X पर शिकायत से जागे जिम्मेदार ! रेलमंत्री जी, आप रतलाम में ही बना लें अपना निवास, क्योंकि यहां की (अ)व्यवस्थाएं आपके निर्देश पर ही दूर होती हैं

तलाम मंडल कार्यालय के पिछले हिस्से में बह रही गंदगी साफ करने के लिए संबंधित अमला नहीं जागा तो एक एडवोकेट को रेल मंत्री अश्विन वैष्णव को X हैंडल पर शिकायत करना पड़ी। शिकायत होते ही अमला सफाई के लिए दौड़ पड़ा।

X पर शिकायत से जागे जिम्मेदार ! रेलमंत्री जी, आप रतलाम में ही बना लें अपना निवास, क्योंकि यहां की (अ)व्यवस्थाएं आपके निर्देश पर ही दूर होती हैं
रेलमंत्री अश्विन वैष्णव से की शिकायत तब रतलाम रेल मंडल के जागे जिम्मेदार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम रेल मंडल में अगर कोई समस्या है तो उसके लिए मंडल प्रशासन से कोई उम्मीद नहीं रखें। सीधे रेल मंत्री और रेल मंत्रालय से ही शिकायत करें। यहां के अधिकारी-कर्मचारी रेल मंत्री अथवा रेलवे मंत्रालय के निर्देश पर ही जाग्रत होते हैं। रतलाम के एक एडवोकेट को भी यही कदम उठाना पड़ा तब मंडल के जिम्मेदारों को समस्या नजर आई। बेहतर होगा कि, रेल मंत्री रतलाम मंडल में ही अपना निवास बना लें, ताकि रेलवे से जुड़ी समस्याओं व असुविधाओं के हल के लिए जहां-तहां शिकायत न करना पड़े।

रतलाम रेल मंडल कार्यालय परिसर में फैली गंदगी को लेकर ऐसा ही हुआ। मंडल स्‍तर पर स्‍वच्‍छता का बिगुल बजाकर साफ सफाई की दुहाई देने वाले अधिकारी मंडल कार्यालय में ही स्‍वच्‍छता को लेकर लापरवाह बने हुए थे। कार्यालय परिसर में ही एसबीआई ब्रांच स्थित है।इसके सामने लंबे समय से गंदगी बहकर सीधे पिछले हिस्से के इंट्री गेट वाले एरिया की सड़क तक फैल रही थी। इसकी सूचना इंजीरियरिंग विभाग के अधिकारियों को कई बार दी गई। लेकिन इसे लेकर कोई सुनवाई नहीं की गई। अंततः बैंक के ग्राहक द्वारा रेलमंत्री को ट्वीट किया गया। तब जाकर स्‍थाई ड्रेनेज के इंतजाम किए जा रहे हैं। हालांकि इस एरिया में बेरिकेटिंग किए जाने से बैंक के ग्राहकों के अलावा रेलवे के कामों के लिए मंडल कार्यालय आ रहे लोगों को अपने वाहन झड़े करने में दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है।

इंजीनियरिंग विभाग ने शिकायत पर नहीं दिया ध्यान

डीआरएम कार्यालय के पिछले द्वारा के पास टीआरडी की बिल्डिंग है। इस बिल्डिंग के टॉयलेट से जुड़ी नाली जाम हो गई। नतीजतन गंदगी चैंबर से उफन कर सड़क पर बहने लगी। इससे यहां आने-जाने वाले रेलकर्मियों को काफी परेशानी झेलना पड़ रही थी। रेलवे कैंटीन और डीआरएम कार्यालय परिसर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के ग्राहक भी परेशान थे। इसकी शिकायत इंजीनियरिंग विभाग के सहायक इंजीनियर से की गई थी लेकिन उनके कानों में जूं तक नहीं रेंगी।

शिकायत की तो मच गया हड़कंप

उक्त समस्या का सामान बैंक के ग्राहक एडवोकेट अमित पांचाल को भी करना पड़ा। उन्होंने जानकारी निकाली तो पता चला कि इस समस्या को लेकर मंडल रेल प्रशासन गंभीर नहीं है। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए उन्होंने बुधवार समस्याग्रस्त परिसर के फोटो खींचकर रेल मंत्री अश्विन कुमार, रेल मंत्रालय सहित अन्य के X हैंडल पर शेयर कर दिए। समस्या X हैंडल पर बताते ही न सिर्फ मंत्रालय, वरन पश्चिम रेलवे मुख्यालय और स्थानीय मंडल रेल प्रशासन भी हरकत में आ गया।

शुरू हो गई कार्रवाई

समस्या रेलमंत्री तक पहुंचते ही मंडल के अधिकारियों और अमले को समस्या भी नजर आ गई और लोगों की परेशानी भी समझ आ गई। गुरुवार को ताबड़तोड़ में सफाई शुरू भी हो गई। यह देखकर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है कि अगर रेल मंत्री अपना निवास रतलाम रेल मंडल मुख्यालय पर ही बना लें तो लोगों को ऐसी परेशानियों से जूझना नहीं पड़ेगा। उनके यहां रहने से समस्या स्वतः ही हल हो जाएगी।

समस्या देख हुई हैरानी, इसलिए की शिकायत

मैं ट्रांजेक्शन के लिए डीआरएम कार्यालय स्थित एसबीआई की ब्रांच गया था। यहां उक्त समस्या पर नजर पड़ी तो हैरान रह गया कि जिस स्थान पर डीआरएम सहित तमाम आला अधिकारी रोज गुजरते हों और घंटों रहते हों, वहां की कोई सुध नहीं ले रहा। यह भी पता चला कि जिम्मेदारों से शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस है। इसलिए उच्च स्तर पर शिकायत करना पड़ी।

अमित पांचाल (एडवोकेट), शिकायतकर्ता