्ते और पेंशन आदि लाभ नहीं लेने का संकल्प लिया है। जनसेवा, सर्वधर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
काश्यप से जुड़ी कुछ खास बातें और महत्वपूर्ण कार्य
- वर्ष 2014 में झाबुआ, आदिवासी संसदीय उम्मदीवार के चुनाव संयोजक रहे। भाजना ने आजादी के बाद पहली बार यह सीट जीती।
- भाजपा के स्वयं सेवी संगठन, प्रकोष्ठ, एनजीओ सेल के राष्ट्रीय संयोजक एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति के 6 वर्ष तक सदस्य रहे। म.प्र. में भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे।
- वर्ष 2006 में म.प्र. लोकसभा व विधानसभा परिसीमन के संयोजक रहे। म.प्र. राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे।
- अयोध्या में निर्माणाधीन श्री राम मंदिर के लिए 1 करोड़ रुपए की निधि अपने परिवार से प्रदान की।
- वर्तमान में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष हैं।
- रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों में 16 स्थानों पर खेल चेतना मेले का आयोजन विगत 20 वर्षों से किया जा रहा है।
- गरीबी से मुक्ति, विकास की युक्ति के रूप में 100 गरीब परिवार को निःशुल्क आवास देकर अहिंसा ग्राम की स्थापना की जो औरों के लिए मिसाल बन गया।
- कुपोषण अभियान के तहत पौष्टिक आहार देकर 1400 बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराया।
- मेडिकल कॉलेज की स्थापना करवाई, जिससे कोराना काल में झाबुआ, मंदसौर, नीमच एवं अन्य क्षेत्रों के हजारों लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ।
- मालवा क्षेत्र में जैन समाज के प्रमुख व्यक्तित्व हैं। वर्ल्ड जैन कन्फेडरेशन के चेयरमैन और जीतो के संस्थापक हैं।
- 2004 में बार्सिलोना में विश्व धर्म संसद में जैन प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व किया। उसमें 'अपरिग्रह' दर्शन पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया।
- इंडिया फर्स्ट फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं जिसका दिल्ली में शोध संस्थान है।