सावधान ! नए साल के शुभकामना संदेश और ऑफर आप की खुशियों पर न डाल दें डाका, इसलिए एसपी अमित कुमार की इस अपील पर दें ध्यान

सायबर अपराधी इन दिनों नए साल के बधाई संदेश और ऑफर देकर आनॉलाइन ठगी कर रहे हैं। इससे बचने के लिए एसपी ने अपील की है साथ ही एक एडवायजरी भी जारी की है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कुछ ही घंटों बाद नया साल 2025 शुरू हो जाएगा। इसके लिए शुभकामना संदेश देने का सिलसिला अभी से शुरू हो गया है। इस संदेश की आड़ में सायबर अपराधी आपकी खुशियों पर भी डाका डाल सकते है। रतलाम एसपी अमित कुमार ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है और सावधानी बरतने की अपील भी लोगों से की है। नए साल का मैसेज आपके खून-पसीने की कमाई न उड़ा दे, इसके लिए यहां सायबर क्राइम सेल द्वारा बताए गए टिप्स और सावधानियों का पालन करें।

सायबर ठगी के नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत रतलाम एसपी अमित कुमार के निर्देशन पर पुलिस द्वारा लगादार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। एएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम सेल लोगों को आगाह भी कर रही है। इसी उद्देश्य से सायबर अपराधों के तरीके और उनसे बचने के उपायों को लेकर समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही है। नववर्ष पर सायबर अपराधी शुभकामना संदेशों और ऑफरों के माध्यम से धोखाधड़ी कर रहे हैं। इससे बचने के लिए एडवाइजरी जारी की जा रही है।

apk फाइल छीन सकती है सुकून

एसपी अमित कुमार के अनुसार नववर्ष के समय, लोगों को शुभकामना संदेशों और ऑफ़रों के माध्यम से सायबर धोखाधड़ी हो रही है। धोखेबाज अनजान फोन/मोबाइल नंबरों से व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से शुभकामना संदेशों के साथ लिंक अटैच कर या कोई apk फाइल अटैच कर भेजते हैं। इन पर क्लिक करने से आपके फोन का एक्सेस सायबर अपराधियों के पास चला जाता है। ऐसा होते ही वे आपके खूने-पसीने की कमाई उड़ा सकते हैं।

साझा नहीं करें कोई जानकारी

एसपी ने कहा है कि नववर्ष ऑफ़र के नाम पर सोशल मीडिया आदि पर दिए गए विज्ञापन पर भरोसा नहीं करें और ना ही विज्ञापन में दिए गए लिंक, मोबाइल नंबर्स, वेबसाइट्स पर कोई जानकारी शेयर करें। ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइट पर भी कोई जानकारी नहीं दें और ना ही इस तरह की वेबसाइट्स से कोई बुकिंग करें। होटल आदि की बुकिंग के लिए भी प्रमाणित वेबसाइट्स एवं मोबाइल नंबर पर ही बुकिंग करें।

सायबर धोखाधड़ी से बचना है तो इसका पालन करें

  • संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें। अनजान नंबरों या अज्ञात ई-मेल पतों से प्राप्त संदेशों में शामिल लिंक पर क्लिक न करें। संदिग्ध लिंक के माध्यम से व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी न दें।
  • अविश्वसनीय ऑफ़र और स्कीम से सतर्क रहें। "फ्री गिफ्ट", "लकी ड्रॉ" या "कैशबैक" जैसे ऑफ़र में धोखाधड़ी हो सकती है। केवल प्रमाणित वेबसाइट या प्लेटफ़ॉर्म से ऑफ़र का लाभ उठाएं।
  • पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें। कॉल, ईमेल, या संदेश के माध्यम से कोई भी बैंक डिटेल, पासवर्ड, OTP, या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें। बैंक और अन्य संस्थाएं ऐसी जानकारी कभी नहीं मांगतीं।
  • सोशल मीडिया पर सतर्क रहें। सोशल मीडिया पर अनजान प्रोफाइल से प्राप्त संदेशों को अनदेखा करें। सोशल मीडिया पर मिलने वाले ऑफर्स पर विश्वास न करें।
  • Apk फाइल से सावधान रहें। शुभकामना संदेशों के साथ जुड़ी apk फाइल ओपन न करें। Apk फाइल इंस्टॉल करने से आपके फोन का एक्सेस सायबर अपराधियों के पास जा सकता है।
  • विश्वसनीय ऐप्स का ही उपयोग करें। केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।
  • संदिग्ध या अनुमति मांगने वाले ऐप्स को इंस्टॉल करने से बचें।
  • होटल, बस आदि बुकिंग से पूर्व वेबसाइट की जांच करें। होटल - बस आदि की बुकिंग के लिए सायबर अपराधियों द्वारा फर्जी वेबसाइट्स बना रखी हैं। इनके माध्यम से बुकिंग करने पर सायबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। बुकिंग करने से पहले वेबसाइट्स एवं दिए गए मोबाइल नंबर की सत्यता की जानकारी प्राप्त करने के बाद ही बुकिंग करें।
  • प्रमाणित ई-कॉमर्स वेबसाइट्स का ही उपयोग करें। नव वर्ष पर किसी भी प्रकार के ऑफर का लाभ उठाने के लिए प्रमाणित ई-कॉमर्स वेबसाइट्स का ही उपयोग करें। अनजान वेबसाइट्स से कोई भी खरीददारी नहीं करें।
  • धोखाधड़ी की पहचान और रिपोर्ट करें। यदि आपको संदेह होता है कि आप किसी धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं, तो तुरंत संबंधित थाना या सायबर अपराध शाखा से संपर्क करें। 1930 (सायबर धोखाधड़ी हेल्पलाइन) पर कॉल करें।