सावधान ! यह भी ठगी तो नहीं ? डाक से आ रहे COD वाले कार्ड लेटर, लोगों को लग रही चपत, उद्योगपति ने जताई धोखाधड़ी का आशंका

सीओडी वाले कार्ड लेटर के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इसका शिकार हुए एक उद्योगपति ने लोगों ने सावधान रहने के लिए कहा है।

सावधान ! यह भी ठगी तो नहीं ? डाक से आ रहे COD वाले कार्ड लेटर, लोगों को लग रही चपत, उद्योगपति ने जताई धोखाधड़ी का आशंका
ऐसे पत्रों से रहें सावधान, कहीं हो न जाएं धोखाधड़ी के शिकार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । ऑनलाइन धोखाधड़ी के दौर में अब लोगों को डाक से आ रहे COD (कैश ऑन डिलीवरी) वाले कार्ड लेटर के नाम पर चपत लग रही है। इसका शिकार हुए रतलाम के एक उद्योगपति ने इसे किसी नए फ्रॉड का तरीका बताते हुए लोगों से सावधान रहने के लिए कहा आगाह है।

लायंस क्लब रतलाम ग्रेटर के सदस्य एवं उद्योगपति रवि बोधरा ने जारी बयान में बताया है कि आज-कल पोस्ट ऑफिस खाकी रंग के लिफाफे आरहे हैं। इनमें ऊपर ‘कार्ड लेटर लिखा होता है। ये लेटर कैश ऑन डिलीवरी (COD) आते हैं जो 596.00 रुपए का भुगतान करने पर दिए जाते हैं। चूंकि इन पर व्यक्ति का पूरा नाम और पता लिखा होता है अतः व्यक्ति उसे लेकर भुगतान कर देता है।

लिफाफा खोलने पर यह निकलता है

बोथरा के अनुसार ऐसा ही एक लिफाफा उनके बेटे अभि बोथरा के नाम पर उनके घर के पते पर आया। लिफाफे पर उनके दोनों मोबाइल नंबर भी दर्ज हैं। नियत राशि भुगतान करने के बाद जब पत्र खोला तो उसमें एक कार्ड और लक्ष्मीजी का एक सिक्का निकला। घर में पूछताछ करने पर पता चला कि ऐसे किसी सिक्के का ऑर्डर नहीं दिया गया है। चूंकि लिफाफा खुल चुका था इसलिए पोस्टमैन उसे वापस लेने से इनकार कर दिया।

सिर्फ भेजने वाले का पता है, कॉन्टेक्ट नंबर नहीं

उद्योगपति बोथरा ने बताया पत्र में सिक्के का वजन और कैश ऑन डिलीवरी की फीस लिखी है। इसके अलावा भेजने वाले का पता ‘सत्य श्री बालाजी सेल्स, टी-59/1 बलजीत नगर, पटेल नगर -110008 भी छपा है। इसमें कोई संपर्क नंबर नहीं लिखा है। अंदर निकले कार्ड पर भी कोई जानकारी नहीं है जिससे संबंधित से संपर्क कर वस्तुस्थिति पता की जा सके।

रोज 20 से 30 लिफाफे आ रहे

रवि बोथरा के अनुसार ठीक ऐसा ही लिफाफा उनकी फैक्टरी के कर्मचारी के नाम पर भी प्राप्त हुआ। उस पर भी कार्ड लेटर और उक्त पता प्रिंट था। चूंकि उनके साथ घटना हो चुकी थी अतः उक्त पत्र को बिना खोले ही लौटा दिया। उद्योगपति के अनुसार रोज ऐसे 20 से 30 पत्र आ रहे हैं और लोगों को चपत लग रही है। उन्होंने आशंका जताई है शायद यह लोगों से वसूली और ठगी का कोई नया तरीका अपनाया जा रहा है। यह अंदेशा इसलिए है कि सिर्फ उनके यहां ऐसा हुआ होता तो मान लेते कि किसी ने ऑर्डर कर दिया हो लेकिन वैसे ही पत्र फैक्टरी के कर्मचारी सहित अन्य को भी मिलने से आशंका पुष्ट होती दिख रही है। चूंकि पत्र की सीओडी राशि बहुत ज्यादा नहीं है और फिर लिफाफे में लक्ष्मी जी का सिक्का निकलता है, इसलिए किसी ने इसकी शिकायत नहीं की।

ठगी से बचने के लिए बरतें सावधानी

उद्योगपति बोथरा ने लोगों को आगाह किया है कि वे अगर कोई पत्र COD वाला आया है और उसमें जिसका नाम लिखा है उससे पुष्टि करने के बाद ही भुगतान करें। इसी प्रकार अन्य ऑनलाइन या ऑफलाइन ठगी से बचने के लिए भी सावधानी बरतें। बता दें कि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, सभी बैंकें और पुलिस भी लगातार अलर्ट जारी कर रही हैं और सावधानी बरतने की अपील कर रही हैं ताकि आपके खून-पसीने की कमाई कोई ठग न उड़ा ले।