साहित्य सृजन : युवा साहित्यकार आशीष दशोत्तर को नवकिरण सृजन सम्मान से अलंकृत, राजस्थान के बीकानेर में हुआ सम्मान

रतलाम के साहित्यकार, कवि, व्यंग्यकार आशीष दशोत्तर को बीकानेर में नवकिरण सृजन मंच द्वारा नवकिरण सृजन सम्मान से नवाजा गया।

साहित्य सृजन : युवा साहित्यकार आशीष दशोत्तर को नवकिरण सृजन सम्मान से अलंकृत, राजस्थान के बीकानेर में हुआ सम्मान
साहित्यकार आशीष दशोत्तर को नवकिरण सृजन मंच द्वारा नवकिरण सृजन सम्मान से नवाजा गया।

एसीएन टाइम्स @ बीकानेर । नवकिरण सृजन मंच के तत्वावधान रतलाम के युवा पत्रकार एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर के सृजन पर चर्चा एवं नवकिरण सृजन सम्मान अर्पण समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार, कवि एवं कथाकार राजेन्द्र जोशी थे। अध्यक्षता व्यंग्यकार एवं संपादक डॉ. अजय जोशी ने की।

मुख्य अतिथि कवि एवं कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि हमारे समय के महत्वपूर्ण लेखक दशोत्तर का लेखन रेखांकित किया जाना चाहिए। दशोत्तर की अठारह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें कविताएं, गज़ल, व्यंग्य आदि पाठकों में काफी लोकप्रिय रही हैं। उनका सृजन जन जुड़ाव का है और भाषा-शैली संप्रेषणीय है। अध्यक्षता कर रहे डॉ. अजय जोशी ने कहा कि आशीष दशोत्तर का सृजन बहुआयामी है। उन्होंने गीत, गज़ल और व्यंग्य सभी विधाओं में सृजन किया है। उनके व्यंग्य बहुत चुटीले और मारक होते हैं और पाठकों पर अपना एक अलग प्रभाव छोड़ते हैं।

जारी है दशोत्तर का सृजन- स्वर्णकार

कार्यक्रम के प्रारंभ में नवकिरण सृजन मंच के समन्यक साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने दशोतर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनके ‘मोरे अवगुन चित में धरो’, ‘जी हुज़ूर’, प्रतिनिधि व्यंग्य शीर्षक से व्यंग्य संग्रह, ‘पोटली भर आस’ गीत संग्रह, ‘सम से विषम हुए’ और ‘सोहबतें’ ग़ज़ल संग्रह, ‘तुम भी?’ कविता संग्रह, ‘बातें मेरे हिस्से’ की साक्षात्कार संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। अपने दायित्वों के साथ संजीदा और जागरूक साहित्यकार के रूप में उनका सृजन जारी है। कार्यक्रम में दशोत्तर ने अपनी रचना प्रकिया बताते हुए चुनिंदा रचनाएं भी प्रस्तुत की। अंत में कवयित्री यामिनी जोशी ने आभार ज्ञापित किया।