निर्दयी बेटा ! भाई की मौत के मुआवजे के रुपए नहीं दिए तो 'कुबेर' ने कर दी मां 'लक्ष्मी' की हत्या, शव कुएं में फेंक दिया

मप्र की राजधानी भोपाल के बैरसिया थाना क्षेत्र में एक कपूत द्वारा रुपयों के लिए दिव्यांग वृद्ध मां की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

निर्दयी बेटा ! भाई की मौत के मुआवजे के रुपए नहीं दिए तो 'कुबेर' ने कर दी मां 'लक्ष्मी' की हत्या, शव कुएं में फेंक दिया
रुपयों के लिए बेटे ने कर दी दिव्यांग्य वृद्ध मां की हत्या।

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । स्थानीय बैरसिया थाना क्षेत्र के मेघराकलां गांव में बुजुर्ग महिला की हत्या उसके ही बेटे ने की थी। पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि सड़क हादसे का शिकार हुए उसके भाई की मौत पर मिले मुआवजे का पैसा मां ने नहीं दिया, इसलिए उसने उसकी हत्या की। इसके बाद उसने शव कुएं में फेंक दिया था।

पुलिस के अनुसार लक्ष्मीबाई पति स्व. अनारसिंह राजपूत (62) ग्राम मेघराकलां बैरसिया में रहती थी। उसके दो बेटे थे जिसमें से एक की कुछ समय पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी और एक शादीशुदा बेटी है। लक्ष्मीबाई दिव्यांग है इसलिए वह घर पर ही रहती थी। गत 1 जून को वह घर से गायब हो गई थी। परिजन ने तलाश की लेकिन वह नहीं मिली तो उन्होंने 3 जून को बैरसिया थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। 

कुएं से मिला था शव

पुलिस ने बताया कि गांव के दीपक सिंह राजपूत ने 4 जून को किसी को एक महिला की लाश मोहरसिंह पटेल के कुएं में उतराते हुए देखी थी। उसने की इसकी सूचना ग्रामीणों और पुलिस को दी। पुलिस ने शव बाहर निकाला तो मृतका की पहचान लक्ष्मीबाई राजपूत पत्नी स्वर्गीय अनारसिंह राजपूत (62) ग्राम मेघरा कलां बैरसिया के रूप में हुई। स्थल निरीक्षण और पीएम में स्पष्ट हुआ कि वृद्धा की गला दबाकर हत्या की गई है। पुलिस ने महिला के घर की तलाशी ली। इस दौरान पुलिस को जैसी दुर्गंध घटनास्थल पर आ रही थी वैसी ही वृद्धा के कमरे में भी आई। संदेह के आधार पर पुलिस ने महिला के बेटे कुबेर सिंह राजपूत (27) को हिरासत में लेकर पूछताछ की। प्रारंभ में तो उसने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन बाद में मां की हत्या करना कबूल कर लिया।

इसलिए उतार दिया मौत के घाट

आरोपी ने पुलिस को बताया कि लगभाग पांच साल पहले एक हादसे में उसके भाई श्रवण राजपूत की मौत हो गई थी। हादसे के बाद उसकी मां लक्ष्मीदेवी को मुआवजा मिला था। कुबेर सिंह हमेशा मां से मुआवजे की रकम मांगता था। कई बार मांगने के बाद भी जब मां ने रुपए देने से साफ इनकार कर दिया तो उसने 1 जून की रात मां लक्ष्मीबाई की गला दबाकर हत्या कर दी। करीब 24 घंटे बाद मध्य रात्रि को उसने मां के शव के हाथ-पैर साड़ी से बांध दिए और घसीटता हुए ले जाकर कुएं में फेंक दिया।

मां के शव पर भी नहीं आया रहम

बेटा इतना बेरहम हो सकता है, यह कोई सपने में भी नहीं सोच सकता। हत्या के आरोपी कुबेर ने घर से कुएं तक घसीटकर ले जाते समय भी मां के शव पर रहम नहीं आया। घसीटने के दौरान उसकी दिव्यांग मां का हाथ टूट कर धड़ से अलग हो गया था जिससे उसने पास ही के अन्य कुएं में फेंक दिया था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने वृद्धा का टूटा हुआ हाथ भी बरामद कर लिया है।