Tag: श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी

धर्म-संस्कृति
य़ह कभी मत सोचो कि मैं यह नहीं कर सकता, ‘आय केन’, ‘आय मस्ट’ और ‘आय विल’ की सोच बदलेगी जीवन- आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी

य़ह कभी मत सोचो कि मैं यह नहीं कर सकता, ‘आय केन’, ‘आय मस्ट’...

रतलाम में आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी के प्रवचन जारी हैं। रविवार को विशेष...

धर्म-संस्कृति
बनना है तो रेस का घोड़ा बनो, जंगल, सर्कस और जुलूस का नहीं - आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा.

बनना है तो रेस का घोड़ा बनो, जंगल, सर्कस और जुलूस का नहीं...

शहर में चातुर्मास के लिए आए आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी और श्री विजयराजजी...

रतलाम
इच्छा हमारी GB, पुण्य MG और संयम KB हो गया, बच्चों के दिमाग में भगवान नहीं, आई फोन बैठ गया है- श्री ज्ञानबोधि विजयजी म.सा.

इच्छा हमारी GB, पुण्य MG और संयम KB हो गया, बच्चों के दिमाग...

रतलाम में जैन समाज के आचार्यों का वर्षावास हो रहा है। आचार्य और मुनिगण प्रवचन में...

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