67वें राष्ट्रीय रेल सप्ताह पुरस्कार-2022 : उ.म. रेलवे के झांसी मंडल के 3 अधिकारी व कर्मचारियों को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया पुरस्कृत

भुवनेश्वर में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा झांसी रेल मंडल के तीन कर्मचारियों सहित भारतीय रेलवे के 156 रेलकर्मियों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किए गए।

67वें राष्ट्रीय रेल सप्ताह पुरस्कार-2022 : उ.म. रेलवे के झांसी मंडल के 3 अधिकारी व कर्मचारियों को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया पुरस्कृत
झांसी मंडल के रेलकर्मियों को 67वें राष्ट्रीय रेल सप्ताह पुररस्कार-2022 समारोह में सम्मानित किया गया।

भुवनेश्वर में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में 156 रेलकर्मियों को मिला उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान

एसीएन टाइम्स @ झांसी । भारतीय रेलवे के 156 रेलकर्मियों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। पुरस्कार केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के तीन अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हैं।

भारतीय रेल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मियों को प्रतिवर्ष रेल सप्ताह समारोह के दौरान सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में वर्तमान वर्ष 2022 के रेल सप्ताह पुरस्कारों से सम्मानित रेल कर्मियों की सूचि मे उत्तर मध्य रेलवे के झांसी क्षेत्र से 3 कर्मचारियों एवं अधिकारियों को चयनित किया गया है। इनमें अशोक कुमार गुप्ता (जूनियर इंजीनियर),  अमित गोयल (वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर-समन्वय) एवं आकांक्षा शर्मा (उ.म. मुख्य सामग्री प्रबंधक) शामिल हैं। तीनों रेलकर्मियों को भुवनेश्वर में आयोजित सम्मान समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस दौरान भारतीय रेलवे के 156 रेलकर्मी सम्मानित हुए।

जोन महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक ने दी बधाई और शुभकामनाएं

उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने अधिकारियों एवं कर्मचरियों को बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि, ये पुरस्कार अधिकारियों-कर्मचारियों को आगे भी अच्छा कार्य करने को प्रेरित करेंगे। इससे  अन्य रेलकर्मी भी प्रेरणा लेंगे। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने सभी पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं दी और उनके बेहतर भविष्य की कामना की।

आप भी जानें, मंडल के किन कर्मचारियों को क्यों मिला पुरस्कार

अशोक कुमार गुप्ता : झांसी स्थित रेल कारखाने में जूनियर इंजीनियर के पद पर पदस्थ हैं। गुप्ता ने अपने तकनीकी कौशल तथा अभिनवधर्मी व्यवहार के कारण विभिन्न कार्य कर रेलवे राजस्व की बचत की। इन्होंने आंतरिक स्रोतों से पॉवर ऑपरेटेड लिफ्टिंग बैरियर, एसएपीडब्ल्यू (Semi-automatic pillar ’Body side stanchion’ welding) मशीन, कोन टेस्टिंग मशीन तैयार करने के साथ ही कारखाने के कबाड़ से दर्शनीय हेरिटेज पार्क का निर्माण किया।

कोविड काल में बेहतर प्रबंधन किया व औसत निविदा अवधि भी घटाई

आकांक्षा शर्मा : झांसी में उप मुख्य सामग्री प्रबंधक/जीएसडी के पद पर कार्यरत हैं। ये अपने कुशल मार्गदर्शन से सभी सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं। इन्होंने कोविड के कठिन दौर में लॉकडाउन के दौरान विशेष प्रयास करते हुए सभी सामग्रियों की उपलब्धता निर्बाध बनाए रखी। कई अप्राप्य सामग्रियों के मुद्दों को अपने तत्पर प्रयासों से समाधान किया। इन्होंने औसत निविदा अवधि को 40 दिन से घटा कर 10 दिन करने में भी सफलता प्राप्त की।

सिग्नल की विफलताओं में 26.95% की कमी लाने में हुए सफल

अमित गोयल : वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर (समन्वय) के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने झांसी-कानपुर रेलवे ट्रैक दोहरीकरण, बिरलानगर-उदीमोड़, महोबा–खजुराहो रेल विद्युतीकरण परियोजनाओं में विशेष योगदान दिया है। इन्होंने अपने कुशल नेतृत्व से सिग्नल विफलताओं में 26.95% की कमी लाई। इसके अतिरिक्त झांसी मंडल में संकेत एवं दूरसंचार विभाग के सर्वांगीण उन्नयन में इनका महत्वपूण योगदान रहा है।