Cyber Fraud से बचना हैं तो यह जरूर पढ़ लें और अमल भी करें, क्योंकि हमारा उद्देश्य सिर्फ खबर बेचना नहीं बल्कि आपको ठगी से बचाना है

ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ गए हैं। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है। इसी उद्देश्य से लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस ने बैंक अधिकारियों के साथ मिल कर ठगी रोकने का सिस्टम विकिसत करने पर चर्चा की।

Cyber Fraud से बचना हैं तो यह जरूर पढ़ लें और अमल भी करें, क्योंकि हमारा उद्देश्य सिर्फ खबर बेचना नहीं बल्कि आपको ठगी से बचाना है

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सायबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और खरीदी बढ़ी है वैसे-वैसे ठगी के मामलों में भी इजाफा हुआ है। ऐसे में लोगों का जागरूक रहना जरूरी हो गया है। इसी उद्देश्य से रतलाम पुलिस ने पहली की और बैंकों के अधिकारियों और ऑनलाइन पेमेंट गेटवे से जुड़े अधिकारियों की बैठक की। इसमें सायबर फ्रॉड रोकने के तरीके और हेल्पलाइन नंबर साझा किए गए। बैठक में जानकारों द्वारा दी गई जानकारी पर अमल कर आप भी सायबर फ्रांड से बच सकते हैं।

सायबर फ्रॉड जागरूकता एवं सायबर अपराध विवेचना को लेकर एसपी कार्यालय में बैंक एवं ऑनलाइन पेमेंट गेटवे के नोडल अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। एसपी गौरव तिवारी(IPS) एवं एएसपी (ग्रामीण) सुनील पाटीदार के निर्देशानुसार  में हुई बैठक में सायबर फ्रॉड की विवेचना एवं सायबर अपराधों की रोकथाम के सिस्टम पर चर्चा की गई। एसबीआई के उप प्रबंधक (ऑडिट) एवं एसबीआई अधिकारी संघ के रीजनल सेक्रेटरी विजय कुमार सोनी, फोन-पे के नोडल अधिकारी रौनक सिंह मेहरा, पे-टीएम के नोडल अधिकारी सौरभ शर्मा तथा एयरटेल के नोडल अधिकारी कृष्णा शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने फोन-पे एवं पे-टीएम किस प्रकार सायबर अपराध की विवेचना के लिए जानकारी प्रदान करते हैं, यह बताया। अधिकारियों ने फ्रॉड से बचने के तरीके भी बताए।

सायबर फ्रॉड संबंधी जानकारी देने के लिए नियुक्त करें अधिकारी, अवकाश दिन भी जानकारी उपलब्ध कराएं

सायबर सेल रतलाम के विपुल भावसार ने सभी बैंक के अधिकारियों को सायबर फ्रॉड की विवेचना में आने वाली परेशानियों से अवगत करवाया। उन्होंने सभी बैंक को सायबर फ्रॉड से संबंधित कार्य देखने वाले एवं अवकाश के दिन भी बैंक से जानकारी प्राप्त करने हेतु अधिकारी की नियुक्ति के लिए निर्देशित किया। बैंक एवं सायबर सेल किस प्रकार आम लोगों को आनलाइन फ्रॉड से बचाया जा सके इसके लिए जागरूक करे, इसे लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। एयरटेल के नोडल अदिकारी  इस मौके पर बैंक अधिकारियों के अलावा रतलाम शहर की सभी बैंक के अधिकारी व जिले के प्रत्यके थाने से उप निरीक्षक मौजूद रहे। 

विजय कुमार सोनी, एसबीआई के उप प्रबंधक (ऑडिट) एवं एसबीआई अधिकारी संघ के रीजनल सेक्रेटरी से जाने ऑनलाइन ठगी से बचने का तरीका

  • इंटरनेट बैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, वालेट, यूपीआई, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स व हनी ट्रैप से संबंधित धोखाधड़ी से बचने के लिए लोग विशेष सावधानी बरतें।

  • जब भी किसी को पैसे भेजना हों तो तभी आपको अपना यूपीआई (upi) पिन डालना होता है। यदि आपको किसी से पैसे लेना है या कोई आपको पैसे भेजना चाहता है तो अपना यूपीआई पिन नहीं डालें। यदि आप किसी से पैसे ले रहै हैं और यूपीआई पिन डालना पड़ रहा है तो तय मानिए कि आपके साथ फ्रॉड हो रहा है।

