अगर आप साइबर फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो न करें ऐसी कोई भी गलती, ये सावधानियां आपको बचा सकती हैं ऐसी धोखाधड़ी से
रतलाम जिला पंचायत में पुलिस विभाग द्वारा साइबर जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें अधिकारियों-कर्मचारियों को साइबर फ्रॉड के तरीके और उनसे बचने के उपाय बताए।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । इन दिनों साइबर अपराधों की बाढ़ आई हुई है। आपकी जरा सी चूक आपका बड़ा नुकसान कर सकती है। अगर आप साइबर फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो रतलाम पुलिस द्वारा बताई गई सावधानी बरतें। पुलिस विभाग ने जिला पंचायत के अधिकारियों-कर्मचारियों से साइबर फ्रॉड से बचने संबंधी सावधानियां साझा की।
पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देश के परिपालन में शुक्रवार को जिला पंचायत में साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। एसपी अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में हुई कार्यशाला में सायबर सेल के उप निरी. श्रवणसिंह भाटी, प्र.आर. मनमोहन शर्मा, प्र.आर. लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी आर. विपुल भावसार, मयंक व्यास, तुषार सिसौदिया ने अधिकारियों व कर्मचारियों को सायबर अपराधों के प्रति जागरूकता संबंधी आवश्यक जानकारी प्रदान की। इस दौरान जिला पंचायत की कार्यपालन अधिकारी भी मौजूद रहीं।
प्र. आर. मनमोहन शर्मा ने फ्रॉड के विभिन्न तरीकों और उनसे बचने के उपयायों की विस्तार से जानकारी दी। आर. विपुल भावसार व मयंक व्यास ने इन्टरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन पेमेन्ट गेटवे, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आदि के उपयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां बताईं। प्र. आर. लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी ने फ्रॉड होने के बाद सहायता प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने सायबर हेल्पलाइन 1930 उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
ये सावधानियां बरत कर बच सकते हैं साइबर अपराधों से
- अपने एटीएम कार्ड का नंबर व सीवीवी नंबर किसी को न बताएं।
- मोबाइल पर आने वाला ओटीपी किसी को न बताएं।
- मोबाइल-कंप्यूटर पर आने वाले अनचाहे लिंक को क्लिक न करें।
- एटीएम का इस्तेमाल करते समय किसी अनजान व्यक्ति की मदद न लें।
- ऑनलाइन खरीदी-बिक्री के समय बिना जान-पहचान के रकम का लेन-देन न करें।
- किसी अजनबी से सोशल साइट फेसबुक, इंस्टाग्राम व ट्विटर आदि पर दोस्ती न करें।
- ओएलएक्स पर खरीदी-बिक्री के समय एडवांस पेमेंट न करें।
- गूगल में ऑनलाइन दिखाई देने वाले संपर्क नंबर पर कॉल करके मदद न लें।
- कभी भी लॉटरी-इनाम संबंधी ईमेल का रिप्लाई न करें।
- किसी अनजान के कहने पर कोई ऑनलाइन ट्रांजेक्शन न करें।
- एडवांस बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार न करें।
- पेटीएम, फोन-पे, गूगल-पे आदि ऑनलाइन गेटवे पर रिक्वेस्ट मनी पेमेंट को कदापि स्वीकार न करें।
- फोन के माध्यम से किसी के कहने पर कोई भी एप या एप्लीकेशन डाउनलोड न करें।
- अपने किसी भी सोशल साइट एकाउंट जैसे फेसबुक, ईमेल आईडी आदि का पासवर्ड किसी को न दें।
- सायबर कैफे में इंटरनेट बैकिंग का प्रयोग न करें।
- बैंक या पेटीएम/फोन-पे में केवायसी के नाम पर मैसेज आ रहे हैं, तो यह भी ऑनलाइन धोखाधड़ी का नया तरीका है। उन्हें रिप्लाई न करें।
- नौकरी डॉट कॉम पर मैसेज या क्लिक करने से पहले वेबसाइट की सत्यता की जांच कर लें।
- ज्यादातर खरीदी-बिक्री वाली वेबसाइट या पेमेंट के लिए फर्जी वेबसाइट व कस्टमर केयर नंबर का उपयोग किया जा रहा है। यदि कस्टमर केयर का नंबर 1800 से प्रारंभ न हो रहा हो तो रिप्लाई न करें।
- विदेशी युवक फेसबुक में फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है तो स्वीकार न करें।