रॉयल कॉलेज में 'विश्व ध्यान दिवस' पर सहज योग शिविर का आयोजित; विद्यार्थियों ने सीखी मानसिक शांति की कला

रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज रतलाम में सहज योग एवं ध्यान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विद्यार्थियों को योग और द्यान का अनुभव भी कराया गया।

रॉयल कॉलेज में 'विश्व ध्यान दिवस' पर सहज योग शिविर का आयोजित; विद्यार्थियों ने सीखी मानसिक शांति की कला
सहज योग ध्यान शिविर को संबोधित करते योग विशेषज्ञ।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । ​संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित विश्व ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज रतलाम में सहज योग एवं ध्यान शिविर आयोजित किया गया। सहज योग केंद्र के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने अत्यंत उत्साह के साथ सहभागिता की। यह शिविर विद्यार्थियों के जीवन में बढ़ते तनाव को देखते हुए एकाग्रता और आत्म-जागरूकता विकसित करने की दिशा में प्रभावी कदम सिद्ध हुआ।

विश्व ध्यान दिवस प्रतिवर्ष 21 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका मूल उद्देश्य वैश्विक स्तर पर मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देना है। रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज में आयोजित शिविर में मुख्य वक्ता महेंद्र व्यास रहे। उन्होंने सहज योग के आध्यात्मिक और वैज्ञानिक पक्ष पर विस्तार से प्रकाश डाला। व्यास ने बताया कि यह पद्धति जटिल न होकर अत्यंत सरल है, जो व्यक्ति को सहजता से आत्मसाक्षात्कार की ओर अग्रसर करती है। उनके अनुसार, वर्तमान समय में नियमित ध्यान ही वह एकमात्र मार्ग है जिसके माध्यम से युवा पीढ़ी नकारात्मक विचारों और मानसिक दबाव से मुक्ति पा सकती है।

ध्यान की मुद्राओं व श्वास प्रक्रिया का अभ्यास किया

चंद्रकांत विभूते ने व्यावहारिक सत्र का संचालन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को ध्यान की विभिन्न मुद्राओं और श्वास प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अभ्यास कराया। उन्होंने बताया कि आधुनिक जीवन की आपाधापी में एकाग्रता बनाए रखने के लिए ध्यान का अभ्यास अनिवार्य है। राजेंद्र पंवार ने भी विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सहज योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण का माध्यम है। यह व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है जिससे सर्वांगीण विकास संभव होता है। विपुल तिवारी, कुसुम त्रिवेदी एवं ज्योति गुप्ता ने आयोजन को छात्र हित में अत्यंत लाभकारी और प्रेरणास्पद बताया।

ये उपस्थित रहे

सत्र के अंतिम चरण में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक ध्यान का अनुभव प्राप्त किया, जिससे पूरे परिसर में शांति और सकारात्मकता का वातावरण निर्मित हुआ। ​आयोजन की गरिमा को बढ़ाते हुए महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापकगण डॉ. अमित शर्मा, प्रो. कपिल केरोल, प्रो. शोभा पटेल, प्रो. समीक्षा मेहरा, प्रो. कविता गर्ग, प्रो. अल्का उपाध्याय, प्रो. नैनसी धीमन, प्रो. पूजा पाटीदार, प्रो. मिताली पुरोहित, प्रो. गरिमा मिश्रा, प्रो. कृष्णाकांत प्रजापत, प्रो. आंचल नागल, प्रो. प्रियंका दवे, प्रो. प्रांजल गौतमी, प्रो. शैलेंद्र सिंह पंवार, प्रो. आरती वर्मा, प्रो. दीपशिखा राठौर, प्रो. शाहिस्ता शेख एवं प्रो. बनकट अकोदिया उपस्थित रहे।