कटारिया प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड में लगी भीषण आग, कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मी से फैक्टरी स्टाफ ने की गुंडागर्दी, मोबाइल छीने, पत्रकारों में रोष

कटारिया प्लास्टिक प्रा. लि. में लगी आग के कवरेज के दौरान पत्रकार के साथ हुए दुर्व्यवहार और मोबाइल छीनने के मामले ने तूल पकड़ा। पत्रकार हुए लामबंद, बड़ी कार्रवाई के मूड में।

कटारिया प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड में लगी भीषण आग, कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मी से फैक्टरी स्टाफ ने की गुंडागर्दी, मोबाइल छीने, पत्रकारों में रोष
कटारिया प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी आग और बुझाने का प्रयास करता अमला।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित कटारिया प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड में भीषण आग लग गई। 8 से अधिक फायर लॉरियों से आग पर काबू पाया जा सका। फायर सिस्टम को लेकर लापरवाह उद्योग के स्टाफ ने घटना का कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मी के साथ गुंडागर्दी करते हुए उसके मोबाइल फोन ही छीन लिए। मीडियाकर्मियों ने इसकी शिकायत औद्योगिक क्षेत्र थाने पर की लेकिन पुलिस का रवैया उदासीन ही रहा। इसे लेकर पत्रकारों में रोष है वे इस मामले में बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में हैं। 

अग्निशमन विभाग के फायरमैन मोहसिन के अनुसार कटारिया प्लास्टिक फैक्टरी में गुरुवार सुबह आग लगी थी। इसकी सूचना करीब 10.30 बजे अग्निशमन विभाग को मिली। सूचना मिलते ही तीन फायर लॉरियां रवाना कर दी गई गई थीं। फायरमैन के अनुसार आग बुझाने के लिए इप्का लेबोरेटरी की फायर लॉरी की मदद लेना पड़ी। बताया जा रहा है कि 8 से फायर लॉरियों का पानी अंग बुझाने में खाली हो गया। इसके अलावा बड़ी संख्या में फायर एक्सटिंग्विशर भी खाली हो गए। 

मीडिया के साथ धक्काम-मुक्की और गाली-गलौच की

हादसे की जानकारी मिलते ही मीडियाकर्मी घटनास्थल पहुंचे। वे घटना का कवरेज कर रहे थे तभी कटारिया प्लास्टिक उद्योग के प्रबंधन की नजर उन पर पड़ी जिनके इशारे पर सुरक्षाकर्मियों ने दौड़ लगाई और पत्रकार शैलेंद्र पिता वी. सी. पारे के मोबाइल फोन छीन कर धक्का-मुक्की और गाली-गलौच की। शैलेंद्र ने उन्हें बताया कि वह पत्रकार है और अपना परिचय पत्र भी दिखाया लेकिन उद्योग का स्टाफ नहीं माना।

मामले की जानकारी मिलने पर रतलाम प्रेस क्लब ने इस पर कड़ी आपत्ति ली। इतना ही नहीं पदाधिकारी पत्रकार शैलेंद्र के समर्थन में औद्योगिक क्षेत्र थाने भी पहुंचे और शिकायत दी लेकिन पुलिस मामले में लगातार टालमटोल करती रही। घटना 24 घंटे बाद भी पुलिस ने दोषी उद्योग प्रबंधन के विरुद्ध अब तक कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं की है।

(मोहसिन- फायरमैन, अग्निशमन विभाग)

पत्रकारों की यह कैसी सुरक्षा

प्लास्टिक उद्योग में हुई दुर्व्यवहार और उसके बाद पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से मप्र में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे और दावे कर रहे हों लेकिन हकीकत इसके परे है। 

पत्रकारों ने जताया रोष, आज बड़ी कार्रवाई के मूड में

कटारिया प्लास्टिक में साथी के साथ हुई घटना को लेकर पत्रकारों में काफी रोष है। उन्होंने इस मामले में पुलिस के असंवेदनशील रवैये की शिकायत सीएम हेल्पलाइन और प्रदेश के गृह मंत्री से भी की है। बताया जा रहा है कि पत्रकार एकजुट होकर शुक्रवार को भी कोई बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। अभी तक इस पूरे मामले को लेकर उद्योग प्रबंधन की ओर से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।