Tag: कला एवं साहित्य
यह पुरस्कार तो बनता है ! प्रो. अजहर हाशमी को पद्म पुरस्कार...
मप्र के पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी ने दिवंगत साहित्यकार एवं कवि प्रो. अज़हर...
कला-साहित्य : 'युगबोध' के ग्रीष्मकालीन बाल नाट्य शिविर...
रतलाम में युगबोध द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन नाट्य प्रशिक्षण शिविर का समापन 8 जून...
पुस्तक समीक्षा : ‘क्या भूलूं क्या याद करूं, मैं तो जियूं...
साहित्यकार डॉ. विकास दवे पर प्रकाशित पुस्तक ‘क्या भूलूं, क्या याद करूं, मैं तो जियूं...
साहित्य विमर्श : 'सुनें सुनाएं' का 29वां सोपान 2 फरवरी...
औपचारिकताओं से परे समयबद्धता की मिसाल सुनें सुनाएं का 29वां सोपान 2 फरवरी को होगा।...
सक्षम संचार फाउंडेशन ने साहित्यकार एवं कवि अज़हर हाशमी...
सक्षम संचार फाउंडेशन द्वारा मालवा अलंकरण की शुरुआत की गई है। इस वर्ष का मालवा अलंकरण...
मालवा मीडिया फेस्ट शुरू : नारद सृष्टि के प्रथम पत्रकार...
सक्षम संचार फाउंडेशन द्वारा रतलाम में आयोजित दो दिवसीय मालवा मीडिया फेस्ट 2.0 का...
कला एवं साहित्य : रतलाम के विक्रांत भट्ट का सीनियर फैलोशिप...
रतलाम शहर के रंगकर्मी विक्रांत भट्ट का चयन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा...
कला एवं साहित्य : रतलाम में 17 नवंबर को बहेगी ‘काव्य रस...
काव्य प्रेमियों के लिए रतलाम में 17 नवंबर को एक कार्यक्रम होने जा रहा है। इसमें...
'सुनें सुनाएं' का दायरा 'लोकल' से 'ग्लोबल' होना सुखद, UK...
सुनें सुनाएं की ख्याति अब लोकल के दायरे से निकल कर ग्लोबल हो गई है। इसके 26वें सोपान...
साहित्य जगत : आशीष दशोत्तर की कहानी ‘गिंडोले’ को मिलेगा...
युवा कहानीकार, लेखक एवं गीतकार अशीष दशोत्तर को 13 जुलाई को कथा रंग पुरस्कार से नवाजा...
'सुनें सुनाएं-21 : मिलना, बैठना और सुनना - सुनाना आज की...
सकारात्मक और रचनात्मक वातावरण बनाने के लिए शुरू हुए ‘सुनें सुनाएं’ ने 21वां सोपान...
पुस्तक-समीक्षा : महर्षि अरविंद के दिव्य और भव्य व्यक्तित्व...
लेखिका डॉ. खुशबू जांगलवा की यह पुस्तक ‘क्रांति और आध्यात्मिक क्रांति के प्रणेता...
कागज पर उतरी कलमकार की वेदना मजबूत आंदोलन की तरह समस्या...
अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा आजादी की वर्षगांठ के मौके पर काव्यगोष्ठी का आयोजन...
रतलाम के डॉ. चांदनीवाला एवं दशोत्तर साहित्य अकादमी अलंकरण...
रतलाम के दो साहित्यकारों को मप्र साहित्य अकादमी द्वारा 50-50 हजार रुपए के नकद पुरस्कार...
समीक्षा : दो मिसरों में सार्थक बात कहने का हुनर... आप भी...
कोई छोटी सी बात समझाने या सीख देने के लिए पूरा ग्रंथ लिख देता है तो कोई दो शब्द...
ग़ज़ल का प्रभाव और परंपरा बहुत समृद्ध- सिद्दीक़ रतलामी
जनवादी लेखक संघ द्वारा 'ग़ज़ल की परंपरा' विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।...