A Huge Achievement ! रतलाम का CM राइज विनोबा स्कूल विश्व के TOP-10 स्कूलों में शामिल, दुनिया के 100 देशों के हजारों स्कूलों में थी श्रेष्ठता की स्पर्धा

अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में मप्र के रतलाम के सीएम राइज शासकीय विनोबा स्कूल ने दुनिया के TOP-10 स्कूलों में जगह बनाई है। 5 विभिन्न श्रेणियों में हुई इस स्पर्धा में विश्व के 100 देशों के हजारों स्कूलों ने सहभागिता की थी। मप्र के शिक्षा विभाग द्वारा इसे ‘लाइट हाउस’ स्कूल भी घोषित किया है।

- यूएसए से हुई लाइव कॉन्फ्रेंस में हुई घोषणा तो छलक पड़े आंसू

- सिर्फ 2 साल की मेहनत में मिली सललता पर शिक्षकों के साथ बच्चे और अभिभावक भी झूमे 

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जो काम करोड़ों की बिल्डिंग और साधन-संधान वाले बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल नहीं कर सके वह रतलाम शहर के पिछड़ी बस्ती में स्थित एक सरकारी स्कूल ने कर दिखाया। कभी स्थानीय स्तर पर पहचान के लिए मोहताज यह स्कूल आज विश्व पटल पर लाइट हाउस की तरह चमक रहा है। यह स्कूल है सीएम राइज विनोबा स्कूल, जिसने महज 2 वर्ष के अथक परिश्रम से ही दुनिया के TOP-10 स्कूलों में जगह बनाकर इतिहास रच दिया। श्रेष्ठता की 5 विभिन्न श्रेणियों में विश्व के 100 देशों के हजारों स्कूलों के बीच हुई प्रतियोगिता में इस स्कूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चौथा स्थान हासिल हुआ है।

‘द वल्डर्स बेस्ट स्कूल प्राइज’ वैश्विक स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलों के लिए सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा पुरस्कार है। यूएसए की प्रतिष्ठित संस्था ‘टी फॉर एजुकेशन’ इस पुरस्कार के लिए हर साल प्रतियोगिता का आयोजन करती है। इस वर्ष इसमें दुनिया के 100 देशों के हजारों स्कूलों ने विभिन्न कैटेगरी में दावेदारी की। ये श्रेणियां हैं कम्युनिटी कोलेबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन, इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स। रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल ने मप्र और भारत की ओर से इसमें भाग लिया। कई कसौटियों और मापदंडों पर अंतराष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा स्कूलों को परखा गया, जिसमें सीएम राइज विनोबा स्कूल को यह उपलब्धि मिली।

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पुरस्कारों की घोषणा यूएसए से हुई लाइव कॉफ्रेंस में गुरुवार को हुई। इसे प्रदेश सरकार, शिक्षा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ रतलाम के विनोबा नगर स्थित सीएम राइज स्कूल में भी बड़ी एलईडी पर देखा गया। स्कूल की इस सफलता पर मप्र के स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी, लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त शिल्पा गुप्ता एवं संचालक डी. एस. कुशवाह ने स्कूल स्टाफ सहित सभी को बधाई प्रेषित की है।

ऐसी थी चयन प्रक्रिया

विश्वव्यापी संस्था ‘टी फॉर एजुकेशन’ द्वारा दुनियाभर के स्कूल से फरवरी 2024 तक विभिन्न केटेगरी में विस्तृत आवेदन मांगे गए थे। हजारों आवेदनों में से शॉर्ट लिस्ट स्कूल के रूप में विनोबा स्कूल और उप प्राचार्य राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक गजेंद्र सिंह राठौर का स्कूल लीडर के रूप में ‘इनोवेशन कैटेगरी’ में चयन हुआ। इसके बाद अन्तराष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा 1 घण्टे का ऑनलाइन इंटरव्यू लिया गया। यहां से पुन: चयनित होने पर दस्तावेज आधारित मूल्यांकन किया गया। विभिन्न स्तरों की ऑनलाइन परीक्षण बैठकों के बाद आखिरकार स्कूल ने टॉप-10 में जगह बना ही ली।

