मांगें जनहित की : दवाइयां GST मुक्त हों, दाम कम और अनैतिक व्यापार पर भी लगे रोक, खत्म न होने पाए सेल्स प्रमोशन एक्ट

मप्र मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन के पदाधिकारी। द्वारा दवाइयों से जीएसटी हटाने और दाम कम करने सहित 7 सूत्री मांग पत्र कलेक्टर के नाम सौंपा गया है। इससि पहले संघ पदाधिकारियों व सदस्यों ने नारे भी लगाए।

मांगें जनहित की : दवाइयां GST मुक्त हों, दाम कम और अनैतिक व्यापार पर भी लगे रोक, खत्म न होने पाए सेल्स प्रमोशन एक्ट
कलेक्टर कार्यालय अधीक्षक प्रभाकांत उपाध्याय को ज्ञापन सौंपते मप्र मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन के पदाधिकारी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जनिहत के मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद करने वाले मप्र मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन ने पुनः महत्वपूर्ण बिंदुओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। संघ ने दवाइयों को जीएसटी मुक्त करने और इनके दामों में कमी सहित विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है।

प्रदेश उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बताया कि मप्र मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन की रतलाम इकाई द्वारा 7 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन कलेक्टर के कार्यालय अधीक्षक प्रभाकांत उपाध्याय को सौंपा। ज्ञापन का वाचन अभिषेक जैन ने किया। इस अवसर पर राकेश मालवीय, राकेश सभरवाल, वरुण क्षोत्रिय आदि उपस्थित थे।

ये मांगें हैं शामिल

प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा ने बताया कि ज्ञापन में दवाइयों को जीएसटी से मुक्त रखने और दवाइयों के दामों में कमी करने की मांग उठाई गई है। इसके अलावा दवाइयों के अनैतिक कारोबार पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाने तथा सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को बचाना भी मांगों में शामिल है। इसके अलावा एमआर एवं एसआर से 8 घंटे के संवैधानिक कार्य करने की अवधि पर अमल करने, कर्मचारियों की छंटनी बंद करने सहित अन्य मांगें भी ज्ञापन में की गई हैं।

ये नारे गूंजे ज्ञापन से पहले

शर्मा के अनुसार ज्ञापन देने से पहले मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव ने नारे भी लगाए। इनमें न्यूनतम वेतन देना होगा, दवा के दाम कम करो, कटनी-छतनी बन्द करो, तुम सब देख लो हम सब एक हैं जैसे नार शामिल रहे। शर्मा के अनुसार उक्त मांगों के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर में एक रैली भी आयोजित की गई है।