  • सायबर फ्रॉड होने पर तत्काल संबंधित बैंक में शिकायत कर पावती जरूर लें। यदि आप बैंक से अनिवार्य रूप से पावती लेते हैं तो बैंक आपकी शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करता है।

  • यदि आपके साथ कोई गलत ट्रांजेक्शन होता तो आप तत्काल कार्रवाई कर सकते हैं। जब भी ट्रांजेक्शन होता है तो सभी बैंक से आपके पास एक SMS आता है। उदाहरण के तौर पर यदि एसबीआई से ट्रांजेक्शन हुआ है तो एसबीआई का SMS आएगा जो इस प्रकार होगा- Rs. 20000 debited@ SBI UIP frm AC XXX on 15 Dec 21 Ref Mp 134909011111 if not done by you, forword this sms to 9223008333/ Call Helpline number 1800111109 to block UPI. उपरोक्त एसएमएस में स्पष्ट लिखा है कि यदि यह ट्रांजेक्शन आपके द्वारा नहीं किया गया है तो आप तत्काल एसएमएस में दिए गए हेल्पलाइन नम्बर पर काल कर अवैध रूप से किया ट्रांजेक्शन ब्लॉक करवा सकते हैं।

  • सोशल मीडिया साइट फेसबुक, इस्टाग्राम एवं वाट्सएप आदि पर अज्ञात व्यक्ति की फ्रैंड रिक्वेस्ट एवं वीडियो काल तत्काल एक्सेप्ट नहीं करें। फ्रॉड करने वाले इस प्रकार के वीडियो काल कर आपका न्यूड वीडियो बनाकर आपको पैसे भेजने के लिए ब्लैकमेल करते हैं।

रौनकसिंह मेहरा (फोन-पे) एवं सौरभ शर्मा (पेटीएम) से जाने ऑनलाइन गेटवे पर ठगी से बचने का तरीका

  • यदि कोई आपको अपने मोबाइल में स्क्रीन शेयरिंग एवं रिमोट एक्सेस लेने वाले 'टीम विवर' और 'एनी डेस्क' जैसे एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहता है तो यह डाउनलोड न करें। इस प्रकार के एप्लीकेशन डाउनलोड करने से आपके मोबाइल का पूरा एक्सेस फ्रॉड करने वाले अपने हाथ में ले लेते हैं और आपके साथ सायबर फ्रॉड हो सकता है।

  • आपको किसी भी प्रकार का कैशबैक एवं रिवॉर्ड देने के लिये फोन-पे एवं पेटीएम द्वारा कभी भी फोन कॉल नहीं करते। आपके पास कैशबैक एवं रिवॉर्ड के लिए कोई रिक्वेस्ट आती है तो यह सायबर फ्रॉड करने वाले आपको पैसे भेजने की जगह पैसे लेने की रिक्वेस्ट भेजकर आपके खाते से पैसे निकाल लेते हैं।

  • KYC अपडेट करने के लिए भी फैक SMS फ्रॉड करने वाले व्यक्तियों द्वारा भेजे जाते हैं।

  • फोन-पे एवं पेटीम पर पैसे के लेन-देन से संबंधित सभी शिकायत के लिए गूगल पर नम्बर सर्च नहीं करें बल्कि इनके एप्लीकेशन में हेल्पडेस्क में दिए नम्बर पर ही शिकायत दर्ज कराएं।

    हेल्पलाइन नंबर 155260 पर 24 घंटे के भीतर करें फ्रॉड की शिकायत

    आम जनता के लिए 'आई 4 सी' द्वारा जिन लोगों के साथ सायबर फ्रॉड हुआ है उनके लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया गया है। इसमें सायबर फ्राड के शिकार व्यक्ति 24 घंटे के अंदर अपनी शिकायत पंजीबद्ध कर सकते है़। इस पोर्टल के माध्यम से तत्काल आपकी शिकायत पर कार्यवाही शुरू हो जाती है। बैठक में उपस्थित बैकों के अधिकारियों ने सायबर फ्रॉड एवं बैंक से जुड़ी समस्त शिकायतों के लिए अपनी-अपनी बैंक के हेल्पलाइन नम्बर साझा किए।  

