JOSHUA PROJECT in Ratlam ! बाजना में लग रही हिन्दुओं को ईसाई बनाने की Class ! हिन्दू जागरण मंच ने होली फैमली स्कूल पर जताया संदेह

हिन्दुओं को ईसाई बनाने के लिए जोशुआ प्रोजेक्ट का रतलाम जिले के बाजना में संचालित होने की आशंका हिन्दू जागरण मंच ने जताई है। मंच ने कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी से जांच समिति गठित करने की मांग उठाई है।

JOSHUA PROJECT in Ratlam ! बाजना में लग रही हिन्दुओं को ईसाई बनाने की Class ! हिन्दू जागरण मंच ने होली फैमली स्कूल पर जताया संदेह
हिन्दुओं को ईसाई बनाने का जोशुआ प्रोजेक्ट रतलाम में भी !

हिन्दू जागरण मंच ने कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी से पत्र लिख कर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने की मांग की

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारत सहित विश्व के अनेक देशों में अमेरिया में पल्लवित ‘जोशुआ प्रोजेक्ट’ (JOSHUA PROJECT) रतलाम जिले के जनजायीय क्षेत्र में भी पैर फैला रहा है। आशंका है कि अंचल के होली फैमली स्कूल की गतिविधियां हिन्दुओं को ईसाई बनाने के इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। हिन्दू जागरण मंच ने इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित करने की आवश्यकता जताई है। इसके लिए मंच द्वारा कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भी लिखे गए हैं।

हिन्दू जागरण मंच के जगदीश पाटीदार एवं कमलेश ग्वालियरी ने बताया कि मंच की ओर से कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि देश के प्रमुख आदिवासी अंचल बाजना में स्कूल की आड़ में चलाए जा रहे धर्मान्तरण रैकेट की उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी गठित की जाए। मंच ने बताया कि यहां संचालित होली फैमेली स्कूल के आवासीय छात्रावास में लगभग 400 बच्चे रह रहे हैं। इससे कई सवाल उत्पन्न हैं कि- वे कहां से आये हैं ? उन्हें यहां कैसे लाया गया है ? उनको यहां पर लाकर रखने का मकसद क्या है ? इस पूरे प्रकल्प को चलाने के लिए बड़ी मात्रा में धन कहां से आ रहा है ? इन होली फैमेली स्कूल के आय का स्त्रोत क्या है ?

वेबसाइट पर भारत को ईसाई राज्य बनाने का दावा !

हिन्दू जागरण मंच ने आशंका जताई है कि कहीं- देश-दुनिया में चर्चित ‘जोशुआ प्रोजेक्ट’ के साथ कहीं इसके तार तो नहीं जुड़े हैं ? उल्लेखनीय है कि जोशुआ प्रोजेक्ट अमेरिका की एक वेबसाइट है जिसमें भारत को ईसाई राज्य बनाने की बात की जा रही है। मंच ने एक समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि मध्यप्रदेश में मुफ्त शिक्षा का लालच देकर आदिवासियों को ईसाई धर्म में लाया जा रहा है। मंच ने बताया कि पूर्व में भी रतलाम शहर के औद्योगिक क्षेत्र थाने के अंतर्गत आने वाले शिवनगर में धर्मान्तरण का रैकेट पकड़ा गया था। इसकी एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि उस मामले से जुड़े लोगों का यहां आना जाना लगा रहता है।

जोशुआ प्रोजेक्ट के दावे जानने के लिए यहां क्लिक करें

चर्च से आती है फंडिंग !

हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों के अनुसार मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि धर्मान्तरण के लिए फंडिंग चर्च से आती है। इसलिए यदि बाजना के होली फैमेली स्कूल के आय के स्रोत की जांच की जाती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। यह जांच करना भी उचित होगा कि यहां पढ़ने वाले बच्चे किस सामाजिक, आर्थिक परिवेश से आते हैं, उनके जाति व धर्म की जानकारी भी ली जानी चाहिए।

स्कूल परिसर में चर्च भी !

पदाधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बताया है कि स्कूल परिसर में एक चर्च भी है, जहां पास्टर का आवास एवं नन्स के रहने की भी व्यवस्था है। यहां समय-समय पर पास्टर और नन बदलते रहते हैं और वे अन्य राज्यों से आते हैं। यहां पर वर्तमान एवं पूर्व में काम कर रहे और काम कर चुके सभी लोगों की जानकारी का विश्लेषण भी किया जाना चाहिए, इससे कई चौंकाने वाले आकंड़े व तथ्य सामने आ सकते हैं। इसका संबंध देश-विरोधी गतिविधियों से होने की आशंका है। 

वेबसाइट के अनुसार इन देशों में फल फूल रहा जोशुआ प्रोजेक्ट का नेटवर्क।

वीडियो और फोटो भी उपलब्ध करवाए

कुछ दिन पूर्व क्षेत्रवासियों ने हमें इस संस्थान से संबंधित वीडियो और फोटो उपलब्ध कराते हुए बताया है कि किस तरह से यहां छोटे बच्चों को ईसाई धर्म की शिक्षा दी जा रही है। उन्हें चर्च में ले जाकर ईसाई धर्म से जुड़े अनुष्ठान भी करवाए जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि- इन नाबालिक बच्चों को धार्मिक शिक्षा देने के पूर्व क्या इनके अभिभावकों से अनुमति ली गई है? हिन्दू जागरण मंच द्वारा पत्र के साथ वीडियो और फोटो भी अधिकारियों को उपलब्ध करवाए हैं।