रतलाम को बधाई ! स्वीकृत हो गई अमृत 2 योजना के तहत 72 करोड़ की पेयजल योजना, अब 2040 तक नहीं होगी पेयजल की समस्या

विधायक चेतन्य काश्यप के प्रयासों के चलते रतलाम शहर के लिए 2040 तक की पेयजल आपूर्ति के लिए अमृत 2 मिशन के तहत तैयार की गई 72 करोड़ की योजना स्वीकृत हो गई है।

रतलाम को बधाई ! स्वीकृत हो गई अमृत 2 योजना के तहत 72 करोड़ की पेयजल योजना, अब 2040 तक नहीं होगी पेयजल की समस्या
चेतन्य काश्यप, रतलाम विधायक।

विधायक चेतन्य काश्यप का प्रयास रंग लाया, महापौर प्रहलाद पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व विधायक काश्यप का जताया आभार

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अमृत 2 योजना के माध्यम से रतलाम को वर्ष 2040 तक भरपूर मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 72 करोड़ की योजना स्वीकृत हो गई है। यह विधायक चेतन्य काश्यप के प्रयासों से संभव हो सका है। महापौर प्रहलाद पटेल इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और विधायक काश्यप का आभार जताया है।
भोपाल में गुरुवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त भरत कुमार यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें रतलाम से नगर निगम के कार्यपालन यंत्री सुरेशचंद्र व्यास और सहायक यंत्री श्याम सोनी उपस्थित थे। बैठक में राज्य स्तरीय तकनीकी समिति ने योजना को स्वीकृति दी। योजना की स्वीकृति पर महापौर प्रहलाद पटेल ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और विधायक चेतन्य काश्यप का आभार व्यक्त किया।

धोलावाड़ में बनेगा नया ट्रीटमेंट प्लांट, 300 किमी नई पाइप लाइन डलेगी

विधायक काश्यप ने बताया कि अमृत 2 योजना के माध्यम से रतलाम को वर्ष 2040 तक की जनसंख्या के मान से 60 एमएलडी पानी मिल सकेगा। वर्तमान में धोलावाड़ की क्षमता 47.5 एमएलडी है। योजना के तहत मिलने वाली राशि से 12.50 एमएलडी का नया ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। शहर में 300 किलोमीटर नई पाइप लाइन डाली जाएगी। जहां सीमेंट की पाइप लाइन है, उसे बदला जाएगा। जरूरत के मान से पानी की नई टंकियां बनेंगी। धोलावाड़ और मोरवानी स्थित फिल्टर प्लांट के पंप बदले जाएंगे। वर्तमान में रतलाम को 32 से 33 एमएलडी पानी मिल रहा है। अमृत 2 योजना के मूर्त रूप लेते ही पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने लगेगा।

रतलाम को पहली बैठक में शामिल कराया

भोपाल में गुरुवार को आयोजित बैठक में पहले रतलाम का नाम नहीं था। रतलाम को दूसरे दौर की बैठक में शामिल किया जाना था। विधायक काश्यप ने भोपाल में नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर रतलाम को पहली बैठक में शामिल कराया और योजना को समिति से स्वीकृति मिले उसके लिए भी प्रयास किए। इसके फलस्वरूप पहली बैैठक में समिति द्वारा इसे स्वीकृत कर दिया गया।