CORONA Vaccine बरी ! अचानक होने वाले हार्ट अटैक से हो रही मौतों और वैक्सीन में कोई संबंध नहीं- AIIMS और ICMR

केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अचानक होने वाली मौतों के मामले में कोरोना की वैक्सीन को निर्दोश करार दिया है। इसका आधार ICMR और NCDC द्वारा किए गए अध्ययन की रिपोर्ट हैं।

CORONA Vaccine बरी ! अचानक होने वाले हार्ट अटैक से हो रही मौतों और वैक्सीन में कोई संबंध नहीं- AIIMS और ICMR
कोरोना वैक्सीन अचानक मौत के लिए जिम्मेदार नहीं।

एसीएन टाइम्स @ दिल्ली । देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि देश में अचानकर आ रहे हार्ट अटैक और हो रही मौतों का कोरोना वैक्सीन (CORONA Vaccine) से कोई संबंध नहीं है। वैक्सीन को ऐसी घटनाओं से जोड़ने वाले बयान भ्रामक और गलत हैं जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। मंत्रालय ने यह दावा NCDC और ICMR की अलग-अलग हुई रिसर्च की रिपोर्ट तके आधार पर किया है।

पिछले काफी समय से अचानक हार्ट अटैक आने से लोगों की मौतें हो रही हैं। एक वर्ग द्वारा इन घटनाओं के लिए कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसे सरकार ने गंभीरता से लिया और ये आशंकाएं सही हैं या गलत, यह जानने के लिए रिसर्च कराई गई। मौतों के कारणों का पता लगाने और समाधान खोजने के लिए, डॉ. रवींद्रनाथ के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई। रिसर्च भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) से अलग-अलग कराई गई और उन्हें 10 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया था।

4 माह तक चला अध्ययन

ICMR और NCDC ने अपना अध्ययन 18 से 45 साल के लोगों के बीच किया था। अध्ययन मई 2023 से लेकर अगस्त 2023 तक 47 क्षेत्रीय अस्पतालों और 19 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में किया गया। इसमें उन लोगों की जांच की गई जिनकी अक्टूबर 2021 से लेकर मार्च 2023 के बीच अचानक मौत मौत हुई थी। अध्ययन में पता चला कि इन अचानक मौतों का कोरोना वैक्सीन से संबंध नहीं है। ऐसा ही एक अध्ययन अब AIIMS भी कर रहा है। इसके लिए AIIMS को फंडिंग IMCR ने की है।

अचानक मौत के कई कारण पाए गए

ICMR और NCDC के अध्ययन की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि भारत में कोविड-19 के टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं। इनसे गंभीर दुष्प्रभाव के मामले बहुत ही कम हैं। कोरोना वैक्सीन से हार्ट अटैक का कोई खतरा नहीं हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अचानक हार्ट अटैक से होने वाली मौतों कई कारणों से हो सकती है। इन कारणों में आनुवंशिकी, लाइफस्टाइल, पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थिति और कोविड के बाद उत्पन्न हुई जटिलताएं शुमार हैं।  

कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने भी उठाया था सवाल

बता दें कि, पिछले दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कोविड वैक्सीन को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि हसन जिले में दिल के दौरे से बीस से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कोविड वैक्सीन को जल्दबाजी में मंजूरी देना और लोगों को बांटना भी दिल के दौरे से हुई मौतों का कारण हो सकता है। इस संबंध में सरकार ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हसन जिले में बीते 40 दिनों में कम से कम 22 लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुईं। इनमें से पांच की उम्र 19 से 25 साल के बीच थी। ज्यादातर मौतें बिना किसी लक्षण के हुईं। कई लोग घर या सार्वजनिक जगहों पर अचानक गिर पड़े।