सख्ती जरूरी है : अभिभावकों को लूटने के गोदाम श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल को कलेक्टर ने जारी किया नोटिस, 12 जुलाई तक स्पष्टीकरण दो वरना रद्द हो जाएगी मान्यता
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल को नोटिस जारी कर तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण। दो दिन पूर्व मारे गए छापे में स्कूल से किताबों और यूनिफॉर्म का जखीरा बरामद हुआ था।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अभिभावकों को लूटने का गोदाम साबित हुए श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल को कलेक्टर राजेश बाथम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें स्कूल प्रबंधन से 12 जुलाई तक अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है। स्पष्टीकरण नहीं देने अथवा संतोषप्रद नहीं होने पर प्रशासन द्वारा स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल को जारी कारण बताओ सूचना पत्र में कहा गया है कि प्रबंधन के कृत्य के लिए क्यों न नियम 2020 के तहत शास्ति अधिरोपण, जप्तशुदा सामग्री राजसात कर उसका व्ययन जनहित में किया जाए एवं स्कूल की मान्यता समाप्त की जाए। इस बारे में संस्था को 12 जुलाई की शाम 4.00 बजे तक की मोहलत दी गई है।
स्कूल के बारे में कोई भी रख सकता है पक्ष
कलेक्टर बाथम के अनुसार श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के संबंध में कोई भी व्यक्ति, पालक अथवा विद्यार्थी अपनी बात या पक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं. इसके लिए वे 12 जुलाई 2024 को कलेक्टर कार्यालय में आकर जानकारी दे सकते हैं।
रविवार को प्रशासन के दल ने मारा था छापा
बता दें कि कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर नियम विरुद्ध कार्य करने वाले श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल के विरुद्ध रविवार को राजस्व तथा शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई थी। यहां तीन फ्लोर से मनमानी कीमतों पर बेची जा रही पाठ्य पुस्तकें तथा यूनिफॉर्म आदि जप्त की गई थी। कार्रवाई को जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय ने अंजाम दिया था।
किताबों और यूनिफॉर्म का मिला था जखीरा
दल द्वारा स्कूल के ग्राउंड फ्लोर के तीन कक्षों एवं प्रथम तल के एक कक्ष में स्कूल ड्रेसेस तथा पाठ्य पुस्तकों का भंडारण पाया गया। इसमें 304 पैकेट स्कूल यूनिफॉर्म, बेल्ट, टाई व मोजे, 295 पैकेट स्वेटर, कक्षा पहली से दसवीं तक की 366 बंडल पुस्तकें तथा 9 पुस्तक पैकेट, तीन कॉपी के बंडल भी पाए गए थे। यह सामग्री सील कर जिला शिक्षा अधिकारी के सुपुर्द की गई थी।
कार्रवाई के स्वागत के साथ संशय में आमजन
अभिभावकों को लूटने के उद्देश्य से संग्रहित की गई किताबों और यूनिफॉर्म की जब्ती कर प्रशासन ने आमजन का मन जीतने का प्रयास किया है। साथ वे इस बात को लेकर संशय में हैं कि यह कार्रवाई यहीं तक सीमित रहेगी या कोई बड़ी कार्रवाई भी ऐसे स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध होगी। कहीं यह औपचारिकता ही न बन जाए। रतलामवासियों को ऐसी ही कार्रवाई रतलाम के अन्य स्कूलों के विरुद्ध भी किए जाने की अपेक्षा है क्योंकि अभिभावकों की लूट का अड्डा सिर्फ श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल ही नहीं, बल्कि शहर के कई बड़े निजी स्कूल भी हैं। बेशक, किताबों और यूनिफॉर्म का जखीरा उन स्कूलों में नहीं मिले लेकिन उनके द्वारा अधिकृत दुकानों पर मिलना तय है जिसका भारी कमीशन इन्हीं स्कूलों के संचालकों को जाता है।