‘फकीर’ के बेटे ने फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए खोला ऑफिस और कर्मचारी भी नियुक्ति किए, लोन देने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ कर हो गया फरार, पुलिस ने दबोचा

रतलाम पुलिस ने फाइनेंस कंपनी खोलने और लोन देने के नाम पर ऑफिस खोल कर लोगों को ठगने वाले एक अंतर्राज्यीय ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने रतलाम में गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के नाम से किराए पर भवन लिया, कर्मचारी नियुक्ति किए और फिर रुपए लेकर भाग गया था।

‘फकीर’ के बेटे ने फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए खोला ऑफिस और कर्मचारी भी नियुक्ति किए, लोन देने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ कर हो गया फरार, पुलिस ने दबोचा
अंतर्राज्यीय ठग गिरफ्तार।

किराये पर लिए गए भवन के मालिक ने की शिकायत, पुलिस ने किया गिरफ्तार

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मप्र की रतलाम पुलिस को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय ठग को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। आरोपी ने रतलाम में फाइनेंस कंपनी खोलने के नाम पर किराए के भवन में ऑफिस खोला, कर्मचारियों की नियुक्ति भी और लोन देने के नाम पर लाखों रुपए ठग कर रफूचक्कर हो गया।

पुलिस के अनुसार स्टेशन रोड रतलाम निवासी गिरीश मेहता ने स्टेशन रोड पुलिस थे में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि नवंबर 2023 में मोहम्मद फारूक पिता फकीर मोहम्मद एक व्यक्ति के साथ उनसे मिला। फारूक ने उनसे बोला कि मैं फाइनेंस कंपनी खोलना चाहता हूं, मुझे ऑफिस व निवास करने के लिए किराए से भवन चाहिए। मेहता ने एग्रीमेंट कर बिल्डिंग किराए पर दे दी। आरोपी ने लोकल एड्रेस पर नई सिम तथा महाराष्ट्र बैंक में बैंक अकाउंट भी खुलवाया।

40 दिन में बटोर लिए 15 लाख रुपए

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उसने गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के नाम से अखबारों में विज्ञापन दिया और इंटरव्यू लेकर कर्मचारी भी भर्ती कर लिए। फारूक ने हाउस लोन, बिजनेस लोन, पर्सनल लोन, मॉर्टगेज लोन, एग्रीकल्चर लोन आदि के पम्फलेट छपवाकर ऑफिस का पूरा सेटअप जमाया। नियुक्त किए गए कर्मचारियों को लोन बांटने के लिए रतलाम के आसपास रवाना किया तथा लोन की प्रोसेस फीस के नाम पर 40 दिन में करीब 15 लाख रुपए भी इकट्ठे कर लिए।

RBI में लाइसेंस प्रक्रिया विचारीधान होने का दिया झांसा

आरोपी ने मकान मालिक गिरीश मेहता से कहा कि मेरी कंपनी गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के लाइसेंस आरबीआई (RBI) में प्रक्रियाधीन है। मुझे 122 लोगों को उनकी फाइलों पर लोन वितरित करना है। मुझे 27 लाख रुपए उधार चाहिए, आरबीआई से अप्रूवल होते ही रिटर्न कर दूंगा। मेहता ने 14 लाख रुपए नकद एवं 13 लख रुपए गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के रतलाम स्थित महाराष्ट्र बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। रुपए मिलते ही आरोपी फारूक राशि लेकर मुंबई आरबीआई ऑफिस जाने का कह फरार हो गया। ऑफिस का सेटअप व फर्नीचर आदि भी छोड़ गया। मेहता की शिकायत पर स्टेशन रोड थाने पर आरोपी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420, 406, 467, 468, 471, 34, 120बी में केस दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

कई राज्यों में दिया धोखाधड़ी को अंजाम 

एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी के लिए स्टेशन रोड थाना प्रभारी और सायबर सेल की संयुक्त टीम का गठित की गई। आरोपी के धोखाधड़ी के तरीके का विश्लेषण किया गया। इसमें पता चला कि आरोपी इंटरनेट एवं न्यूज पेपर में लोन के नाम पर विज्ञापन देता है। पुलिस द्वारा समाचार पत्र में लोन के विज्ञापन खोजने पर संदेही के रतलाम में गेट ग्लोबल के नाम से ऑफिस खोलने के अलावा जोधपुर राजस्थान में सन फाइनेंस, भुवनेश्वर (उड़ीसा) में ईजी फाइनेंस, सूरत (गुजरात) में एक्सलुट शॉपर्स, सीकर (राजस्थान) में सूर्या फाइनेंस के साथ ही बिहार, झारखंड और गुजरात के अहमदाबाद आदि स्थानों पर लोन के लिए ऑफिस खोलने की जानकारी मिली। आरोपी ने सीकर (राजस्थान) में लोन देने के लिए एक वेबसाइट भी बनवा ली थी जिस पर लोग लोन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकें। पुलिस ने सभी तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी मोहम्मद फारूक पिता फकीर मोहम्मद (52), निवासी एम. एम. करीम अपार्टमेंट, मकरबा सरखेज, अहमदाबाद (गुजरात) को धर-दबोचा। 

इनकी सराहनीय भूमिका रही

धोखाधड़ी के मामले ट्रैस करने और आरोपी की गिरफ्तारी में स्टेशन रोड थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक, उप निरीक्षक प्रेमसिंह हटीला, सायरबर सेल के प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा (सायबर सेल), लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आरक्षक विजय निनामा एवं स्टेशन रोड थाने के आरक्षक लोकेंद्र सोनी की भूमिका रही।