बैंकों से शिकायत करने के लिए इन हेल्पलाइन नंबर का करें उपयोग

बैंक

हेल्पलाइन नंबर

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

18001111109

एचडीएफसी बैंक

07316160616

पंजाब नेशनल बैंक

18001802222

यूको बैंक

18001030123

यूनियन बैंक

1800222244

बंधन बैंक

18002588181

पंजाब एंड सिंध बैंक

18004198300

इंडसंइड बैंक

18602677777

मध्प्रदेश ग्रामिण बैंक

18002336295

बैंक ऑफ महाराष्ट्र

18001022636, 18002334526

इन सुझावों पर भी अमल करें

एड्रेस बार में URL टाइप करके ही बैंक वेबसाइट तक पहुंचें

ब्राउज़र के एड्रेस बार में URL टाइप करके ही बैंक वेबसाइट तक पहुंचें। ऑनलाइन बैंकिंग वाले मोबाइल एप्लिकेशन स्टोर से दुर्भावनापूर्ण एप्लिकेशन डाउनलोड करने से बचें। डाउनलोड करने से पहले कृपया अपने बैंक से संपर्क करें और उनकी वास्तविकता जाँच लें।

ई-मेल मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें

किसी वेबसाइट पर पहुंचने के लिए ई-मेल मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक न करें जब तक कि आप पूरी तरह संतुष्ट न हों और जांच न कर लें।

पुरस्कार देने की बात करने वाले किसी भी तरह से संदेश से बचें

कई लोग व्यक्तिगत जानकारी देने या बैंक साइट में अकाउंट डिटेल अपडेट करने के लिए पुरस्कार देने का वादा करते हैं। ऐसे ई-मेल, एसएमएस और फोन कॉल आने पर भूलकर भी कोई जानकारी न दें और न ही उनके द्वारा बताई प्रक्रिया पर अमल करें।

ब्राउज़र का वर्जन हमेशा अपडेटेड करते रहें

ब्राउज़र का वर्जन समय-समय पर अपडेटेड करते रहें। फायरवाल भी एक्टिव कर लें। सिस्टम वायरस और ट्रोजन से मुक्त होना चाहिए। इसके लिए नियमित रूप से एंटीवायरस से कंप्यूटर या अन्य डिवाइस स्कैन करते रहें।

इंटरनेट बैंकिंग के पासवर्ड बदलते रहें

समय-समय पर अपने इंटरनेट बैंकिंग के पासवर्ड को बदलते रहेंष हमेशा पोस्ट लॉगइन पेज पर पिछले लॉगइन डेट और समय की जांच भी कर लें। साइबर कैफ़े या शेयर्ड पीसी से अपने इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट का उपयोग कभी न रहें। इसका आपकी गोपनीयता जाहिर हो सकती है।

पॉप अप मैसेज से भी बचना है जरूरी

पॉपअप द्वारा अगर आपको मैसेज प्राप्त होता है जिसमें आपके डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग अथवा यूजरनेम और पासवर्ड की जानकारी मांगी जाती है तो यह कभी न दें।

किसी भी प्रकार का ओटीपी न करें शेयर

लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते वक्त वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का सहारा लेते हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में फ्रॉड इस तरीके से हो रहे हैं। ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए अपना ओटीपी कभी भी किसी के साथ शेयर ना करें।

टैप एंड पे फ्रॉड को ऐसे रोकें 

कोरोना के कारण टैप एंड पे ट्रांजैक्शन की लोकप्रियता बढ़ी है। ऐसे कार्ड को जैसे ही एसओपी मशीन के पास ले जाते हैं 5000 रुपए तक का अमाउंट आप पे कर सकते हैं। इस ट्रांजैक्शन के लिए आपको किसी भी प्रकार के ओटीपी की जरूरत नहीं होती। ऐसे में अपका कार्ड खो ना जाए यह ध्यान रखना जरूरी है। 

सिम स्वैप फ्रॉड से बचने के लिए लॉक कराएं 

कई बार आपका फोन खो जाता है। ऐसे में फ्रॉड की आशंका काफी बढ़ जाती है। ऐसे में जय ध्यान जरूर रखें की फोन खोने पर तत्काल सिम ब्लॉक कराएं ताकि कोई उसका दुरुपयोग कर फ्रॉड न कर सकें।

कैचे डाटा क्लियर करते रहें 

गूगल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। इसीलिए इसके जरिए सबसे ज्यादा फ्रॉड किए जा रहे हैं। अतः गूगल के साथ-साथ अन्य एप का भी कैचे डाटा क्लियर करते रहें।