इन देशों को छोड़ा पीछे

बेस्ट स्कूल प्राइस-2024 की इनोवेशन कैटेगरी में रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल ने यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका, थाईलैंड और ब्राजील के साथ चौथे स्थान हासिल किया है। वहीं चिली, केन्या, इटली, मैक्सिको, यूनाइटेड किंगडम के स्कूल प्रथम 10 में तो रहे लेकिन भारत से पीछे। इसके पहले पढ़ाई, खेलकूद और विद्यार्थियों के ओवरआल डेवलपमेंट के मामले में भी मप्र के शिक्षा विभाग द्वारा सीएम राइज विनोबा स्कूल के ‘लाइट हाउस’ घोषित किया गया है। यानी यह स्कूल अन्य स्कूलों के लिए लाइट हाउस की तरह दिखा दिखाने का काम करेगा।

‘साइकिल ऑफ ग्रोथ’ के बूते पाई उपलब्धि

पुरस्कार जीतने में उप प्राचार्य राठौर की मेहनत और तरीके सबसे महत्वपूर्ण रहे। इसे ‘साइकिल ऑफ ग्रोथ’ नाम दिया गया। दो वर्ष पूर्व जब उन्होंने विनोबा स्कूल में ज्वाइन किया था तब यहां सबसे बड़ी चुनौती विद्यार्थियों की कमी और सरकारी शिक्षकों के प्रति अभिभावकों में भरोसे की कमी की थी। इससे विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता में कमी लाने पर पूरे स्टाफ ने काम किया। शिक्षकों के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लास रूम मॉनिटरिंग, वन ऑन वन फीडबैक, रिवॉर्ड एंड रिकगनाइजेशन की सकारात्मक योजना बनाई। इसे स्कूल लीडर प्राचार्य संध्या वोरा, अनिल मिश्रा, सीमा चौहान, हिना शाह, पीपुल संस्था से प्रियल उपाध्याय, दीपक साही सहित शिक्षकों ने मूर्त रूप दिया। विद्यार्थियों के कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए लर्निंग शोकेस, सृजन मेले, कम्युनिटी विजिट, प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे नियमित आयोजन हुए।

सिर्फ दो वर्ष में विश्व पटल पर बनाई पहचान

विनोबा स्कूल ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में केवल दो सालों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। दो साल पहले ही सीएम राइज प्रारंभ किए गए हैं। टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत सरकारी सिस्टम में शिक्षकों के बारे में बनाई गई नकारात्मक धारणा को तोड़ने में विद्यालय सफल रहा। उप प्राचार्य राठौर और स्कूल लीडर्स के मार्गदर्शन में जॉयफुल लर्निंग द्वारा विद्यार्थियों और पालकों को संस्था से जोड़ा गया। विद्यालय ने कम्युनिटी को लर्निंग रिसोर्स के रूप में जोड़ा। कक्षा 1 से 12 तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में संचालित होने वाले स्कूल के 577 में से 545 विद्यार्थी किसी ने किसी स्तर पर गतिविधि से वर्ष भर जुड़े रहे।

घोषणा सुनते ही हंसते चेहरों पर छलक पड़े आंसू

घोषणा समारोह पूर्वक गुरुवार को सीएम राइज में सुनी गई। विश्वस्तरीय खुशी के इस पल के साक्षी मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, जिला पंचायत सीईओ शृंगार श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा, रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी सहित शिक्षा विभाग के सदस्य, स्कूल स्टाफ, अभिभावक और विद्यार्थी बने। घोषणा सुनते ही टीम लीडर राठौर और स्टाफ के आंसू छलक पड़े। सभी उत्साह से झूम उठे। गौरव के इस पल और उपलब्धि को विद्यार्थी और उनके परिजन सोशल मीडिया पर साझा करते नजर आए।