यूक्रेन-रूस युद्ध की आंच रतलाम तक : यूक्रेन में फंसे नामली के अनिल का मोबाइल फोन बंद, परिजन ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार

रूस के हमले से सिर्फ यूक्रेनवासी ही परेशान नहीं बल्कि इसकी आंच रतलाम तक भी पहुंची हैं। एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे रतलाम की दो बेटियां और एक बेटा वहां फंसे हुए हैं। वे मैट्रो ट्रेन की नटल, गोदाम और बंकरों में छिप कर मदद का इंतजार कर रहे हैं। उनके मोबाइल फोन बंद होने से परिजन की परेशानी बढ़ गई है।

यूक्रेन-रूस युद्ध की आंच रतलाम तक : यूक्रेन में फंसे नामली के अनिल का मोबाइल फोन बंद, परिजन ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
रूसी हमले के बाद यूक्रेन में फंसे रतलाम के युवा वैशाली राठौड़, अनिल राठौड़ और खुशबू कुरैशी।

यूक्रेन में रतलाम सहित अन्य भारतीय छात्र बंकरों, मैट्रो ट्रेन की टनल और गोदामों में छिपकर मदद का कर रहे इंतजार

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । यूक्रेन पर रूस के हमले (Ukraine-Russia War) ने रतलामवासियों की भी परेशानी बढ़ा दी है। यहां के तीन युवा यूक्रेन में फंसे होने से उनके परिजन की परेशानी बढ़ गई है। नामली के युवक का मोबाइल फोन बंद होने से परिजन ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। जानकारी के उक्त युवक सहित अन्य मेट्रो ट्रेन की टनल और गोदामों में छिपे हैं।

अब तक रतलाम के तीन युवाओं के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी सामने आई है। इसमें रतलाम शहर के सुमंगल गार्डन के पास रहने वाली वैशाली, हाट रोड की खुशबू कुरैशी और नामली का अनिल राठौड़ शामिल है। तीनों के ही अलग-अलग स्थानों पर फंसे हैं। सभी के परिजन यूक्रेन की मौजूदा स्थिति के चलते काफी चिंतित हैं। उनकी परेशानी अपने बच्चों से संपर्क नहीं हो पाना है।

नामली के अनिल राठौड़ भी यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे हैं। अनिल के परिजन ने प्रशासन से बेटे को सुरक्षित स्वदेश लाने की गुहार लगाई है। अनिल के पिता गोपाल का कहना है कि कि उनकी अऩिल से शुक्रवार को बात हुई थी। तब अनिल ने बताया था कि उसके सहित कई भारतीय छात्र मेट्रो स्टेशन की टनल तथा गोदाम में छिपे हुए हैं। गोपाल राठौड़ के मुताबिक अनिल ने उन्हें कुछ वीडियो भी भेजे थे जिसमें उनके आसपास के इलाकों पर मिसाइलों से हमले होते दिखाई दे रहे हैं। यही कारण है कि परिजन की परेशानी बढ़ गई है।

गोपाल के अऩुसार अनिल ने बताया था कि जहां वे ठहरे हैं वहां मोबाइल चार्जिंग की व्यवस्था नही है। ऐसे में वे मोबाइल फोन का बहुत जरूरी होने पर ही उपयोग कर रहे हैं ताकि बैटरी बची रहे। परंतु अब अनिल के मोबाइल फोन पर कॉल करने पर उससे संपर्क नही हो पा रहा है। इससे चिंता ज्यादा बढ़ गई है। इसके चलते ही गोपाल व अन्य ने नामली टीआई प्रीति कटारे, तथा तहसीलदार कुलभूषण शर्मा से अऩिल को सुरक्षित रतलाम लाने की गुहार लगाई है। नामली के युवक के यूक्रेन में फंसे होने के बारे में पता चलने पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने नामली के अधिकारियों से चर्चा की थी और अनिल के परिवार को रतलाम बुलवा लिया था और संयम से काम लेने का अनुरोध किया था।

ये युवा फंसे हैं यूक्रेन में

  1. रतलाम के सुमंगल गार्डन के पास रहने वाली वैशाली पिता विजय राठौड़ (24) यूक्रेन के कारक्यू शहर में रहती हैं। वे वहां एमबीबीएस के आखिरी वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। वे गत वर्ष अगस्त से यूक्रेन में हैं।
  2. रतलाम के ही हाट रोड क्षेत्र की खुशबू कुरैशी भी यूक्रेन में एमबीबीएस कर रही हैं। वे यूक्रेन की विनिस्या नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पांचवें वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं।
  3. नामली के 23 वर्षीय अनिल राठौड़ यूक्रेन की राजधानी कीव के बोगो मॉलेट्स यूनिवर्सिटी कॉलेज में एमबीबीएस के चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं।