इनकी सुन लो सरकार : अगर वाकई शहरवासियों की फिक्र है तो इन इलाकों पर बना दीजिए छोटे-छोटे ब्रिज, जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी

रतलाम के पटरी पार इलाके में आबादी बढ़ने के साथ ही यातायात संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। इसके समाधान के लिए एक भाजपा नेत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को पत्र लिखा है।

इनकी सुन लो सरकार : अगर वाकई शहरवासियों की फिक्र है तो इन इलाकों पर बना दीजिए छोटे-छोटे ब्रिज, जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी
ट्रैफिक जाम की समस्या। फाइल फोटो।

पूर्व एमआईसी सदस्य एवं भाजपा नेत्री सीमा टांक ने जिम्मेदारों को दिए महत्वपूर्ण सुझाव

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पटरी पार इलाके में सुविधाओं में इजाफा होने के साथ ही क्षेत्र का विकास भी हो रहा है। इससे लगातार आबादी बढ़ रही है और रास्ते और तिराहे-चौराहों पर जाम की समस्या भी। इसके हल के लिए पूर्व एमआईसी सदस्य एवं भाजपा नेत्री सीमा टांक ने रतलाम सांसद, रतलाम शहर एवं ग्रामीण विधायक, संभागायुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। इसमें छोटे-छोटे ब्रिज बनाने सहित कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

पत्र में बताया गया है कि पटरी पार इलाके में आबादी का घनत्व लगातार बढ़ रहा है। मेडिकल कॉलेज की शुरुआत के बाद जनसंख्या में वृद्धि और आवागमन का एकमात्र सुगम मार्ग होने से इस पर यातायात लगातार बढ़ रहा है। आगे भी ऐसा होता रहेगा। समय रहते वैकल्पिक मार्ग निर्माण नहीं किए गए तो भविष्य में इस मार्ग पर पैदल चलना भी कठिन हो जाएगा और वाहन रेंगते हुए चलेंगे।

भाजपा नेत्री के अनुसार कई वर्षों से कस्तूरबानगर से काटजूनगर रेल लाइन के ऊपर छोटा ब्रिज बनाने का प्रस्ताव नगर निगम के बजट में रखा जाता रहा है और स्वीकृत भी होता रहा है लेकिन यह क्रियान्वित नहीं हो रहा। यदि इस प्रस्तावित ब्रिज की ही तरह एक और ब्रिज जवाहर नगर से पावर हाउस रोड को जोड़ने के लिए बना दिया जाए तो इन दोनों ब्रिज से टू-व्हीलर और पैदल चलने वाले लोगों का लोड लगभग आधा हो सकता है। शहर के लिए रिंग रोड आवश्यक है लेकिन उससे भी कहीं अधिक शहर के अंदर यातायात व्यवस्थित करना जरूरी है।

जरूरी हैं फोरलेन पर सुरक्षात्मक उपाय

पत्र में बताया गया है कि चेतक ब्रिज के बाद राम मंदिर होते हुए फोरलेन है। इसकी एक तरफ कस्तूरबा नगर, दूसरी तरफ महज 50 मीटर पर जवाहर नगर, आगे औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाना, उससे पहले एक तरफ अलकापुरी, एक तरफ रत्नपुरी रोड, नयागांव, पेट्रोल पम्प के पास से अन्य कॉलोनियों में जाने का रास्ता है। इन सभी स्थानों पर तिराहे या चौराहे हैं जहां यातायात का दबाव काफी ज्यादा रहता है। ऐसे में फोरलेन के सभी तिराहों और पहुँच मार्गों पर सुरक्षात्मक उपाय करना बेहद जरूरी है।

बंजली से 8 लेन तक और सेजावता तक बने फोरलेन

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को लिखे पत्र के अनुसार 8 लेन सड़क का निर्माण पूर्ण होते ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। 8 लेन से रतलाम और इंदौर की ओर यातायात का अतिरिक्त प्रवाह होगा। अतः रतलाम सैलाना फोरलेन को 8 लेन तक विस्तार करने की जरूरत है। साथ ही बंजली से सेजावता बायपास तक फोरलेन निर्माण भी किया जाना चाहिए।

इसलिए भी है सड़कों का विस्तार और सुरक्षा के प्रबंध

पटरी पार मेडिकल कॉलेज के अलावा अनेक निजी अस्पताल होने से दिनभर एम्बुलेंस (Ambulance) का आना-जाना लगा रहता है। बार-बार जाम लगने से एम्बुलेंस का आवागमन बाधित होता है। मेडिकल कॉलेज होने से  कभी भी जरूरत पड़ने पर ग्रीन कॉरिडॉर बनाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है, ऐसे में फोरलेन का विस्तार आवश्यक है। वायुमार्ग से रतलाम आने वाले वी.आई.पी भी बंजली हवाई पट्टी (airstrip) पर उतर कर शहर में प्रवेश करते हैं।

प्राथमिक स्कूल से लेकर कॉलेज स्तर तक की शिक्षण संस्थाएं भी हैं। कई भैरिज गार्डन और होटल भी संचालित हैं। इसलिए भी सड़क का विस्तार जरूरी हो गया है। अतः इस ओर शीघ्र ध्यान दिया जाना चाहिए। पत्र के अनुसार पटरी पार क्षेत्र में आगजनी अथवा कोई अन्य विपदा होने पर फायर ब्रिगेड अथवा राहत दल को समय रहते पहुंचना होता है। यदि रतलाम-सैलाना फोरलेन मार्ग सुरक्षित और विस्तारित होगा तो समय साधने में आसानी होगी। अतः इस ओर भी गंभीरता से ध्यान दिया जाना वश्यक है।