Income Tax Raid Updates : इंदौर, रतलाम व खरगोन में गुरुवार रात तक चली आयकर विभाग की कार्रवाई, करोड़ों रुपए नकद और सोने के आभूषण मिले
मध्य प्रदेश प्रदेश के इंदौर, खरगोन और रतलाम के हवाला और अन्य बेनामी लेन-देन से जुड़े व्यापारियों के यहां छापामार कार्रवाई करने के बाद आयकर विभाग की टीमें अपने-अपने मुख्यालय लौट चुकी हैं। तीनों ही स्थानों पर भारी मात्रा में नकद रुपए, हुंडी और सोने के आभूषण मिले हैं।

एसीएन टाइम्स @ इंदौर / रतलाम / खरगोन । टैक्स चोरी और हवाला कारोबार पर नकेल कसने के लिए आयकर विभाग द्वारा इंदौर, खरगोन और रतलाम में की गई कार्रवाई गुरुवार रात को पूरी हो गई। तीन शहरों के पांच बड़े कारोबारियों के यहां हुई कार्रवाई में करोड़ो रुपए नकद, सोना और हुंडियां सामने आई हैं। सबसे ज्यादा बेनामी रुपया इंदौर में धनसुखराज कटारिया के यहां मिला है। जबकि रतलाम का हवाला कारोबारी बंधु मनीष और लवीश पटवा दूसरे एवं खरगोन का महाजन परिवार तीसरे नंबर पर रहा है।
सूत्रों के अनुसार टैक्स चोरी के मामले में आयकर विभाग द्वारा इंदौर, खरगोन, रतलाम में एक साथ 5 बड़े कारोबारियों के ठिकानों पर की बुधवार को शुरू की गई कार्रवाई गुरुवार रात तक जारी रही। जानकारी के अनुसार में आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गणेश पिंगले, रतलाम में डिप्टी डायरेक्टर अतुल कुमार जबकि खरगोन में डिप्टी डायरेक्टर मयूर कांबले के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। इसमें विभाग को बड़ी सफलता मिली है।
हाल-ए-इंदौर
यहां आयकर विभाग की कार्रवाई कटारिया फाइनेंस के धनसुख राज कटारिया के घर और अन्य ठिकानों पर चली। यहां टीम धनसुख राज की दाल मिल के कार्यालय में भी पहुंची थी। कटारिया समूह का दाल मिल के अलावा रियल एस्टेट में भी निवेश है। कटारिया ग्रुप के संबंध बड़े नेताओं से बताए जाते हैं जिसमें प्रदेश में सत्ताधारी राजनीतिक दल के नेता भी शामिल हैं। चुनाव के दौरान कटारिया ग्रुप द्वारा द्वारा ऐसे नेताओं को बड़े स्तर पर फंडिंग करने की का पता चला था जिसके चलते आयकर विभाग ने यहां धावा बोला। पता चला है कि यहां से 5.75 करोड़ रुपए नकद और 17 किलो सोने के आभूषण मिले। इसके अलावा करीब 8 करोड़ रुपए की हुंडियां भी पाई गई हैं।
हाल-ए-खरगोन
कटारिया फाइनेंस से लेन-देन का लिंक होने की जानकारी मिलने पर ही आयकर विभाग ने खरगोन दाल मिल कारोबारी नवनीत महाजन और नटवरलाल महाजन के ठिकानों को निशाना बनाया। यहां कुल प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई। इनमें श्री प्रभु ट्रेडर्स, श्री हरि इंटरप्राइजेस, राधाकृष्ण मथुरावाला दाल मिल, आरएम इशान कोल्ड स्टोरेज शामिल हैं। यहां भी डेढ़ दिन कार्रवाई चली। विभाग को महाजन ग्रुप के यहां से 1.25 करोड़ नकद और करीब 1.75 किलो सोने के जेवरात मिले। इसके अलावा ग्रुप से जुड़े सभी कारोबारियों के बैंक लॉकर भी चैक किए गए हैं। अभी इसकी समरी आना शेष है।
हाल-ए-रतलाम
रतलाम में सराफे का बड़ा कारोबार है। इंदौर के कटारिया फायनेंस / ग्रुप के रतलाम के लोगों से भी सीधे संपर्क बताए जाते हैं। इनमें रतलाम के हवाला के किंग कहे जाने वाले मनीष पटवा और उसके भाई लवीश पटवा भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग को पता चला था कि खरगोन के महाजन ग्रुप और पटवा बंधुओं के बीच बड़ी राशि का हवाला हवाला हुआ था। यही वजह है कि आयकर विभाग ने यहां मनीष और लवीश पटवा के ठिकाने पर भी दबिश दी। यहां 1.75 करोड़ रुपए नकद मिलने की बात सामने आई है। रुपए दीवार में बने खुफिया लॉकर में से मिले। यहां से सोना मिलने की भी बात पता चली है जिसके मूल्यांकन के लिए इंदौर से मूल्यांकनकर्ता को बुलाया गया था। पटवा बंधुओं के बैंक खाते केनरा और एचडीएफसी बैंकों में होने क पता चलने पर टीम ने वहां भी सर्चिंग की। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से भी अधिकारियों को बुलाया गया था।