रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या बनी मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया-2021, मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन अवॉर्ड भी जीता

रतलाम की डॉ. दिव्या जोशी पाटीदार को साउथ कोरिया के सीयोल में हुए एक भव्य समारोह में मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन व मिसेस यूनिवर्स सेंट्रल एशिया के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या बनी मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया-2021, मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन अवॉर्ड भी जीता
साउथ कोरिया के सीयोल में आयोजित स्पर्धा के दौरान विजेता का ताज पहनतीं डॉ. दिव्या पाटीदार जोशी।

साउथ कोरिया के सीयोल में हुई स्पर्धा में 120 देशों की प्रतियोगियों ने लिया भाग

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हमारे रतलाम की बेटी डॉ. दिव्या पाटीदार जोशी ने फिर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दिव्या ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया बनने के साथ ही मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन का अवॉर्ड भी जीत लिया है। अपनी इस उपलब्धि के साथ वे गृहनगर रतलाम लौंटी तो उनका रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया। परिजन ने घर पर केक काट कर अवॉर्ड सेलिब्रेट किया। दिव्या इससे पहले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताएं जीत चुकी हैं।

हाल ही में साउथ कोरिया के सियोल में मिसेज यूनिवर्स 2021 ब्यूटी पेजेंट में रतलाम की डॉ. दिव्या पाटीदार जोशी शामिल हुईं थीं। इस सौंदर्य स्पर्धा में विश्व के 120 देशों से की प्रत्योगियों ने शिरकत की। बकौल दिव्या- वहां कई राउंड हुए। इनमें सोशल एक्टिविटी फोरम राउंड, स्विमसूट राउंड, नेशनल कॉस्टयूम राउंड, ईवनिंग गाउन राउंड आदि शामिल है। इस दौरान सभी प्रतियोगियों को साउथ कोरिया की संकृति को जानने का मौका मिला। यह प्रतियोगिता प्रत्येक वर्ष अलग-अलग देशों में होती है। दिव्या के अनुसार यह एक प्रतियोगिता नहीं बल्कि एक जीवन यात्रा है। कोई किसी से आगे या पीछे नहीं, यहां हम सभी विद्यार्थी भी हैं और शिक्षक भी। सीखना और सिखाना हम सभी का कर्त्तव्य है। बता दें कि- दिव्या इससे पहले मिसेज इंडिया माय आईडेंटिटी-2018 की विजेता रही हैं। मिसेज यूरेशिया-2019 की टाइटल होल्डर भी रहीं।

मां को देती हैं अपनी सफलता का श्रेय

डॉ. दिव्या अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां राधा पाटीदार को देती हैं। दिव्या एक भारतीय मॉडल, सामाजिक कार्यकर्ता, अभिनेत्री व गायिका हैं। उन्हें टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा मध्य प्रदेश की सबसे प्रभावशाली महिलाओं के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है। उनके एनजीओ ‘द ग्रोइंग वर्ल्ड फाउंडेशन’ व ‘द ग्रोइंग इंडिया फाउंडेशन’ के द्वारा महिलाओं व बच्चों के विकास के लिए कार्य कर रही हैं। सोशल सर्विस में पीएचडी तथा एमबीए भी हैं। मार्केटिंग व एचआर, एमए इंग्लिश, एमए म्यूजिक की शिक्षा प्राप्त की है।

राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक कर चुके हैं सम्मानित

डॉ. जोशी को भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभादेवी सिंह पाटिल और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. हामिद अंसारी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नेशनल सर्विस स्कीम में सेवा के लिए सम्मानित किया जा चुका है। दिव्या रतलाम नगर निगम के स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एंबेसडर हैं तथा कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक मुक्त शहर के लिए कई अभियानों से जुड़ी हैं।

कोविड काल में खो दिया पिता को लेकिन हार नहीं मानी

दिव्या एमपीपीएससी, बैंक, रेलवे और लिपिक परीक्षा जैसी कई प्रतियोगी पुस्तकों के सामान्य ज्ञान प्रश्नावली में भी सूचीबद्ध हैं। कोविड-19 के समय दिव्या ने कई ऑनलाइन सेमिनार आयोजित किए और लोगों को प्रेरित किया कोविड-19 से उन्होंने अपने पिता को खो दिया लेकिन खुद को सांत्वना देकर मजबूत होकर फिर से अपनी यात्रा जारी रखी। कई लोगों को उनके जुनून का पालन करने के लिए प्रेरित किया। अपनी ट्रेनिंग के द्वारा डॉ. दिव्या ने अपने 2 साल के बेटे को एक्ट्रा ऑर्डिनरी मेमोरी कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर बनाया। इतना ही  नहीं सिटी ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अभियान द्वारा अपने पूरे रतलाम शहर को सिटी ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर के रूप में 221 लोगों को प्रेरित भी किया।

पूरा हुआ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना

बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक मुकेश छाबरा द्वारा लिविग आर्ट का प्रशिक्षण ले चुकी दिव्या का कहना है क्षितिज से परे एक बेहतर दुनिया है। आशा एक शक्तिशाली शक्ति हो सकती है। शायद इसमें कोई वास्तविक जादू नहीं है। जब आप जानते हैं कि आप सबसे अधिक क्या उम्मीद करते हैं और इसे अपने विचार में एक प्रकाश की तरह रखते हैं तो आप चीजों को लगभग एक जादू की तरह बना सकते हैं। दिव्या के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का उनका एक सपना पूरा हुआ।