बड़ी खबर... क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय गिरफ्तार, बैंक ऑफ महाराष्ट्र में सवा करोड़ रुपए के गबन का है आरोप

मप्र के मुलताई से बड़ी खबर आई है। मुलताई पुलिस ने क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय ओझा को गिरफ्तार किया है। ओझा बैंक ऑफ महाराष्टर के पूर्व प्रबंधक हैं और उनक पर फर्जी खाते खुलवा कर सवा करोड़ रुपए का गबन करने का आरोप है।

बड़ी खबर... क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय गिरफ्तार, बैंक ऑफ महाराष्ट्र में सवा करोड़ रुपए के गबन का है आरोप
गबन के आरोपी पूर्व बैंक प्रबंधक विनय ओझा एवं साथ हैं उनके पुत्र क्रिकेटर नमन ओझा। (फाइल चित्र)

जौलखेड़ा ब्रांच के तत्कालीन प्रबंधक विनय ओझा ने 2013 में बैंककर्मियों के साथ मिलकर किया था गबन

एसीएन टाइम्स @ एमपी डेस्क । प्रसिद्ध क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय ओझा को मुलताई पुलिस ने गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है। ओझा पर आरोप है कि उन्होंने 2013 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा ब्रांच में लगभग सवा करोड़ रुपये का गबन किया था। उन के विरुद्ध धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 34 और आईटी एक्ट की धारा 65, 66 के तहत मामला दर्ज था। गबन के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।

पुलिस के अनुसार बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा ब्रांच में 2013 में गबन का मामला सामने आया था। तब वहां 2013 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा शाखा के प्रबंधक अभिषेक रत्नम ने गबन की सारिस रची थी। इसे बाद उनका तबादला हो गया और विनय ओझा शाखा प्रबंधक बन गए। उन्होंने अन्य कर्मचारियों और लोगों की मदद से फर्जी खाते खुलवाए। उन्होंने केसीसी का लोन ट्रांसफर कर करीब सवा करोड़ रुपए का आहरण कर लिया। यह राशि पूर्व प्रबंधक रत्नम व ओझा के साथ ही विनोद पंवार, लेखापाल नीलेश छलोत्रे, दीनानाथ राठौर आदि ने बांट ली। लगभग एक साल बाद यह मामला प्रकाश में आने पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक रीतेश चतुर्वेदी ने 19 जून 2014 को गबन की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने रत्नम, ओझा सहित अन्य के विरुद्ध धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 34 और आईटी एक्ट की धारा 65, 66 के तहत केस दर्ज किया था।

 ऐसे अंजाम दिया गबन को

तत्कालीन बैंक प्रबंधक रीतेश चतुर्वेदी ने पुलिस में की गई शिकायत में बताया था कि जाशि तत्कालीन बैंक प्रबंधक रत्नम के कार्यकाल में रची गई थी। उनके जाने के बाद तत्कालीन प्रबंधक ओझा व अन्य 2 जून 2013 को फर्जी नाम और फोटो के आधार पर 34 घाते खोले गए। किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर बैंक से राशि आहरित कर ली गई। तरोड़ा बुजुर्ग गांव के दर्शन पिता शिवलू की तो मौत होने के बाद भी उनके नाम से खाता खोलकर रुपये आहरित कर लिए गए थे। इस तरह करीब सवा करोड़ रुपए आर7त कर गबन किया गया था। 

ओझा 8 साल से चल रहे थे फरार

गबन के मामले में पूर्व प्रबंधक रत्नम सहित सभी आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को पूर्व प्रबंधक विनय ओझा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी की पुष्टि मुलताई की एसडीओपी नम्रता सोंधिया ने भी की है। बता दें कि गबन के आरोपी ओझा 8 साल से फार थे। पुलिस ने ओझा को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश हुए। थाने में क्रिकेटर नमन भी मौजूद थे। उन्होंने पिता की जमानत के लिए काफी प्रयास किया लेकिन जब जमानत नहीं मिली तो वे बैतूल के एक होटल चले गए।

गबन के आरोपी विनय के बेटे नमन ख्यात क्रिकेटर हैं, रतलाम व इंदौर से रहा नाता

बता दें कि गबन के आरोप विनय ओझा के पुत्र नमन भारत के ख्यात क्रिकेटर हैं। रणजी ट्राफी के अलावा नमन एक टेस्ट, एक वनडे और दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेल चुके हैं। इसके अलावा 113 आईपीएल मैच भी नमन ने खेले। रनों की बात करें तो नमन ने टेस्ट में 56 रन, वनडे में 1 रन और टी-20 में 12 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने 2021 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। नमन व उनके उनके पिता रतलाम में भी रहे हैं। विनय ओझा यहां बैंक ऑफ महाराष्ट्र सेवाएं दे चुके हैं। नमन का नाता इंदौर भी रहा है।