रेलवे के निगमीकरण व 8वें वेतन आयोग के गठन सहित विभिन्न मांगों को लेकर रेलकर्मियों ने की एक दिनी भूख हड़ताल, बोले- अनिश्चितकालीन भी करने को तैयार

रतलाम रेल मंडल के कर्मचारी बुधवार को भूख हड़ताल पर रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

रेलवे के निगमीकरण व 8वें वेतन आयोग के गठन सहित विभिन्न मांगों को लेकर रेलकर्मियों ने की एक दिनी भूख हड़ताल, बोले- अनिश्चितकालीन भी करने को तैयार
आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन सहित अन्य संगठनों के आह्वान पर भूख हड़ताल करते रतलाम मंडल के रेल कर्मचारी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन द्वारा रेलकर्मियों की विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को एक दिनी भूख हड़ताल का आह्वान किया गया था। इसके तहत रतलाम मंडल के रेल कर्मचारियों ने भूख हड़ताल कर आवाज बुलंद की। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी जाने पर वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को भी तैयार हैं।

रतलाम रेल मंडल मुख्यालय सहित मंडल के विभिन्न स्टेशनों में रेलकर्मी बुधवार को एक दिन भूख हड़ताल पर रहे। प्रदर्शन नीमच, चित्तौड़गढ़, उज्जैन, शुजालपुर, नागदा, इंदौर, महू आदि प्रमुख स्टेशनों पर हुए। इस दौरान कर्मचारियों ने रेलवे के निगमीकरण को बंद किए जाने और 8वें वेतन आयोग के गठन की मांग दोहराई।

आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन सहित अन्य रेल कर्मचारी संगठन के बैनर तले हुई इस एक दिनी हड़ताल के दौरान रेलकर्मियों ने एकता संबंधी नारे लगाए। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यदि जल्दी ही मांगें नहीं मानीं गईं तो वे अश्चितकालीन भूख हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शन में कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य रेलकर्मी मौजूद रहे।

ये हैं रेलकर्मियों की प्रमुख मांगें

  • रेलवे के निगमीकरण एवं निजीकरण को बंद किया जाए।
  • रेलवे के रिक्त पदों को भरा जाए।
  • 8वें वेतन आयोग की कमेटी गठित कर लागू किया जाए।
  • कैडर रिस्ट्रक्चरिंग का कार्य पूरा कर उसे लागू किया जाए।
  • पदों को अंधाधुंध सरेंडर करना बंद किया जाए।
  • सुपरवाइजर कैटेगरी को 4800 और 5400 की पदोन्नति का लाभ दिया जाए।
  • रनिंग एवं सुरक्षा श्रेणी की कोटियों की कार्य शर्तों और पदोन्नति की प्रक्रिया में सुधार हो।
  • दिनांक 1-1-2020 से 30-06-2021 का बकाया डीए फ्रीज किया था उसका भुगतान शीघ्र किया जाए।
  • महिला कर्मचारियों को चाइल्ड केयर लीव 2 वर्ष के लिए पूर्ण भुगतान की जाए।