रतलाम की अनाज मंडी 4 सितंबर से अनिश्चितकाल के लिए बंद, व्यापारियों ने मंडी प्रशासन को सौंपा पत्र

रतलाम के अनाज, दलहन, तिलहन व्यापारियों ने 4 सितंबर से अनिश्चितकाल मंडी बंद का ऐलान किया है।

रतलाम की अनाज मंडी 4 सितंबर से अनिश्चितकाल के लिए बंद, व्यापारियों ने मंडी प्रशासन को सौंपा पत्र
4 सितंबर से अनिश्चितकाल के लिए रतलाम मंडी बंद करने के निर्णय का पत्र मंडी प्रशासन को सौंपते व्यापारी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के आह्वान पर शुक्रवार को अनाज मंडी प्रांगण में मंडी व्यापारियों की बैठक संपन्न हुई। अध्यक्षता दी ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की। इसमें सर्वानुमति से 4 सितंबर से अनाज मंडी अनिश्चितकाल के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया।

एसोसिएशन के अनुसार हड़ताल के दौरान सरकार से मुख्य मांगों के तहत मंडी प्लांट/गोदाम की लीज नियमावली सरल करने एवं मंडी टैक्स 1% एवं निराश्रित शुल्क समाप्त करने की मांग की जाएगी। व्यापारियों का कहना है कि प्रदेश में जब सारा व्यापार जब ई-वे बिल से हो रहा है तब एनओसी और उसके सत्यापन की जरूरत नहीं है। एक बार मंडी व्यापारी को व्यापार की अनुमति मंडी समिति द्वारा होने के पश्चात लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया भी बंद होनी चाहिए। मंडी बोर्ड की शब्दावली से लाइसेंस या लाइसेंस नवीनीकरण जैसे शब्द निकाल देने चाहिए। व्यापारियों ने स्पष्ट किया है कि अभी सिर्फ अनाज मंडी बंद रहेगी। प्याज और लहसुन मंडी चालू रहेगी। बैठक के बाद मंडी समिति रतलाम के प्रभारी सचिव राजेंद्र व्यास को मंडी बंद संबंधित पत्र भी सौंपा गया।

ये व्यापारी उपस्थित रहे बैठक में

इस अवसर पर म.प्र. अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के जिलाध्यक्ष दिलीप मेहता, प्रमुख व्यापारी वर्धमान बरड़िया, अभय सेठिया, कांतिलाल चोपड़ा, अखिलेश नाहर, नीलेश बाफना, रितेश बाफना, धर्मेंद्र माहेश्वरी, हितेश पारख, हितेश मेहता, अभय सियार, कैलाश औरा, पंकज जैन, मांगीलाल मोदी, राजेंद्र बाफना, रिजवान, विपुल मुरार, शैलेंद्र चोपड़ा  आदि उपस्थित रहे। संचालन एवं आभार प्रदर्शन दिलीप मेहता ने किया।