बड़ी क्षति ! साहित्य जगत में रतलाम को पहचान दिलाने वाले कवि साहित्यकार प्रोफेसर अज़हर हाशमी नहीं रहे, राजस्थान में पैत्रक गांव पिड़ावा में 11 जून को होगा अंतिम संस्कार
ख्यात कवि एवं साहित्यकार प्रो. अज़हर हाशमी का निधन हो गया। उनका उपचार रतलाम के एक निजी अस्पताल में चल रहा था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार 11 जून को पैत्रक गांव पिड़ावा में होगा।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अपनी कविताओं, गज़लों, गीतों, आलेखों, व्याख्यानों के माध्यम से साहित्य जगत और देश-दुनिया में रतलाम को पहचान दिलाने वाले प्रो. अज़हर हाशमी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने रतलाम के आरोग्यम हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। दिवंगत हाशमी का अंतिम संस्कार 11 जून (बुधवार) 2025 को सुबह 10 बजे उनके पैत्रक गांव राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिड़ावा गांव में होगा। प्रो. हाशमी को कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पटेल सहित गणमान्यजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रोफेसर अज़हर हाशमी पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उनका रतलाम के आरोग्यम हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था। मंगलवार शाम करीब 6:08 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रोफेसर हाशमी की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए इंदिरा नगर स्थित उनके निवास पर रखा गया।
यहां से रात करीब पौने दस बजे उनकी पार्थिव देह को सड़क मार्ग से पैत्रक गांव पिड़ावा के लिए रवाना किया गया। दिवांगत हाशमी के साथ उनके छोटे भाई मुख्तार हाशमी, मज़हर हाशमी, सेवादार बापूसिंह भी पिड़ावा के लिए रवाना हुए।
अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोग
दिवंगत हाशमी के निधन का समाचार मिलते ही शोक लहर दौड़ गई। उनके शिष्य, साहित्य जगत, राजनीति से जुड़ी हस्तियां और आमजन उनके निवास पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए। एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप की ओर से मनोहर पोरवाल, बजरंग पुरोहित, जयवंत कोठारी, सोना शर्मा व मणिलाल जैन, जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम अनिल भाना, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, प्रो. रतन चौहान, रंगकर्मी कैलाश व्यास, यूसुफ जावेदी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा बंटी, रोटरी क्लब के अश्विनी शर्मा, महाविद्यालय परिवार के संयोजक सतीष त्रिपाठी, डॉ. रत्नदीप निगम, मुबारिक शेरानी, पत्रकार आरिफ कुरैशी, तुषार कोठारी, हेमंत भट्ट, नीरज कुमार शुक्ला, मुबारिक शेरानी, अदिति मिश्रा, एडवोकेट मनमोहन दवेसर, अदिति दवेसर, शिक्षाविद् डॉ. प्रवीणा दवेसर, लेखिका श्वेता नागर, भरत गुप्ता, श्याम सुंदर भाटी, इनामुर शेख, पत्रकार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, राजनेता, अधिकारी, साहित्य जगत से जुड़ी हस्तियां और गणमान्यजन निवास पर पहुंच कर दिवंगत हाशमी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रो. हाशमी का निधन प्रदेश और रतलाम की अपूरणीय क्षति- काश्यप
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने रतलाम के प्रसिद्ध चिंतक, लेखक, कवि, ज्योतिषि और साहित्यकार प्रोफेसर अज़हर हाशमी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। काश्यप ने कहा कि साहित्य मनीषी, हिन्दी के मूर्धन्य साहित्यकार, मालवा के गौरव, गीतों के राजकुमार प्रो. अज़हर हाशमी के अवसान के साथ साहित्य जगत के एक युग का अंत हो गया। हाशमी जी से रतलाम की पहचान थी।
काश्यप के अनुसार प्रो. हाशमी गहन अध्येता, लेखक, चिंतक और रचनाकार तो थे ही, एक सहज, सरल, मिलनसार व्यक्तित्व के धनी भी थे। उनकी रचनाओं को पूरे देश ने सम्मान प्रदान किया। कवि सम्मेलनों के सफल संचालन से लेकर कई पीढ़ियों के रचनाकारों के साथ कविता पाठ का गौरव उन्हें हासिल था। हर धर्म के नीति सिद्धांत उनकी ज़ुबान पर थे। प्रोफेसर हाशमी का निधन रतलाम ही नहीं मध्यप्रदेश की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि
दिवंगत साहित्यकार प्रो. हाशमी को पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, उनके कवि मित्र फिरोजाबाद के पूर्व सांसद ओमपाल सिंह निडर, रतलाम के पूर्व डीआईजी सतीश सक्सेना, रतलाम के पूर्व कलेक्टर रहे प्रभात पाराशर, राजेंद्र शर्मा, राजीवचंद्र दुबे, जिला पंचायत सीईओ शृंगार श्रीवास्तव, साहित्यकार डॉ. संजय द्विवेदी, वरिष्ठ संपादक एवं मैनेजमेंट फंडा स्तंभ के लेखक एन. रघुरमन, वरिष्ठ संपादक शिवकुमार विवेक, रमेश राजपूत, अजय बोकिल, विक्रम विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं साहित्यकार डॉ. शैलेंद्र शर्मा, पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराधा गोखले, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के उज्जैन संभागाध्यक्ष प्रकाश शुक्ला, मप्र पत्रकार गैर पत्रकार संघ के प्रांतीय महामंत्री तरुण भागवत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशूराम निनामा आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की है।