नेपाली संस्कृति परिषद ने गोरखा समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को किया सम्मानित, वक्ताओं ने मोबाइल छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने पर दिया जोर

नेपाली संस्कृति परिषद ने गोरखा समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया। सम्मानित विद्यार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए।

नेपाली संस्कृति परिषद ने गोरखा समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को किया सम्मानित, वक्ताओं ने मोबाइल छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने पर दिया जोर
नेपाली संस्कृति परिषद द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान किया गया।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । नेपाली संस्कृति परिषद रतलाम ने स्मान समारोह आयोजित किया। परिषद मुख्यालय पर हुए आयोजन में गोरखा समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया। वक्ताओं ने कहा मोबाइल छोड़ कर पढ़ाई पर ध्यान देने पर जोर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। परिषद अध्यक्ष नरेंद्र श्रेष्ठ ने स्वागत भाषण दिया और समारोह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "हमारा समाज हमेशा से शिक्षा और संस्कृति के प्रति समर्पित रहा है। इस तरह के सम्मान समारोह न केवल विद्यार्थियों को प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक दिशा में अग्रसर करने में सहायक होते हैं।"

बच्चे समाज का भविष्य

विशिष्ट अतिथि समाजसेवी योगेश जाट ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि, "आप सभी समाज के भविष्य हैं। आपकी मेहनत और समर्पण ही हमारे समाज को आगे ले जाएगा।" परिषद के संयोजक सुमन थापा और सचिव दिनेश विश्वकर्मा ने भी संबोधित किया। समाज को आगे ले जाना है तो सभी विद्यार्थी को मोबाइल छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देना होगा, तभी अच्छे अंक प्राप्त होंगे। वक्ताओं ने कहा कि नेपाली संस्कृति परिषद रतलाम द्वारा आयोजित यह समारोह निश्चित रूप से समाज में शिक्षा और संस्कारों की नई लहर लाने में सहायक होगा।

इन विद्यार्थियों का हुआ सम्मान

समारोह में कक्षा 5, 8, 10 और 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दिनेश, कृष्ण, प्रीति और आदित्य को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों की उपलब्धियों और योगदान पर प्रकाश भी डाला गया। सभी ने विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

विद्यार्थियों ने साझा किए अनुभव

सम्मानित विद्यार्थियो ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, "यह सम्मान मेरे लिए एक बड़ी प्रेरणा है। इससे और मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। हम अपने लक्ष्यों को और भी दृढ़ता से प्राप्त करने के लिए प्रयासरत करेंगे।" कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर परिषद के सभी सदस्य, विद्यार्थी और उनके परिवारजन उपस्थित थे।