बड़ी कार्रवाई ! रतलाम विकासखंड के एक-एक बीएसी, जनशिक्षक और प्रधानाध्यापिक सस्पेंड, बच्चों को मध्याह्न भोजन में परमल परोसने का मामला, देखें आदेश
रतलाम जनपद में मध्याह्न भोजन वितरण में लापरवाही पाए जाने पर एक बीएसी और एक जनशिक्षक सहित तीन लोगों को निलंबित किया गया है। जिम्मेदार स्व सहायता समूह से भोजन व्यवस्था भी छीन ली गई है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शृंगार श्रीवास्तव ने रतलाम विकासखंड के एक विकासखंड अकादमिक समन्वयक (BAC), एक जनशिक्षक और प्राथमिक विद्यालय के एक प्रधानाचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। तीनों को मध्याह्न भोजन वितरण में लापरवाही का दोषी पाया गया है। मामला बच्चों को खीर-पूरी की जगह मुट्ठीभर परमल और सेव परोसने का है।
मामला रतलाम जनपद के ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी का है। यहां के शाससकीय प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन में विद्यार्थियों को परमल और सेव परोसने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामला संज्ञान में आते ही जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शृंगार श्रीवास्तव ने जिला पंचायत की मध्यान्ह भोजन शाखा के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी निर्देशक शर्मा कार्यवाही के निर्देश दिए। शर्मा ने मामले में रतलाम जनपद के सहायक कार्यक्रम समन्यवक विवेक नागर और बीएसी भूपेंद्रसिंह सिसौदिया सहित पांच लोगों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया था।
इन्हें पाया लापरवाही का दोषी
मामले की विस्तृत जांच हुई तो पता चला कि मध्याह्न भोजन प्रदान करने वाली सरस्वती सहायता समूह की रसोइया अनुपस्थित रहने से भोजन नहीं बन सकता था। इसके चलते प्रधानाद्यापिका विजया मैड़ा द्वारा परमल और सेव मंगवाकर बच्चों को दिए थे। इसमें संवादहीनता और मॉनिटरिंग में लापरवाही भी साबित हुई है। इसके लिए विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसौदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर, प्रधानाध्यापिका विजया मैड़ा एवं सरस्वती स्व सहायता समूह की अध्यक्ष शांति बाई और सचिव कमला बाई को दोषी पाया गया।
स्व सहायता समूह से छीनी भोजन व्यवस्था
अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी निर्देशक शर्मा ने बताया उनके द्वारा जांच प्रतिवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सौंपा गया था। इसके आदार पर उन्होंने विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक सिसौदिया, जनशिक्षक डामोर, प्रधानाध्यापिका मैड़ा को मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1965 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। साथ ही सरस्वती स्व सहायता समूह को उक्त विद्यालय की मध्याह्न भोजन व्यवस्था से पृथक कर यह व्यवस्था ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी को सौंपी गई है।